Triumph over fear: असफलता के डर को जीतना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि ये डर हमें ज़िंदगी में आगे बढ़ने से रोकता है। नये अवसरों को अपनाने, अपने सपनों का पीछा करने और अपनी क्षमताओं को आज़माने से हमें वही रोकता है। अगर हम असफलता से डरते रहेंगे तो हमेशा सुरक्षित दायरे में ही सिमटे रहेंगे और कभी भी अपनी वास्तविक क्षमता को हासिल नहीं कर पाएंगे। सफलता का रास्ता असफलताओं से होकर ही जाता है, और हर असफलता सीखने का एक बेहतरीन मौका होता है ।
अगर आप भी खुद को असफलता के भय से जकड़ा हुआ पाते हैं, तो ये पाँच कदम आपकी मदद कर सकते हैं
1. मनोवैज्ञानिक मजबूती (Mental Toughness) विकसित करें
सफलता सिर्फ कौशल और प्रतिभा पर निर्भर नहीं करती। मानसिक मजबूती भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। असफलताओं का सामना करने के लिए दृढ़ संकल्प और लचीलेपन (resilience) की ज़रूरत होती है। मुश्किल परिस्थितियों में भी हार ना मानने का जज्बा और सीखने की इच्छा रखें। असफलता को रास्ते में लगी ठोकर समझें, ना कि मंजिल तक पहुंचने की अयोग्यता का प्रमाण।
2. आरामदेह क्षेत्र से बाहर निकलें
हम अक्सर उन चीज़ों को करने से कतराते हैं जिनमें असफलता का डर होता है। नतीजा ये होता है कि हमारी ज़िंदगी एक सुरक्षित और सीमित दायरे में सिमट कर रह जाती है। सफलता हासिल करने के लिए अपने कम्फर्ट ज़ोन से बाहर निकलना ज़रूरी है। नई चीज़ें सीखने की कोशिश करें, जोखिम उठाएं और अपने आपको चुनौती दें। याद रखें, विकास हमेशा हमारे कम्फर्ट ज़ोन के बाहर ही होता है।
3. सकारात्मक लोगों के साथ रहें
कहा जाता है कि "मनुष्य अपने परिवेश का परिणाम होता है।अपने आसपास सकारात्मक और उत्साहित करने वाले लोगों को रखें। जो लोग असफलता को सीखने के अवसर के रूप में देखते हैं और लगातार प्रयास करते हैं, उनकी संगति आपको भी प्रेरित करेगी। नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों से दूर रहें, जो सिर्फ कमियों की ओर ध्यान दिलाते हैं।
4. अपने आप को माफ़ करना सीखें
असफलता के बाद खुद को कोसना या निराश होना स्वाभाविक है। लेकिन इस नकारात्मकता में फँसने से बचें। अपने आप को माफ़ करना सीखें। इस बात को स्वीकार करें कि गलतियां होना इंसानियत का हिस्सा है। हर असफलता के बाद खुद का विश्लेषण करें, गलतियों से सीखें और फिर से नई शुरुआत करें।
5. बड़ी और छोटी दोनों सफलताओं का जश्न मनाएं
सफलता की राह लंबी होती है। रास्ते में छोटी-छोटी सफलताएं भी मिलती रहती हैं। इन छोटी सफलताओं को नज़रअंदाज़ ना करें। हर छोटी उपलब्धि का जश्न मनाएं। ये जश्न आपको खुशी देंगे और आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देंगे। याद रखें, बड़ी सफलताएं छोटी-छोटी सफलताओं के लगातार प्रयासों का ही नतीजा होती हैं।