Kadha In Winters: सर्दियों में मौसम के अप्रत्याशित बदलाव और ठंड से लोगों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना होता है। ऐसे में सर्दी- जुकाम होना आम बात हो जाती है। लेकिन ये आम बिमारी लोगों को काफ़ी परेशान कर देती है। लेकिन कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक काढ़ा का सेवन कर आप इन परेशानियों से बच सकते हैं।
1. तुलसी गिलोय काढ़ा
यह काढ़ा सर्दियों में संजीवनी से कम नहीं होता। क्योंकि इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ हमारे शरीर के सभी तत्वों को संतुलित रखने में भी कारगर होता है। तुलसी कफ को कम करता है। वहीं गिलोय इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ पेट की समस्याओं से को दूर रखता है।
2. काली मिर्च, निंबू काढ़ा
यह काढ़ा मूल रूप से सर्दियों में सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। बस एक कप पानी में 5 काली मिर्च और आधी निंबू को उबाल कर आधा कप करके पीने से काफी लाभ होता है। सर्दियों में वजन को संतुलित रखने का यह सबसे बेहतर उपाय है।
3. लौंग तुलसी काढ़ा
लौंग कुदरती रुप से काफ़ी हेल्दी मसाला और औषधी है। यह किसी भी प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया को शरीर पर हावी नहीं होने देता है। एक गिलास पानी में तुलसी की कुछ पत्तियां और 5 लौंग को उबाल कर आधा कर के पीने से सर्दियों में होने वाले सिनोसाइटिस और अन्य मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है।
4. हल्दी, गुड़, सौंफ और अजवाइन काढ़ा
यह काढ़ा गागर में सागर से कम नहीं है। एक हल्दी जहां एंटीबायोटिक का काम करता है वहीं दुसरी ओर सौंफ और अजवाइन पेट के रोगों से मुक्ति दिलाने में कामयाब होते है। आयुर्वेद के अनुसार काढ़ा के साथ गुड़ मिलाकर पीने से कोलेस्ट्रोल नियंत्रित रहता है। साथ ही यह शरीर में गर्मी बनाए रखने में भी कारगर साबित होता है।
5. तुलसी, गिलोय और अदरक काढ़ा
अदरक का उपयोग सर्दियों में होने वाली बीमारियों से काफ़ी राहत देता है। इसके साथ ही तुलसी और गिलोय इम्युनिटी को बढ़ाने में मास्टर पीस हैं। इसलिए इनका एक साथ उपयोग काफ़ी गुणों से भरपूर होता है। जो सर्दियो में हमारे शरीर के लिए काफ़ी लाभदायक भी है।
सर्दियों में नियमित एक कप काढ़ा एक अमृत से कम नहीं है। सुबह के वर्कआउट के बाद यह आपको ठंड का एहसास तक नहीं होने देगा।