Inspiring Story of Anny Divya : आज के समय में अक्सर समाज के बंधन सपनों को जकड़ लेते हैं। मगर आँन्या दिव्या की कहानी इससे कहीं आगे निकल जाती है। यह कहानी है हवाई जहाज उड़ाने वाली एक युवा महिला की, जिसने न सिर्फ आसमान छुआ बल्कि रूढ़ियों को भी तोड़ा।
पंजाब के पठानकोट में जन्मी और विजयवाड़ा में पली-बढ़ी आँन्या की कहानी सिर्फ हवाई जहाज उड़ाने भर तक सीमित नहीं है। यह जुनून और लगन की एक ऐसी मिसाल है, जिसने साबित कर दिया कि सपने चाहे कितने भी बड़े हों, उन्हें हासिल किया जा सकता है।
I'm Worth it: एनी दिव्या के हौसलों की एक प्रेरणादायक कहानी
हौसलों की उड़ान (Taking Flight with Determination)
"मुझे ऐसे वातावरण से आना पड़ा, जहां लड़कियों को बड़े सपने देखने की इजाजत नहीं थी।"
आँन्या 11वीं कक्षा तक एक औसत छात्रा थीं। लेकिन जब उन्हें पता चला कि उनके सपने को पूरा करने के लिए 90% से ऊपर अंक लाना जरूरी है, तो उन्होंने खुद को साबित करने की ठानी। उन्होंने कड़ी मेहनत की और उस साल ज़्यादातर विषयों में शानदार 100% अंक हासिल किए। उनके सपने तो साफ थे, मगर राह आसान नहीं थी। उनके परिवार के पास उड़ान स्कूल की फीस भरने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे। मगर उनके पिता ने बिना किसी हिचकिचाहट के लोन लेकर उनकी फीस जमा की। यहीं से उनकी असली यात्रा शुरू हुई।
चुनौतियों का सामना (Facing Challenges)
“पहले दिन से ही मुझे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। मेरी अंग्रेजी बोलने की शैली और उनके जैसी ना होने के कारण मुझे अक्सर चिढ़ाया जाता था।”
छोटे शहर से आने के कारण और अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ ना होने के चलते आँन्या को पहले ही दिन से चुनौतियों का सामना करना पड़ा। वह अपने साथियों से अलग थीं और उनकी सराहना नहीं की जाती थी, बल्कि उन्हें अक्सर चिढ़ाया जाता था। हालाँकि यह आसान नहीं था, मगर आँन्या ने हार नहीं मानी और अपने डर का सामना करने का फैसला किया। उन्होंने अपनी स्किल्स और काबिलियत को निखारने के लिए अतिरिक्त मेहनत की। यहाँ तक कि छुट्टियों में भी उन्होंने अभ्यास जारी रखा। उनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और ट्रेनिंग के अंत में उन्हें स्कॉलरशिप भी मिली।
सपनों की प्राप्ति (Fulfilling Dreams)
"आज मैं न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में सबसे कम उम्र की महिला बोइंग 777 कमांडरों में से एक हूँ।"
आज वह गर्व से कहती हैं कि वह न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में सबसे कम उम्र की महिला बोइंग 777 कमांडरों में से एक हैं। आँन्या की कहानी, जो उतार-चढ़ाव से भरी है, दृढ़ता, जुनून और आत्मविश्वास की ताकत को दर्शाती है। यह हमें याद दिलाती है कि सपने सामाजिक अपेक्षाओं या आर्थिक सीमाओं से बंधे नहीं होते।
उनकी कहानी सिर्फ हवाई जहाज उड़ाने से कहीं ज्यादा है, यह रूढ़ियों को तोड़ने और हर चुनौती के बावजूद सपने देखने की हिमत कायम है। छोटे शहर से उड़ान भरकर विमानन के शिखर तक पहुँची आँन्या की यात्रा इस बात का प्रमाण है कि लगन और दृढ़ विश्वास से सपने पूरे किए जा सकते हैं, चाहे आप कहीं से भी हों या किन चुनौतियों का सामना क्यों ना करना पड़े। आइए, आँन्या की उड़ान से प्रेरणा लें और याद रखें, आप अपने हर उस सपने को पूरा करने के लायक हैं जिसे पाने की आप हिम्मत करते हैं।
यह लेख L'Oréal Paris के सहयोग से प्रकाशित हुआ है।