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पीरियड्स से जुड़ी कुछ समस्याएं होती हैं, जैसे-
1. पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा दर्द और कमज़ोरी महसूस होना
कुछ महिलाओं को तो पीरियड्स के दौरान ज्यादा दर्द नही होता या होता भी है तो वो सहन कर लेती हैं लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिन्हें काफी ज्यादा दर्द होने के साथ-साथ कमज़ोरी भी महसूस होने लगता है। उनको सिर दर्द और जी मचलने की शिकायत भी रहती है। हाल इतना बेहाल हो जाता है कि ऐसी महिलाएं कही बाहर जाने की हिम्मत नही कर पाती और घर में ही रहना पसंद करती हैं।
2. स्केंटी पीरियड्स (Scanty Periods)
स्केंटी पीरियड्स वो पीरियड होते हैं जब पीरियड के दौरान आपको कम ब्लीडिंग हो। इस पीरियड को अच्छे से पहचानने के लिए आपको अपने 3 महीनों के पीरियड साइकिल पर ध्यान देना होगा। अगर 3 महिने तक आपको कम ब्लीडिंग हो रही है तो इसका मतलब आपको स्केंटी पीरियड्स की प्रॉब्लम है। इसमें ज्यादा घबरानें वाली बात नही है। इसे ठीक करने के लिए आपको अपने लाईफस्टाइल औऱ खान-पान में बदलाव करने की ज़रूरत होती है। अगर फिर भी ये प्रॉब्लम सॉल्व नही होती तब ये चिंता की बात है।
3. बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
ज्यादा खून बहना या ज्यादा बड़े-बड़े Clots निकलना काफी परेशानी की बात है। अगर आपको दिन में 4 से ज्यादा बार पेड बदलना पड़ता है या ब्लीडिंग लगातार काफी ज्यादा दिनों तक हो रही है तो आपको डॉक्टर्स से मिलने की ज़रूरत है।
4. 1 महीने में दो बार पीरियड्स का होना
कभी-कभी ऐसा होता है कि एक ही महिने में 2 बार ब्लीडिंग होती है। ऐसा होने बिल्कुल भी नॉर्मल नही है।
5. इर्रेगुलर पीरियड्स
पीरियड्स का कभी 1 महीने के बाद 2 महीनों तक ना आना या बिल्कुल ही इर्रेगुलर हो जाना भी एक बड़ी समस्या है। कई बार ऐसा PCOD के कारण भी होता है लेकिन सही रहेगा कि आप अपने पीरियड्स के इर्रेगुलेटरी का सही कारण जान पाएं
अगर इन सब समस्याओं में से कोई भी समस्या आपको है तो ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर से मिलें और इसका सही इलाज़ कराएं।
ये थी कुछ period problems in hindi
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