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एक लड़की की ज़िन्दगी में सबसे इम्पोर्टेन्ट चेंज होता है जब वो प्यूबर्टी की उम्र में पहली बार पीरियड्स से गुज़रती है। UNICEF के एक सर्वे के अनुसार भारत में हर साल 23 प्रतिशत लड़कियां पीरियड्स की शुरुवात के बाद स्कूल जाना छोड़ देती हैं क्योंकि उन्हें पीरियड्स के समय में खुद का सही से देखभाल करना नहीं सिखाया गया है। इस मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे पर खुद को हाइजीनिक और हैप्पी पीरियड्स गिफ्ट करें इन बातों को ध्यान में रख कर:
आज बहुत सारे अलग-अलग तरह के पीरियड प्रोडक्ट्स हमें अवेलेबल है। पैड्स के अलावा भी हमारे पास टेम्पोंस, मेंस्ट्रुअल कप और क्लॉथ पैड्स भी उपलब्ध है। अपने कम्फर्ट के हिसाब से अपने पीरियड प्रोडक्ट को सेलेक्ट करने से पीरियड्स के कारण होने वाले किसी भी टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम से आप बचेंगे और आपको अपने इंटिमेट एरिया में किसी तरह के रैशेस या जलन का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
पीरियड से रिलेटेड आपके कई सवाल हो सकते हैं। इन सवालों को मंत्र में रखने की जगह इन्हें पूछना ज़्यादा ज़रूरी है। आप चाहे तो अपने घर में किसी समझदार इंसान की मदद ले सकती हैं या फिर आप डायरेक्ट अपने गायनेकोलॉजिस्ट से अपने हर सवाल का जवाब मांग सकती है। जब आप पीरियड्स के प्रति एडुकेटेड होंगी तभी आप इन दिनों में अपनी हाइजीन को सही से मेन्टेन कर पाएंगी।
सिर्फ रोज़ नहाने से ही आपके शरीर की हाइजीन लेवल मेन्टेन रह सकती है। चाहे आप दिन भर कितनी भी बिजी क्यों ना हो ये बहुत ज़रूरी है की आप अपने लिए नहाने का समय ज़रूर निकालें। इसके साथ साथ ये भी ध्यान में रखें की आपको समय पर अपने पैड्स और टेम्पोंस चेंज करने हैं और अगर आप मेंस्ट्रुअल कप यूज़ करती हैं तो यूज़ भी सही समय पर साफ़ करती रहें।
सदियों से चली आ रही पीरियड मिथ्स की बातों को नज़रअंदाज़ करके आगे बढ़ना ही सही है। आप अपने हिसाब से अपने कम्फर्ट को डिफाइन करें। हो सकता है की पीरियड के समय आपका किसी भी काम करने में मन ना लगें तो आप रेस्ट ले सकती हैं। ऐसा भी हो सकता है की आपको पीरियड्स के दौरान भी काम करने में कोई परेशानी नहीं है तो आप अपने काम को भी कंटिन्यू रख सकती हैं।
आम तौर पर स्कूल या कॉलेज जाने में इसलिए लड़कियों को हिचक होती है क्योंकि उन्हें अचानक से पीरियड्स आ सकते हैं जिसके लिए उनके पास सही प्रोडक्ट तब नहीं रहता है। इसलिए हमेशा अपने पास अपने पीरियड प्रोडक्ट्स का एक छोटा किट ज़रूर रखें। इससे ना सिर्फ आप ज़रूरत के समय खुद की मदद कर पाएंगी बल्कि किसी और ज़रूरतमंद को भी मदद पहुंचा पाएंगी।
1. हैप्पी पीरियड्स के लिए सही प्रोडक्ट्स चुनें
आज बहुत सारे अलग-अलग तरह के पीरियड प्रोडक्ट्स हमें अवेलेबल है। पैड्स के अलावा भी हमारे पास टेम्पोंस, मेंस्ट्रुअल कप और क्लॉथ पैड्स भी उपलब्ध है। अपने कम्फर्ट के हिसाब से अपने पीरियड प्रोडक्ट को सेलेक्ट करने से पीरियड्स के कारण होने वाले किसी भी टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम से आप बचेंगे और आपको अपने इंटिमेट एरिया में किसी तरह के रैशेस या जलन का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।
2. सही इंसान से अपने सवालों को पूछें
पीरियड से रिलेटेड आपके कई सवाल हो सकते हैं। इन सवालों को मंत्र में रखने की जगह इन्हें पूछना ज़्यादा ज़रूरी है। आप चाहे तो अपने घर में किसी समझदार इंसान की मदद ले सकती हैं या फिर आप डायरेक्ट अपने गायनेकोलॉजिस्ट से अपने हर सवाल का जवाब मांग सकती है। जब आप पीरियड्स के प्रति एडुकेटेड होंगी तभी आप इन दिनों में अपनी हाइजीन को सही से मेन्टेन कर पाएंगी।
3. रोज़ नहाएं और खुद को साफ़ रखें
सिर्फ रोज़ नहाने से ही आपके शरीर की हाइजीन लेवल मेन्टेन रह सकती है। चाहे आप दिन भर कितनी भी बिजी क्यों ना हो ये बहुत ज़रूरी है की आप अपने लिए नहाने का समय ज़रूर निकालें। इसके साथ साथ ये भी ध्यान में रखें की आपको समय पर अपने पैड्स और टेम्पोंस चेंज करने हैं और अगर आप मेंस्ट्रुअल कप यूज़ करती हैं तो यूज़ भी सही समय पर साफ़ करती रहें।
4. किसी भी पीरियड मिथ को फॉलो ना करें
सदियों से चली आ रही पीरियड मिथ्स की बातों को नज़रअंदाज़ करके आगे बढ़ना ही सही है। आप अपने हिसाब से अपने कम्फर्ट को डिफाइन करें। हो सकता है की पीरियड के समय आपका किसी भी काम करने में मन ना लगें तो आप रेस्ट ले सकती हैं। ऐसा भी हो सकता है की आपको पीरियड्स के दौरान भी काम करने में कोई परेशानी नहीं है तो आप अपने काम को भी कंटिन्यू रख सकती हैं।
5. अपने पास हमेशा इमरजेंसी पीरियड प्रोडक्ट्स रखें
आम तौर पर स्कूल या कॉलेज जाने में इसलिए लड़कियों को हिचक होती है क्योंकि उन्हें अचानक से पीरियड्स आ सकते हैं जिसके लिए उनके पास सही प्रोडक्ट तब नहीं रहता है। इसलिए हमेशा अपने पास अपने पीरियड प्रोडक्ट्स का एक छोटा किट ज़रूर रखें। इससे ना सिर्फ आप ज़रूरत के समय खुद की मदद कर पाएंगी बल्कि किसी और ज़रूरतमंद को भी मदद पहुंचा पाएंगी।