Keratin Treatment: आजकल बालों पर केराटिन ट्रीटमेंट करवाना चलन में है। काफी लोग इससे प्रभावित होते हैं और अपने बालों पर इसे करवाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि केराटिन ट्रीटमेंट के दौरान आपके बालों पर बहुत से हार्मफुल केमिकल और अत्यधिक हीट का इस्तेमाल किया जाता है जो आपके बालों के लिए सही नही होता है, और कई बार यह hair fall का कारण बनता है। आइए जानते हैं आज के इस ब्लॉग में कि केराटिन ट्रीटमेंट से जुडी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में
Keratin Treatment: क्या होता है केराटिन ट्रीटमेंट?
केराटिन एक प्रकार का प्रोटीन होता है जो हमारे बालों में पाया जाता है। अगर हमारे बालों में इस प्रोटीन की कमी हो जाती है तो बाल का काफी रूखे दिखने लगते हैं, उनकी चमक खो जाती है और झड़ने लगते हैं। इसलिए केराटिन ट्रीटमेंट में हमारे बालों को कैमिकली ट्रीट करके केराटिन प्रोटीन दिया जाता है जिससे बाल काफी सोफ्ट और शाइनी नजर आते हैं। केराटिन ट्रीटमेंट बहुत अलग-अलग प्रकार के होते हैं।आपके बालों के नेचर और डैमेज के हिसाब से आपको उसी प्रकार का केराटिन ट्रीटमेंट दिया जाता है।
Keratin Treatment: कैसा होता है केराटिन ट्रीटमेंट का रिजल्ट?
केराटिन ट्रीटमेंट करवाने के बाद बाल स्मूथ और शाइनी नजर आते हैं। इस ट्रीटमेंट का असर आपके बालों पर 6 से 7 महीने तक रह सकता है। इस ट्रीटमेंट को करवाने के बाद आपको इसी के मुताबिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना होता है क्योंकि इस ट्रीटमेंट के बाद बालों को खास देखभाल की जरूरत पड़ती है। केराटिन ट्रीटमेंट करवाने के बाद बाल फ्रिज फ्री हो जाते हैं साथ ही यह बाहरी पोल्यूटेंट से बालों को बचाता है।
Keratin Treatment: क्या बालों के लिए सही है केराटिन ट्रीटमेंट?
केराटिन एक केमिकल ट्रीटमेंट है जो हमारे बालों के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होता है। यह थोड़े समय के लिए ही मान्य होता है। साथ ही इन केमिकल्स में ऐसे सब्सटेंस पाए जाते हैं जो कैंसर(cancer) को बढ़ावा देते हैं, इन केमिकल्स से आंखो और त्वचा दोनों को खतरा होता है। इस ट्रीटमेंट में बालों को बहुत हीट दी जाती है जिससे बाल अधिक झड़ते हैं। इसके कारण बालों की वॉल्यूम भी कम हो जाती है। एक्सपर्ट्स यह भी सलाह देते हैं कि गर्भवती महिलाओं को केराटिन ट्रीटमेंट नहीं करवाना चाहिए।