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पीएमएस का मतलब हैं प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम। पीरियड्स के पहले क्रेविंग्स होना बहुत कॉमन बात है। शोध बताते हैं की इसका मुख्य कारण है पीरियड्स के एक हफ्ते पहले हमारे शरीर में हो रहे होर्मोनेस और सेरोटोनिन में फ्लुक्टुएशन्स। कई बार ऐसा भी होता है की हम पीएमएस क्रेविंग्स के कारण बहुत सारा जंक फ़ूड खा लेते हैं और बाद में हमें इसके दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं। इसलिए पीएमएस क्रेविंग्स को मैनेज करना बहुत ज़रूरी है। जानिए इसको मैनेज करने के कुछ तरीकें:
अगर आप बार-बार कम खाना खाएंगी तो आपके शुगर लेवल्स कण्ट्रोल में रहेंगे। दिन में 3 बड़े भोजन के बजाय कोशिश करें की आप 6 बार छोटा भोजन करें। इससे आपको अपना पेट भी भरा हुआ लगेगा और आप अपने क्रेविंग्स को भी गिव-इन नहीं करेंगी। अपने स्नैक्स को भी लाइट रखने की कोशिश करें।
अगर आप चॉकलेट क्रेव कर रही हैं तो इसका मतलब है की आपकी मैग्नीशियम लेवल कम है। चॉकलेट में मैग्नीशियम की मात्रा ज़्यादा होती है पर साथ ही साथ इसमें फैट भी बहुत होता है। इसलिए आप अपनी इस क्रेविंग को हेल्थी अल्टरनेटिव के साथ बदल सकती हैं। आप चाहे तो आलमंड, पीनट बटर, पत्तेदार सब्ज़ियां और होल ग्रेन फूड्स को चॉकलेट से बदल सकती हैं।
आप फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। इससे आपके मूड स्विंग्स भी कण्ट्रोल में रहेंगे और आप अपनी क्रेविंग्स भी मैनेज कर पाएंगी। होल ग्रेन प्रोडक्ट्स में प्रचुर मात्रा में विटामिन बी, थियामाइन और राइबोफ्लेविन होता है जो आपके पीएमएस से लड़ता है।
धूप पीएमएस के लिए बहुत ज़रूरी है। आप जब धूप में बैठती हैं तो आपके बॉडी में सेरोटोनिन प्रोडक्शन को मदद मिलती है। जब आप बराबर धूप नहीं लेती हैं तो आपके सेरोटोनिन लेवल्स गिर जाते हैं और आपका मूड ख़राब रहता है। इसलिए अपनी त्वचा का ख्याल रखते हुए धुप को प्रॉपर ग्रहण करें।
आप जब कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करती हैं तो आपके सेरोटोनिन लेवल्स में इजाफा होता है और इससे आपके क्रेविंग्स घटते हैं। इसके अलावा वर्कआउट से पीएमएस के लक्षण जैसे की थकान और डिप्रेशन को भी आप ख़त्म कर सकती हैं। आप चाहे तो ब्रिस्क वॉकिंग, रनिंग और स्विमिंग कर सकती हैं जिससे आपका दिल और लंग्स भी मज़बूत होंगे।
1. छोटे-छोटे मील्स लें
अगर आप बार-बार कम खाना खाएंगी तो आपके शुगर लेवल्स कण्ट्रोल में रहेंगे। दिन में 3 बड़े भोजन के बजाय कोशिश करें की आप 6 बार छोटा भोजन करें। इससे आपको अपना पेट भी भरा हुआ लगेगा और आप अपने क्रेविंग्स को भी गिव-इन नहीं करेंगी। अपने स्नैक्स को भी लाइट रखने की कोशिश करें।
2. अपने मैग्नीशियम लेवल को बढ़ाएं
अगर आप चॉकलेट क्रेव कर रही हैं तो इसका मतलब है की आपकी मैग्नीशियम लेवल कम है। चॉकलेट में मैग्नीशियम की मात्रा ज़्यादा होती है पर साथ ही साथ इसमें फैट भी बहुत होता है। इसलिए आप अपनी इस क्रेविंग को हेल्थी अल्टरनेटिव के साथ बदल सकती हैं। आप चाहे तो आलमंड, पीनट बटर, पत्तेदार सब्ज़ियां और होल ग्रेन फूड्स को चॉकलेट से बदल सकती हैं।
3. अपने काम्प्लेक्स कार्ब्स को पिक करें
आप फाइबर रिच फूड्स का सेवन करें। इससे आपके मूड स्विंग्स भी कण्ट्रोल में रहेंगे और आप अपनी क्रेविंग्स भी मैनेज कर पाएंगी। होल ग्रेन प्रोडक्ट्स में प्रचुर मात्रा में विटामिन बी, थियामाइन और राइबोफ्लेविन होता है जो आपके पीएमएस से लड़ता है।
4. धूप में बैठें
धूप पीएमएस के लिए बहुत ज़रूरी है। आप जब धूप में बैठती हैं तो आपके बॉडी में सेरोटोनिन प्रोडक्शन को मदद मिलती है। जब आप बराबर धूप नहीं लेती हैं तो आपके सेरोटोनिन लेवल्स गिर जाते हैं और आपका मूड ख़राब रहता है। इसलिए अपनी त्वचा का ख्याल रखते हुए धुप को प्रॉपर ग्रहण करें।
5. वर्कआउट को प्रायोरिटी दें
आप जब कोई भी फिजिकल एक्टिविटी करती हैं तो आपके सेरोटोनिन लेवल्स में इजाफा होता है और इससे आपके क्रेविंग्स घटते हैं। इसके अलावा वर्कआउट से पीएमएस के लक्षण जैसे की थकान और डिप्रेशन को भी आप ख़त्म कर सकती हैं। आप चाहे तो ब्रिस्क वॉकिंग, रनिंग और स्विमिंग कर सकती हैं जिससे आपका दिल और लंग्स भी मज़बूत होंगे।