Desi Ghee: देशी घी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी होता है। पर अक्सर बाज़ार के देसी घी में बहुत मिलावट देखी जाती है। ऐसे में घर पर ही देसी घी बन जाए तो कहने क्या! स्वाद का स्वाद और सेहत भी। देसी घी घर पर बनाना कोई बड़े मेहनत की बात नहीं है, आप इसे आराम से घर पर बनाकर इसका सेवन रोज़ान खाने-पीने और अन्य कामों में कर सकती हैं। देसी घी को बनाने के लिए आपको बस अच्छे क्वालिटी का दूध चाहिए। पहले तो महिलाएं देसी घी घर पर बना लेंती थी पर आज व्यस्त दिनचर्या के कारण देसी घी बाज़ार से ही ख़रीद लिया जाता है। देसी घी को जाड़ों में बहुत आसानी से बना लिया जाता है। गर्मी में पिघलने के कारण ये थोड़ा मुश्किल होता है। आइए जाने देसी घी को घर पर बनाने की प्रक्रिया :-
- सबसे पहले आपको रोज़ाना अच्छी क्वालिटी का दूध लेना है। दूध को आप गरम करने के बाद ठंडा करने छोड़ दें। फिर फ़्रिज़ में रख दें। आप बिना फ़िज़ में रखें भी देसी घी बना सकती है। फ़्रिज में रखने या ठंडा होने के बाद उसमें जमने वाली मलाई आप इकट्ठा कर लें। ये मलाई जितनी ज़्यादा और अच्छी होगी उतना ही ज़्यादा अच्छा घी बनेगा। इस मलाई को आप किसी बर्तन में इकट्ठा करती रहें। इस तरह आप 2-3 दिन की मलाई इकट्ठा कर फ़्रिज में रख दें। तीसरे दिन आप इसमें थोड़ा-सा दही डालकर इसे रात-भर छोड़ दें। इससे घी में न केवल एक अच्छा फ़्लेवर आएगा बल्कि घी थोड़ा खट्टा भी होगा, जो टेस्ट में बहुत अच्छा लगता है।
- अगले दिन आप ये सारी जमी हुई मलाई एक गहरे बर्तन में निकालें और ख़ूब फेटें। आप फेटने के लिए मथनी का प्रयोग भी कर सकती हैं। लगभग 15 मिनट बाद आप देंखेंगी कि ऊपर कुछ तैर रहा है। अगर गर्मी के दिन होंगे तो ये तरल पदार्थ में होगा और जाड़ों के दिन होंगे तो ये सेमी-सॉलिड या आधा ठोस होगा। असल में ये मक्खन होता है। इस मक्खन को आप इकट्ठा कर लें। आप देंखेंगी कि मक्खन बनते समय पानी अलग हो रहा है और मक्खन ऊपर आ रहा है। ये जो पानी होता है ये असल में छाछ होती है।
- मक्खन को इकट्ठा करने के बाद आप गैस में कढ़ाई चढ़ाई और इकदम धीमी आंच कर दें। इस धीमी आंच वाली कढ़ाई में आप सारा मक्खन डाल दें और चलाती रहें। 15-20 मिनट में आप देखेंगी कि मक्खन सूखता जा रहा है और कुछ तैलीय चीज़ बन रही है। असल में ये ही घी बन रहा होता है। आप चलाती रहें, बिल्कुल रुके न। एक समय आएगा आपका घी बनता हुआ मक्खन बीच में इकट्ठा हो जाएगा और भूरा होगा, जिसके किनारे-किनारे गोल्डन कलर का सा तैलीय पदार्थ होगा। इस पदार्थ को आप एक बर्तन में निकाल लें और ठंडा करें थोड़ा। जाड़ों में आप हल्का ठंडा कर किसी कांच के बर्तन में रख सकती हैं। गर्मियों में आप ज़्यादा ठंडा कर किसी कांच के बर्तन में रखें। बाक़ी बची हुई भूरी-सी चीज़ में आप आटा या सूजी डालकर हल्वा बना सकती हैं।
अब आप रोज़ इस देसी घी का सेवन खाने के लिए कर सकती हैं। इस तरह आप अपने हाथ का बना हुआ शुद्ध देसी घी अपने स्वास्थ्य के लिए प्रयोग में ले सकती हैं। बता दें, एक शुद्ध देसी घी हमारे शरीर में बहुत अच्छा असर डालता है।