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जानिए Adoption से जुड़ी कुछ बातें जिनके कारण बच्चे नहीं गोद लिए जाते

हमारे समाज में जब दो लोगों की शादी होती है। उसके कुछ समय बाद ही उन्हें यह कहना शुरू कर दिया जाता है कि अब बेटा, बच्चे कब कर रहे हो? जैसे यह कोई जिंदगी का बहुत जरूरी काम हो। वह उनकी एक पर्सनल चॉइस है। इसमें भी किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

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Rajveer Kaur
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Adoption

Myths Related To Adoption: हमारे समाज में जब दो लोगों की शादी होती है। उसके कुछ समय बाद ही उन्हें यह कहना शुरू कर दिया जाता है कि अब बेटा, बच्चे कब कर रहे हो? जैसे यह कोई जिंदगी का बहुत जरूरी काम हो। वह उनकी एक पर्सनल चॉइस है। इसमें भी किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। जब कोई कपल सामने से यह जवाब दे देता है कि हम बच्चा पैदा नहीं करेंगे बल्कि उसे अडॉप्ट करेंगे तो बहुत लोगों को यह बात हजम नहीं होती है। वह इस बात को नॉर्मलाइज नहीं करते हैं। आज हम जानेंगे कि भारतीय समाज में एडॉप्शन से जुड़ी बातें जो कपल को बच्चा अडॉप्ट करने से रोकती है-

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जानिए Adoption से जुड़ी कुछ बातें जिनके कारण बच्चे नहीं गोद लिए जाते

1. हमारा अपना खून नहीं है

हमारे समाज में यह भी बहुत बड़ी बात है या एक बहाना भी मान सकते हैं कि जब किसी बच्चे को अडॉप्ट करने की बात आती है। तब यह कह दिया जाता है कि यह बच्चा हमारा खून नहीं है। ऐसी सोच हमें बच्चों को मां-बाप से वंचित कर देती है और वह बच्चा जिंदगी भर अनाथ ही रह जाता है। अपना खून जैसा कुछ भी नहीं होता है। हम सब  इंसान के ही बच्चे हैं। इससे बड़ी बात हम पेट पेरेंट्स भी बनते हैं। इस सोच को हमें खत्म करना चाहिए जब भी कोई आपको ऐसी बात करें उसे इग्नोर कर देना चाहिए।

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2. उनकी धर्म और जाति अलग हो सकती है

बच्चा गोद लेने के समय भारतीय घरों में यह बात भी सोची जाती है कि शायद बच्चा हमारे धर्म या जाति से संबंधित न हो। उसकी जाति अलग हो सकती है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। जब आप उसे अडॉप्ट करेंगे आप जैसी परवरिश और माहौल में उसे पैदा करेंगे वो मैटर करता है।  उसकी धर्म और जाति अलग होने से आपको उसकी तरफ से प्यार कम नहीं मिलेगा। अगर आप उसके साथ ऐसा व्यवहार करेंगे वह बच्चों के लिए बुरा असर डाल सकता है।

3. गोद लिए बच्चे अपने नहीं होते

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यहां पर हमें अपना माइंडसेट बड़ा करने की जरूरत है। जब आप बच्चा गोद ले लेते हैं उसके लिए आप ही उसके मां-बाप है। पहले कुछ समय में आपको उसके साथ घुलने- मिलने में मुश्किलें आ सकती है लेकिन बाद में वह आपकी फैमिली होगा। उसके बिना आपका गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा। ऐसा मत सोचिए कि गोद लिए बच्चे अपने नहीं होते। उन्हें आपको खुद अपना बनाना पड़ेगा। 

4.परिवार से अलग दिखेगा

यह हमारे मन में ही बातें बनी हुई है। हमें बच्चों को जब अपना बना लेंगे तब आपको यह सब बातें मायने नहीं रहेंगी। जब आप  बच्चे को महसूस करवाएंगे कि आप हमारे परिवार में से नहीं है या फिर इन बातों का असर होने देंगे फिर समस्या आ सकती है। अगर आप उसे अपने घर में कंफर्टेबल फील करवाएंगे उसके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे जैसा आप अपने बच्चों के साथ करते तो कोई दिक्कत नहीं आएगी।

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5. समाज साथ नहीं देता

यह भी एक बहुत बड़ा फैक्टर है कि समाज में तरह-तरह की बातें बनाई जाती है। लोग बोलते हैं कि शायद उनका अपना बच्चा नहीं हो सकता था इसलिए अडॉप्ट कर लिया। यह बच्चा पैदा नहीं करना चाहते थे और भी बहुत सारी बातें जो कई बार पेरेंट्स को बच्चा अडॉप्ट करने से रोक देता है।

6. एकल माँ के लिए बच्चा गोद लेना मुश्किल

सिंगल मदर के लिए भी बच्चा लेना कई बार बहुत मुश्किल हो जाता है क्योंकि उनको भी समाज की तरफ से बहुत सारी चीज सुननी पड़ती हैं। उनके लिए बच्चा गोद लेने का प्रोसेस भी थोड़ा कॉम्प्लिकेटेड होता है।  हमारे आसपास देखें तो सुष्मिता सेन जी है जिन्होंने सिंगल होने के बावजूद भी बच्चें अडॉप्ट किए हैं। 

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