Birth Control Options: ऐसा तो हम सब ही चाहते हैं कि हमारी लाइफ़ में सब कुछ बढ़िया तरीके से, पहले से प्लान हो - पढ़ाई, करियर, शादी सब कुछ। ऐसे में कोई भी अनचाही प्रेगनेंसी तो बिल्कुल नहीं चाहता। जैसा कि सब जानते हैं कि हमारे देश में कॉन्ट्रासेप्टिव जैसे मुद्दों पर बहुत कम बातें होती हैं जबकि हम महिलाओं को इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए। आइए हम बताते हैं आपको प्रेग्नेंसी से बचने के लिए महिलाओं के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव वो भी अलग-अलग प्रकार के।
महिलाओं के लिए Contraception के अलग-अलग ऑप्शन्स-
1.वजाइनल रिंग (Vaginal Ring)
इसे वजाइना में डाला जाता है और लगभग 3 हफ्तों तक रखा जा सकता है। वजाइनल रिंग बहुत ही मुलायम और लचीला होता है जिससे oestrogen और progestin नामक हॉरमोन्स निकलकर यूट्रस में जाते हैं और अंडों को रिलीज़ होने से रोकते हैं। तीन हफ्ते के इस्तेमाल के बाद आप चौथे हफ्ते (पीरियड के दौरान) इसे निकाल सकती हैं और पीरियड के खत्म होने के साथ ही नया रिंग लगा सकती हैं।
2.कंडोम (Condom)
गर्भ-निरोध का यह सबसे आसान और ज्यादा अपनाया जाने वाला तरीका है। इससे आपकी प्रेगनेंसी की आशंका 97% खत्म हो जाती है। साथ ही यह एक्सटर्नल बैरियर है जिसे आप और आपका साथी पहन सकता है, इसलिए इसमें डॉक्टर की सलाह की भी ज़रूरत नहीं है। ये सिर्फ़ fertility ही नहीं STDs से भी आपको सुरक्षित रखता हैं।
3.गर्भ-निरोधक गोलियां
यह तरीका महिलाओं द्वारा बड़े पैमाने पर अपनाया जाता है। ये गोलियां ovulation नामक प्रक्रिया को रोकती हैं जिससे अंडा अपने कोष (ovary) से बाहर नहीं आता और fertilization रुक जाता है। अगर आप इसे नियमित लेती हैं तो आप PCOD और PCOS से बच सकती हैं।
4. इंट्रा यूटेरीन डिवाइसेज़ (Intra-Uterine Devices- IUDs)
यह डिवाइस डॉक्टर द्वारा आपके यूट्रस में लगाया जाता है जिनसे निकलने वाले हॉरमोन्स प्रेग्नेंसी को रोकते हैं या अंडे को यूट्रस तक आने ही नहीं देते जहां वो स्पर्म से मिल सके। इससे आपकी प्रेग्नेंसी की टेंशन खत्म हो जाती है पूरे 5 सालों के लिए, साथ ही पीरियड के वक्त ब्लीडिंग भी कम होती है।
5.बर्थ कंट्रोल पैचेज़ ( Birth-control patches)
आप प्रेग्नेंट नहीं होना चाहतीं? तो अपनी बॉडी पर पैच लगवा लें। इससे आसान भला क्या काम हो सकता है? ये पैचेज़ oestrogen और progestin जैसे hormones आपकी त्वचा में रिलीज़ करते हैं जहां से वो bloodstream में मिल जाते हैं और ovulation रुक जाता है। इन्हें रोज़ लगाने की भी ज़रूरत नहीं, हफ्ते में एक बार काफ़ी है। अगर इसके असरदार होने के बावजूद, अगर आप इसे छोड़ना चाहती हैं तो इससे आपके शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। अगर आप प्रेगनेंसी नही चाहती तो इनमें से कोई भी एक ऑप्शन अपना सकती हैं।