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फाइब्रॉएड नॉन ट्यूमर है जो गर्भाशय या गर्भ में उत्पन्न होता है। यह फर्टिलिटी और गर्भावस्था की संभावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं। महिलाओं में परेशानी आम हो गई है। ज्यादातर 35 से 50 की उम्र की महिलाओं में यह परेशानी देखी जाती हैं। वही 25 से 44 के बीच की 30 प्रतिशत महिलाओं में फाइब्रॉएड के लक्षण होते हैं। ( Fibroids Pregnancy जरूरी बातें )
फाइब्रॉएड नॉन ट्यूमर है जो महिला के युटेरस में विकसित हो जाता है। कभी-कभी ये ट्यूमर काफी बड़े हो जाते हैं और पेट में तेज दर्द का कारण बनते है। इसके अलावा इसके कारण पीरियड में खून ज्यादा निकलता है।
• ज्यादा और दर्दनाक पीरियड होना
• दो पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग होना
• भारी या लंबे समय तक खून बहने से एनीमिया होना
• सेक्स के दौरान दर्द होना
• पीठ में दर्द होना
• कब्ज हो जाना
• प्रेगनेंसी और डिलीवरी के दौरान दिक्कत आना
• लगातार पेशाब लगना
ओवरीज एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन प्रोड्यूस करता हैं। इसके कारण हर पीरियड के दौरान गर्भाशय की परत रीजेनरेट होती है और जिसके कारण फाइब्रॉएड का विकास होता है।
परिवार में अगर किसी को भी यह बीमारी है तो आपको भी हो सकता है। जैसी कि आपकी मां, बहन या दादी को इस स्थिति हो।
गर्भावस्था आपके शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाती है। जब आप प्रेग्नेंट हों तो फाइब्रॉएड तेजी से विकसित हो सकती हैं।
अधिकांश महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान फाइब्रॉएड से कोई प्रभाव नहीं होता है। हालांकि, 2010 की एक समीक्षा के अनुसार फाइब्रॉएड के कारण 10 से 30 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। फाइब्रॉएड प्रेगनेंसी और डिलीवरी के दौरान उससे जुड़ी परेशानियों का खतरा बढ़ा देता है। जैसे कि मिसकैरेज, प्रीमेच्योर बर्थ, प्लासेंटा अब्रप्शन और इत्यादि।
Fibroids Pregnancy जरूरी बातें
फाइब्रॉएड क्या है ?
फाइब्रॉएड नॉन ट्यूमर है जो महिला के युटेरस में विकसित हो जाता है। कभी-कभी ये ट्यूमर काफी बड़े हो जाते हैं और पेट में तेज दर्द का कारण बनते है। इसके अलावा इसके कारण पीरियड में खून ज्यादा निकलता है।
फाइब्रॉएड के लक्षण
• ज्यादा और दर्दनाक पीरियड होना
• दो पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग होना
• भारी या लंबे समय तक खून बहने से एनीमिया होना
• सेक्स के दौरान दर्द होना
• पीठ में दर्द होना
• कब्ज हो जाना
• प्रेगनेंसी और डिलीवरी के दौरान दिक्कत आना
• लगातार पेशाब लगना
फाइब्रॉएड के कारण
1. हार्मोन
ओवरीज एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन प्रोड्यूस करता हैं। इसके कारण हर पीरियड के दौरान गर्भाशय की परत रीजेनरेट होती है और जिसके कारण फाइब्रॉएड का विकास होता है।
2. फैमिली हिस्ट्री
परिवार में अगर किसी को भी यह बीमारी है तो आपको भी हो सकता है। जैसी कि आपकी मां, बहन या दादी को इस स्थिति हो।
3. प्रेगनेंसी
गर्भावस्था आपके शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाती है। जब आप प्रेग्नेंट हों तो फाइब्रॉएड तेजी से विकसित हो सकती हैं।
प्रेगनेंसी पर यह प्रभाव पड़ता है
अधिकांश महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान फाइब्रॉएड से कोई प्रभाव नहीं होता है। हालांकि, 2010 की एक समीक्षा के अनुसार फाइब्रॉएड के कारण 10 से 30 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। फाइब्रॉएड प्रेगनेंसी और डिलीवरी के दौरान उससे जुड़ी परेशानियों का खतरा बढ़ा देता है। जैसे कि मिसकैरेज, प्रीमेच्योर बर्थ, प्लासेंटा अब्रप्शन और इत्यादि।
इसका जोखिम किन महिलाओं को ज्यादा है ?
- प्रेग्नेंट महिलाओं को इससे ज्यादा खतरा है
- अगर आपके परिवार के सदस्यों में से किसी को भी हो
- 30 साल से ज्यादा महिलाओं
- जिस महिला का वजन ज्यादा हो
Fibroids Pregnancy जरूरी बातें