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1. नवजात शिशु को सही तरीके से गोदी उठाएं
नवजात शिशु बहुत ही कोमल और नाजुक होते हैं। इसीलिए उन्हें गोदी उठाने से पहले एंटीसेप्टिक सेनीटाइजर का इस्तेमाल कर लें ताकि बच्चा संक्रमण के ख़तरे से बचा रहे। वही उनकी हड्डियां भी बहुत नाजुक होती है। इसीलिए गोदी उठाने वक्त बच्चे के गर्दन और सिर को ठीक से पकड़ सपोर्ट दे।
वहीं अगर बच्चा गोद में हो उसके हिसाब से पोजीशन चेंज करें और हर मूवमेंट पर ध्यान रखें।
2. बच्चे को झटका लगने से बचाएं
नवजात शिशु शरीर बहुत नाजुक होता है। उन्हें कभी जोर से हिलाएं नहीं और ना अचानक से गोदी में उठा लें तो। इससे शिशु के सिर में खून रिसने लगता है, जिसके कारण उनकी मौत हो सकती है। वही उन्हें नींद से अचानक से नहीं उठाएं।
3. 6 महीने तक सिर्फ मा का दूध पिलाएं
6 महीने तक नवजात शिशु के लिए मां का दूध ही सबसे अच्छा आहार होता है। मां का दूध गाढ़ा होता है जो बच्चे की इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने में मदद करता है।
4. स्तनपान कराते समय सही पोजीशन का ध्यान रखें
स्तनपान करवाते समय मां और शिशु दोनों को सही पोजीशन में होना जरूरी है। शिशु को दूध पिलाते समय उसे बाजू में उठाकर पूरे शरीर को अपनी ओर कर लें। इसके बाद दूध पिलाएं। स्तनपान के समय जोर से छाती पर ना लगाएं ऐसा करने सुनकर दम घुट सकता है।
5. दूध नहीं आता तो बेबी फूड खिलाएं
अगर आपको दूर नहीं आता है तो आप बच्चे को बेबी फूड या पाउडर वाला दूध बोतल से पिला सकती हैं। बच्चे को बोतल से दूध पिलाने से पहले उबले पानी से धोकर साफ कर ले।
वही इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी हालत में कोई ठोस चीज या बोतल में बच्चे दूध फ्रिज में रख कर उसे दोबारा भूल कर भी ना पिलाएं। वही जब तक बता 6 महीने का नहीं हो जाता उसे पानी तक ना पिलाएं।
Disclaimer- यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।