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खुश रहने के 10 बेहतरीन तरीके khush kaise rahe
1. व्यायाम करें (Exercise)
व्यायाम करने से अच्छे मूड एंडोर्फिन (mood endorphin) रिलीज होते हैं जिससे आप अच्छा महसूस करते हैं । यही कारण है कि आप वर्कआउट के बाद या सुपरमार्केट में टहलने के बाद हमेशा बेहतर मूड में रहते हैं । व्यायाम आपके दिल को मजबूत बनाता है और आपके ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है। बढ़ा हुआ ब्लड फ्लो आपके शरीर में ऑक्सीजन के लेवल को बढ़ाता है। यह हाई कोलेस्ट्रॉल, कोरोनरी आर्टरी डिजीज और दिल के दौरे जैसे दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता है। नियमित व्यायाम आपके ब्लड प्रेशर और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी कम कर सकता है।
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2. गार्डनिंग करें
थोड़ी थोड़ी गार्डनिंग करना शुरू करें । इससे सिर्फ आपको ही नहीं बल्कि धरती को भी ख़ुशी मिलेगी । पौधों के आस-पास रहने में ख़ुशी मिलती है । इससे आपके शरीर को विटामिन डी भी मिलेगा जिससे आपकी बुनेस और इम्यून सिस्टम भी बेटर हो जाएंगे । गार्डनिंग करने का एक और हेल्थ बेनिफिट ये है की आपको चीज़ों को कम भूलेंगे । एक स्टडी के अनुसार गार्डनिंग करने से लोगों में 36 % डेमेंशिया रिस्क (भूलने की बीमारी) कम हो जाता है ।
3. पॉजिटिव सोचें
अपनी ब्लेस्सिंग्स (blessings) गिनें। जी हाँ, आपके साथ जो-जो अच्छा हुआ, उसे एक कागज़ पर लिखें। इससे आपको काफ़ी पॉजिटिविटी मिलेगी । पॉजिटिव सोचने से डिप्रेशन, स्ट्रेस रेट भी कम हो जाता है। ये प्स्य्चोलोजीकल और फिजिकल हेल्थ, दोनों के लिए बहुत अच्छा होता है । पॉजिटिव रहने से हार्ट अटैक आने से चान्सेस भी कम हो जाते हैं । एक थ्योरी यह भी कहती है कि पॉजिटिव सोचने से आप तनावपूर्ण परिस्थितियों से बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं, जो आपके शरीर पर स्ट्रेस के हार्मफुल हेल्थ इफेक्ट्स को कम करता है।
4. अपनी हॉबी पे काम करें
अपना कोई स्किल बेहतर करें। अगर आपको गाना पसंद है, तो अपनी आवाज़ पर काम करें। अगर डांस करना पसंद है, तो जितना हो सके उसकी प्रैक्टिस करें। हॉबी रूटीन को तोड़ते हैं और आपको नए तरीकों से चुनौती देते हैं, ऐसे तरीके जो काम से अलग होते हैं, ऐसे तरीके जो सकारात्मक होते हैं। एक नयी हॉबी लेने के बारे में अच्छी बात यह है कि यह काम से संबंधित चुनौती से आने वाले नेगेटिव स्ट्रेस के बिना खुद को चुनौती देने के लिए एक एक्सीलेंट आउटलेट प्रदान करता है। नई चुनौती आपके दिमाग को दुनिया को देखने के नए तरीकों से भी खोल सकती है।
एक थ्योरी यह भी कहती है कि पॉजिटिव सोचने से आप तनावपूर्ण परिस्थितियों से बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं, जो आपके शरीर पर स्ट्रेस के हानिकारक हेल्थ इफेक्ट्स को कम करता है।
5. अपने नेगेटिव विचारों को पीछे छोड़ दे
