Self Love: कई बार ऐसा समय आता है जब हम अपना आत्मविश्वास और सारी उम्मीद खो बैठते हैं और खुद पर डाउट करने लगते हैं। हम खुद पर डाउट करते हैं कि क्या हम किसी काम को करने के लिए सक्षम है? क्या हममें उस काम को करने की काबिलियत है? ऐसे सवालों से जब हम घिर जाते हैं और खुद के बारे में नकारात्मक विचार मन में आने लगते हैं तो उस समय हमें जरूरत है कि हम अपने आप से प्यार करें और अपने आपको इंटरनल मोटिवेशन दें।
हम क्यों खुद को accept नहीं कर पाते?
हम जैसे हैं और जैसी हमारी बॉडी है उसे वैसे ही पसंद करना तो दूर accept भी नहीं कर पाते। देखा जाए तो इसका कारण हमारे आसपास के ब्यूटी स्टैंडर्ड हैं जो बचपन से ही हमें बताते हैं की ऐसा दिखना सुन्दर है और ऐसा नहीं। छोटी छोटी बच्चियों को बार्बी डॉल थमा दी जाती है जिससे उनके दिमाग में छप जाता है की पतला होना या उजली त्वचा होना या ऐसे बाल होना सुन्दर है। इस तरह के toxic माइंडसेट को फिल्में और advertisement भी बढ़ावा देते हैं।
इस तरह के माहौल में यह जानना की हर त्वचा हर बॉडी अपने आप में यूनिक और सुन्दर होती है, बेहद मुश्किल होता है और हम खुद से ही नफरत करने लग जाते हैं। इसलिए खुद को इंस्टाग्राम की मॉडल की तरह ना देखकर एक नॉर्मल इंसान की तरह देखें क्योंकि काफी हद तक महिलाओं की बॉडी को objectify करने का कारण मेल गेज़ होता है।
यह समझें की हर बॉडी यूनिक और सुन्दर होती है।
जिन ब्यूटी स्टैंडर्ड से हम बचपन से खुद को देखते आये हैं उन्हें unlearn करना शुरु करें। खुबसूरती का कोई पैमाना नहीं और सबकी बॉडी अपने आप में यूनिक और खुबसूरत होती हैं।
अपनी बॉडी से प्यार करने के पांच तरीके
1.खुद को ऐक्सेप्ट करना, body positivity की दिशा में पहला कदम होता है इसलिए खुद को उन सभी चीज़ों से दूर करें जो लगे की toxic है या जो आपको खुद के बारे में अच्छा फील नहीं होने देते।
2.अगर उस इंस्टाग्राम मॉडल से आप सेल्फ-conscious फील कर रहीं हैं तो उसे unfollow कर दें और अपने फ़ीड में ऐसे लोगों को रखें जो जिनसे आपको अच्छा फील हो।
3.महज अपनी बॉडी के बारे में सोचना बन्द कर दें और उन ऐक्टिविटीज़ और अपने पैशन पर फोकस करें जिन्हें करके आपको खुशी महसूस होती है।
4.अपने फ्रेंड सर्कल में भी ऐसे लोगों को इन्क्लुड करें जो आपको हौसला दें, खुद को पसंद करना सिखाएं ना की जो आपको नीचा दिखाएं।
5.खुद को ऐक्सेप्ट करने के साथ साथ दूसरों को भी अवेयर और एजुकेट करें जिससे एक हैल्दी बॉडी-पॉजिटिव environment बन सके।