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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इर्रेगुलर पीरियड्स होने के कई बड़े कारण (irregular periods ke karan) भी हो सकते हैं, जैसे –
1) हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism) होना – थाइरोइड ग्लैंड शरीर में थाइरोइड हॉर्मोन पैदा करता है| पर जब यह ग्लैंड कम मात्रा में थाइरोइड हॉर्मोन पैदा करने लगता है तब उसे हाइपोथायरायडिज्म कहते है और यह इर्रेगुलर पीरियड्स का एक कारण हो सकता है|
2) PCOD (Polycystic Ovarian Disorder) – PCOD या PCOS एक हार्मोनल बीमारी है जिसमे बॉडी में नॉर्मल से ज़्यादा एंड्रोजन हॉर्मोन (male-hormone) बनता है और ओवरी ढंग से एग्स नहीं बना पाते है| इसकी वजह से पीरियड्स काफ़ी इर्रेगुलर हो जाते है| ज्यादा वज़न का बढ़ जाना, मुँहासे होना इससे जुड़े कुछ लक्षण है|
3) समय से पहले ओवरी एग्स का फेल हो जाना (Premature ovarian failure) – जब 40 की उम्र से पहले ही औवरी हॉर्मोन्स बनाना बंद कर देते है क्योंकि उनमें एग्स लगभग ख़त्म हो जाते है, तब उसको Premature Ovarian Failure कहते है | हॉर्मोन्स की कमी के कारण पीरियड्स का ना होना इसका लक्षण है|
4) बिना कंट्रोल वाले डायबिटीज का होना – बिना कंट्रोल वाले डायबिटीज का हार्मोनल बेलेंस पर काफी बुरा असर डालती है। इससे किसी को भी इर्रेगुलर पीरियड्स का सामना करना पड़ सकता है|
ये थे कुछ irregular periods ke karan
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