Know Some Tips To Cope With Mental Abuse: ऐसी बहुत सारी महिलाएं हैं जो मेंटल एब्यूज का सामना करती हैं लेकिन इसके बारे में कभी बात नहीं करती। आज के समय भी मानसिक से ज्यादा शारीरिक शोषण पर ही बात होती है और इस पर तुरंत एक्शन लिया जाता है लेकिन यह दोनों ही डिस्टर्बिग होते हैं। इससे आपकी पूरी लाइफ बदल सकती है। मेंटल एब्यूज ज्यादातर कपल्स में देखने को मिलता है जहां पर यह डर होता है कि पार्टनर छोड़कर ना चला जाए।मेंटल एब्यूज में सामने वाले व्यक्ति को कंट्रोल करने के लिए इमोशंस का सहारा लिया जाता है और उसे मैनिपुलेट, शर्मिंदा, ब्लेम और नीचा दिखाया जाता है। आईए जानते हैं इससे कैसे बाहर निकल सकते हैं-
Mental Abuse से जुझ रहीं महिलाओं की मदद कर सकती हैं ये कुछ टिप्स
खुद को पहल दें
किसी भी रिश्ते में पहली प्रायोरिटी आप खुद होने चाहिए। अगर रिश्ते में आपकी फिजिकल या फिर मेंटल हेल्थ को चोट पहुंच रही है या फिर उसके ऊपर नेगेटिव असर पड़ रहा है तब उस रिश्ते में रहने का कोई फायदा नहीं है। आप दूसरों की चिंता मत करें कि वह आपके बारे में क्या सोचते हैं। उसे व्यक्ति की बिल्कुल परवाह मत करें जो आपका शोषण कर रहा है क्योंकि वह आपका नहीं है। आप किसी भी रिश्ते में इंडिविजुअलटी को मत खत्म होने दे। आप जरूरत के समय खुद के लिए स्टैंड ले जिस रिश्ते में सिर्फ आप ही कंप्रोमाइज कर रहे हैं और आपकी वेल बीइंग प्रभावित हो रही है तो वह रिश्ता आपके लिए नहीं है।
शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं
शोषण के खिलाफ आवाज उठाना बहुत जरूरी है क्योंकि जब तक आप शोषण करने वाले तो यह एहसास नहीं करवाएंगे कि उसने आपके साथ गलत किया है आप उन्हें कहीं की वह आपके साथ ऐसा नहीं है अगर आपको याद है कि आपको चले जाएंगे तो आपको परवाह करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप ऐसे व्यक्ति को डिजर्व नहीं करते हैं जिससे आपकी प्रभावित हो रही है उसके साथी अब उसे करने वाले के साथ आप एक बाउंड्री सेट करें जिससे आप अपनी फीस को प्रोटेक्ट कर सकते हैं
दूसरों से सपोर्ट ले
Yeahस्थिति आपको काफी ज्यादा परेशान कर सकती है। इसलिए आप दूसरों से मदद ले जिन पर आप भरोसा कर सकते हैं। यह कोई भी हो सकता है चाहे आपका दोस्त, परिवारिक मेंबर या फिर कोई रिश्तेदार। उनके साथ बात करते समय आपको ऐसी जगह को चुनना चाहिए जहां पर आप कंफर्टेबल हैं और प्राइवेसी है। आपको ऐसे लोगों को चुनना चाहिए जिनसे बात करते समय आपको झूठ या फिर बात को छुपाना न पड़े। इसके साथ ही आपको जजमेंट का डर न हो। आप उनके साथ खुली और ईमानदार बातचीत करें।
थेरपी की मदद लें
अगर आप मेंटल एब्यूज की शिकार है तो थेरेपी आपके लिए काफी मददगार हो सकती है। इससे आपको अपने इमोशंस को हैंडल करने और हीलिंग में मदद मिलेगी। इसके साथ ही आपको खुद को डिस्कवर करने और ट्रामा के अनुभव में बाहर निकालने के लिए थेरेपी आपकी मदद करेगी। इसके लिए आपको थैरेपिस्ट के साथ एक विश्वसनीय संबंध बनाना होगा जहां पर आप उनके साथ कंफर्टेबल होकर बात कर सके।
खुद को ब्लेम मत करें
मेंटल एब्यूज के मामले में बहुत सारी महिलाएं खुद को ब्लेम देने लग जाती हैं। उन्हें लगता है कि वह एब्यूजर के इस व्यवहार के लिए खुद जिम्मेदार है लेकिन ऐसा नहीं है। आपको खुद को दोष देने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही आपको नेगेटिव सेल्फ टॉक की पहचान करनी होगी कि कब आप खुद के साथ नेगेटिव बातें शुरू कर देते हैं। आप जिस तरह की भावनाओं को महसूस कर रहे हैं उन्हें स्वीकार करें और खुद को जज मत करें।