कुछ लोग अपने नकारात्मक विचारों से घिरे रहते हैं और उन्हें इससे छुटकारा पाने में बहुत प्रॉब्लम आती हैं। मैड्रिड विश्वविद्यालय के एक रिसर्च में पाया गया कि वास्तव में इन विचारों को एक कागज के टुकड़े पर लिखकर और फिर उन्हें नष्ट करना बहुत इफेक्टिव होता है। उन्होंने सिफारिश की कि आप या तो उन्हें फाड़ दें, उन्हें कचरे में फेंक दें या उन्हें जला दें ।
6. माइंडफुलनेस (mindfulness) की प्रैक्टिस करें
माइंडफुलनेस का क्या मतलब है? इसका सिर्फ यह मतलब है कि आप प्रेजेंट में जिए और पास्ट या फ्यूचर के बारे में ज़्यादा न सोचें और इसे नॉन – जजमेंटल तरीके से स्वीकार करते हैं। जब नियमित रूप से किया जाता है तो यह मूड को बढ़ावा दे सकता है, तनाव के स्तर को कम कर सकता है और जीवन की बेहतर क्वालिटी (quality) को जन्म दे सकता है।
Researchers ने पाया है कि जब हम दूसरों की मदद करने के लिए थोड़ा समय या पैसा समर्पित करते हैं, तो इससे हमारी खुशी पर बहुत ज़्यादा असर पड़ता है। दूसरों की मदद करने से हमें नए दोस्त बनाने और अपनी कम्युनिटी से जुड़ने में मदद मिल सकती है।
7. अपनी ब्यूटी स्लीप मत भूलना
जब आपको पर्याप्त नींद नहीं मिलती है, तो आपकी नेगेटिविटी आपके साथ अधिक समय तक रहती है। रे जब हम नींद से वंचित होते हैं, तो यह कार्य नहीं हो पाता है, और नकारात्मक विचार हमारे दिमाग में पहले से कहीं अधिक बढ़ जाते है। इसलिए 6 से 8 घंटे की नींद ज़रूर लें .
8. दुसरो की मदद के लिए टाइम निकाले
लोग बड़े घर, कार और फोन खरीदते हैं , लेकिन ये सब उन्हें लम्बे समय के लिए ख़ुशी नहीं दे सकता। Researchers ने पाया है कि जब हम दूसरों की मदद करने के लिए थोड़ा समय या पैसा समर्पित करते हैं, तो इससे हमारी खुशी पर बहुत ज़्यादा असर पड़ता है। दूसरों की मदद करने से हमें नए दोस्त बनाने और अपनी कम्युनिटी से जुड़ने में मदद मिल सकती है। कुछ एक्टिविट्स जैसे फूड बैंक में volunteering करने से भी अकेलेपन को कम करने में मदद कर सकती है।
9.खुद को किसी से कमपेअर न करो
जब हम अपनी तुलना दूसरों से करते हैं, तो हम खुद को नुकसान पहुंचाते हैं। खुश लोग जानते हैं कि वे किसी दूसरे व्यक्ति से बेहतर या कम नहीं हैं। कोई हमेशा "अधिक विकसित जगह" (more evolved place) पर होगा और कोई हमेशा "कम विकसित" (less evolved place) पर होगा। खुद पर ध्यान दें: केवल इस बात से चिंतित रहें कि आप अपना सबसे बेहतर वर्शन (version) कैसे बन सकते है ।
10.अपनी सोशल मीडिया usage का ध्यान रखें
सोशल मीडिया बुरी खबरों से भरा हुआ प्रतीत हो सकता है, लेकिन कई लोगों के लिए यह अपडेट रहने और दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ जुड़े रहने का एक अच्छा तरीका भी है लेकिन ज़रूरी है की आप इससे एडिक्ट न हो जाएं। अपने फोन को अपने बेडरूम से बाहर रखना, स्क्रीन फ्री टाइम लगाना आपको सोशल मीडिया पे अपडेटेड रहने के साथ नेगेटिविटी को दूर रखा जा सकता है। यह आपकी मेन्टल हेल्थ के लिए बहुत ज़रूरी है.
हम आशा करते हैं की आप समझ गए होंगे की khush kaise rahe
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