Giloy For Corona: गिलोय जंगली झांड होती है जो ज़्यादातर जंगली इलाक़ो में पाई जाती है। आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में होता आ रहा है जिसकी वजह से यह भारतीयों के लिए विशेष महत्व रखती है। पुराने समय में ऋषि मुनि इसका इस्तेमाल कई गंभीर रोगों का इलाज करने के लिए करते थे। कोरोना काल में जब इम्युनिटी बढ़ाने के लिए लोग कई घरेलू नुस्ख़े आजमा रहे थे ऐसे में बाबा रामदेव के कथन पर लोगों ने गिलोय को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शामिल कर लिया। तो आइए जानते है क्या गिलोय पीने से कोरोना ठीक होता है।
1.इम्युनिटी बूस्टर
गिलोय को इम्युनिटी बूस्टर माना गया है। इसकी पतियों में कैल्शियम, प्रोटीन, फोस्फरस और तनों में स्टार्च पाया जाता है जो इम्युनिटी बूस्ट कर वायरल, सर्दी, खांसी, जुकाम और कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सक्ष्म है। यह मलेरिया, बुखार, डेंगू को ठीक करने और बचाव करने में मदद करता है।
2. मेटाबोलिज्म स्ट्रांग करना
गिलोय को आयुवेर्द उपचार कहा गया है जिसकी पत्तियां पानी में उबालकर, जूस में मिलाकर, काढ़ा बनाकर, चाय या कॉफ़ी में डालकर इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। यह पेट से संबंधी बीमारियां दूर कर पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाता है। गैस, पेट दर्द, अपच की समस्या नहीं होती।
3. एक्टिव कंपाउंड्स
गिलोय में टरपेनोइड्स, अल्कॅलॉइड्स, स्टेरॉयड्स, लिग्नंस पाया जाता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीवायरल, एंटीकैंसर, एंटी- डायबेटिक गुण शामिल होते है।अल्कॅलॉइड्स बीपी, मलेरिया, इंटेस्टिनल ऐंठन व दर्द से आराम दिलाता है। शोध के अनुसार ये कैंसर को बढ़ने से रोकता है हांलाकि एक्सपेरिमेंट ज़्यादातर चूहों पर ही हुआ है।
4. स्किन एलर्जी से राहत
गिलोय में पाया जाने वाला स्टेरॉइड्स स्किन एलर्जीज़, रैशेस दूर करता है। यह बैक्टीरिया को खत्म कर, स्किन हैल्थ को प्रमोट करता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज ऑक्सीडेटिव डैमेज को कम करता है और सेल्स को प्रोटेक्ट करता है।
5. लिवर के लिए ख़तरा
गिलोय जहाँ रोग प्रतिरोधक शमता को बढ़ाता वहीं ज़्यादा क्षमता जागृत होने पर कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है जैसे कि लिवर ख़राब होना, लुपस, क्रोहन डिजीज, ऑटोइम्म्युने डिजीज आदि। यह ब्लड शुगर लेवल को अत्यधिक कम कर देता है इसीलिए प्रेग्नेंट औरते इसका सेवन करने से परहेज करें।