जानिए मेनोपॉज़ के शुरुआती लक्षण जिन्हें महिलाएँ अक्सर नज़रअंदाज़ कर देती हैं।

मेनोपॉज़ एक महिला की ज़िंदगी का एक नॉर्मल स्टेज होता है, जिसमे पीरियड हमेशा के लिए खत्म हो जाता है। यह आमतौर पर 45-55 की उम्र में होता है।

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Dimpy Bhatt
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Know the early symptoms of menopause women often ignore

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मेनोपॉज़ एक महिला की ज़िंदगी का एक नॉर्मल स्टेज होता है, जिसमे पीरियड हमेशा के लिए खत्म हो जाता है। यह आमतौर पर 45-55 की उम्र में होता है। इस दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे कई तरह के इमोशनल और फिजिकल बदलाव हो सकते है। इस दौरान एक महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं जो मेनोपॉज़ की शुरुआत का संकेत देते हैं। आइए इन खास लक्षणों को देखें।

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जानिए मेनोपॉज़ के शुरुआती लक्षण जिन्हें महिलाएँ अक्सर नज़रअंदाज़ कर देती हैं। 

1. हार्मोनल बदलाव और मूड में उतार-चढ़ाव

मेनोपॉज़ की शुरुआत के साथ ही शरीर में हार्मोन का संतुलन बदलने लगता है। मूड स्विंग इसके शुरुआती असर में से एक है। कई महिलाएँ बिना किसी खास वजह के चिड़चिड़ापन, बेचैनी या उदासी महसूस करने लगती हैं। छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना या अचानक रोना आना अक्सर होता है। यह हार्मोनल बदलावों का संकेत है, फिर भी औरतें अक्सर इसे अपनी पर्सनैलिटी की कमजोरी समझ लेती हैं।

2. पीरियड्स का अनियमित होना

मेनोपॉज़ के सबसे ज़रूरी शुरुआती लक्षण में से एक है पीरियड्स के समय में बदलाव। पीरियड्स का जल्दी या देर से आना, या ब्लीडिंग का ज़्यादा या कम होना जैसे बदलाव इस बात के संकेत हैं कि शरीर मेनोपॉज़ के करीब पहुँच रहा है। कई महिलाएँ डॉक्टर को नहीं दिखातीं क्योंकि वे इसे नज़रअंदाज़ कर देती हैं और सोचती हैं कि यह नॉर्मल है।

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3. नींद से जुड़ी परेशानियाँ

मेनोपॉज़ से नींद से जुड़ी समस्याएँ बढ़ जाती हैं। नींद ठीक से न आना, बार-बार जागना, या थका हुआ उठना आम बात हो जाती है। कभी-कभी रात में पसीना आने से भी नींद पर असर पड़ सकता है। नींद पूरी न होने से दिनभर की एनर्जी और मानसिक संतुलन दोनों पर असर पड़ता है।

4. अचानक गर्मी और पसीने की समस्या

अचानक शरीर में तेज़ गर्मी का एहसास होना, खासकर चेहरे, गर्दन और छाती के आसपास, मेनोपॉज़ का एक सामान्य लेकिन अनदेखा किया जाने वाला लक्षण है। इसे अक्सर मौसम या तनाव से जोड़ दिया जाता है। बार-बार ऐसा होना शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव की ओर इशारा करता है।

5. शरीर और भावनाओं में बदलाव

इस दौर में वजन बढ़ना, खासकर पेट के आसपास, और जल्दी थक जाना आम हो सकता है। इसके साथ ही आत्मविश्वास में कमी, खुद को अलग-थलग महसूस करना या छोटी बातों पर तनाव लेना भी देखने को मिलता है। महिलाएँ अक्सर इन भावनाओं को दबा लेती हैं, जबकि इन्हें समझना और स्वीकार करना ज़रूरी होता है। सही जानकारी और समय पर ध्यान देने से यह बदलाव एक बोझ नहीं, बल्कि ज़िंदगी का एक सहज चरण बन सकता है।

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मेनोपॉज पीरियड