Advertisment

जानिए हाइमन से जुड़े मिथ और सच

author-image
Swati Bundela
New Update
हाइमन को आज भी हम वर्जिनिटी से जोड़कर देखते है। जबकी ऐसा नहीं है, हम सबकी हाइमन अलग होती है। कितनी लड़कियों में तो जन्म से ये नहीं होती। और तो और यह खेल कूद में या एक्सरसाइज़ या योग करने में भी टूट सकती है। 
Advertisment


तो चलिये आज इससे जुड़ी कुछ स्पैशल और जरूरी बातें पता करते है। 
Advertisment

हाइमन क्या है?


Advertisment
ये हमारी vagina का एक हिस्सा है। vagina के अन्दर एक पतली सी लेयर होती है, एक टिशू (tissue) की तरह जिसे हाइमन कहते है।

हाइमन और वर्जिनिटी 

Advertisment

जैसा की हम सुनते आ रहे हैं कि यह है तो virgin है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। Hymen बस एक पतली सी लेयर(layer) है जो सेक्स के अलावा खेलकूद में, योगा या एक्सरसाइज़ करते हुए टूट सकती है। 
Advertisment

इसे वर्जिनिटी से जोड़कर देखना बिल्कुल गलत है।
Advertisment

मिथ: पहली बार सेक्स करने से खून निकलता है


सच
Advertisment
: रिसर्च के मुताबिक 90% लड़कियों को पहली बार सेक्स करने से खून नहीं आता। अगर आप अपने partner के साथ सहज है और फ़ोरप्ले (foreplay) अच्छा है तो दर्द ना होने और खून नहीं आने के बहुत चांस है। 

मिथ: हाइमन सेक्स करने से ही टूटता है 


सच: टैम्पोन का इस्तेमाल, घुड़सवारी, साइकिलिंग, यहां तक कि योग की वजह से भी hymen टूट सकती है. यह भी हो सकता है कि यह लेयर काफी पतली हो या शायद जन्म के समय से ही ना हो. 

हर लड़की का Hymen अलग होता है. कई बार हाइमन सेक्स के बाद भी रहता है क्योंकि यह काफी elastic (लचीला) होता है.

इसका सेक्स करने से कोई लेना देना नहीं, तो आप यह काॅन्सेप्ट दिमाग से निकल दिजीये। 

मिथ: Tampons का इस्तेमाल करने से हायमन टूट जाता है 


सच: Tampons के इस्तेमाल से हाइमन को नुक्सान नहीं पहुंचता क्योंकि हाइमन vagina के पूरे हिस्से में फैला नहीं होता, जिससे vagina में इतनी जगह बचती है की tampon आसानी से अंदर जा सके।

और तो और हाइमन काफी लचीला (elastic) होता है।

मिथ: Gynaecologist बता सकते हैं की आप virgin है या नहीं 


सच: नहीं, यह काफी बार कहा जाता है की Gynaecologist आपके हाइमन की जांच करके आपका virgin होना या ना होना बता सकते है लेकिन ये सच नहीं है। 

यह कई बार अलग कारणों से भी टूट सकता है इसलिए यह आपके virgin होने का प्रूफ नहीं है।  

वर्जिनिटी के कारण लड़कियों को जज करना इस देश की पुरानी आदत है। आपकी बॉडी पर सिर्फ आपका हक़ होना चाहिये और आप अपनी सेक्सुअल लाइफ जैसे चाहे जी सकती है। इसके लिये किसी को जज करना या बेकार कमेंट करना सिर्फ आपकी पुरानी सोच को ही दिखता है।

यह टाईम है हैल्दी सेक्सुअल लाइफ का, इसे खुलकर जीना चाहिये ।

पढ़िए : स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा कैसे पाएं?

सेहत हाइमन हाइमन : मिथ और सच
Advertisment