LGBTQIA+ Couples: प्यार एक ऐसा भाव है जो किसी भी व्यक्ति को हो सकता है। हमने नॉर्मली देखा एक महिला एक पुरुष को प्यार करते देखा है, यहां तक कि अपने pets के लिए भी लोगों में प्यार (love) देखा है। हमने अपने जीवन में कभी ना कभी कुछ homosexual लोग जिन्हें LGBTQIA कम्युनिटी का भी कहा जाता है उनको भी प्यार करते हुए देखा है तो हमारे प्यार करने और उनके प्यार करने में क्या अंतर है। अक्सर देखा गया है कि उन लोगों को समान रूप से इज्जत तथा अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता।
समाज में आज भी LGBTQIA Community को बुरी नजर से देखा जाता है ऐसा समझा जाता है कि वे हमें क्षति पहुंचाना चाहते हैं परंतु उनके साथ अभी तक यह भेदभाव क्यों ? आइए जानते हैं कुछ कारण इस ब्लॉग के जरिए।
सोसाइटी का नजरिया
अक्सर यह देखा गया है कि LGBTQIA+ Community के कपल्स को सोसाइटी अच्छे नजरिए से नहीं देखती। सोसाइटी के मुताबिक उनके बीच रिलेशन एक गलत चीज है और वह समाज पर एक गलत असर छोड़ रहे हैं। इस नजरिए की वजह से ही देखा में सामने आया है कि ऐसे कपल सुसाइड का ऑप्शन भी अपने दिमाग में रखते हैं जो कि एक बहुत गलत अप्रोच है इस प्रॉब्लम से डील करने के लिए।
प्रॉब्लम का solution
ऐसे तो यह प्रॉब्लम हमारे दिमाग की जड़ों तक जा चुकी है परंतु इसे खत्म करने के लिए हमें निम्न उपायों का सहारा ले सकते हैं। कंपनियों में उन्हें जॉब देना। अक्सर देखा गया है कि कंपनियां ऐसे प्रावधान रखती है जिसमें LGBTQIA Community के लोग काम नहीं कर सकते परंतु यदि कंपनी ऐसे प्रावधान हटाए और उन लोगों के लिए भी एक सुरक्षित कोटा रखें तथा एक सुरक्षित एनवायरमेंट उन्हें दे तो वह लोग भी एक बेहतर जिंदगी जी सकते हैं।
Society के नजरिए में बदलाव
यह एक अहम इश्यू है तथा इस दिन में सोसाइटी के नजरिए में बदलाव ही इसका सलूशन हो सकेगा। इस बदलाव का कारण कुछ भी हो सकता है जैसे कोई मूवी या ऐसा ही कोई मैसेज जो एक बड़ी ऑडियंस तक जा सके। शुभ मंगल ज्यादा सावधान एक ऐसी ही मूवी है।
नए नियमों की है आवश्यकता
ऐसे तो सेक्शन 377 का हटना एक अहम कदम था परंतु इसके आने के बावजूद इसका वजूद इतना बड़ा नहीं हो सका यह कोशिश निरंतर करनी होगी कि ऐसे अच्छे कानून आए और इन कपल्स की सहायता हो सके।