Shorten Period Cycle: पीरियड महिलाओं की जिंदगी का एक अहम प्रोसेस है जिससे हर महिला महीने में एक बार गुजरती है। अगर यह समय पर नहीं आते हैं तो एक चिंता का विषय हो जाता है। मन में बहुत सारे सवाल उठने लग जाते हैं। कई बार हमें पीरियड रेगुलर आते हैं लेकिन उनका साइकिल बहुत छोटा हो जाता है। इसके भी बहुत सारे कारण हो सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में -
नार्मल पीरियड लेंथ
सबसे पहले हम जानते हैं कि नॉर्मल मेंस्ट्रूअल साइकिल की लेंथ के बारे में जानते हैं। पीरियड का अनुभव हर महिला में अलग होता है। किसी महिला को महीने में 5 दिन, 2 दिन या 7 दिन पीरियड आ सकते हैं। यह बिल्कुल नॉर्मल है। वैसे एक एवरेज महिला का पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है।
Shorten Period Cycle: एक या दो दिन में पीरियड हो जाते हैं खत्म, ये हो सकते हैं कारण
Perimenopause
मेनोपॉज से पहले महिलाएं एक पड़ाव से गुजरती है जिसे पेरीमेनोपॉज कहा जाता है। इसके कारण भी महिलाओं के पीरियड साइकिल की लेंथ छोटी हो सकती है। इन दिनों में होने वाले हार्मोनल बदलाव से आपके पीरियड की अवधि पर भी असर पड़ सकता है।
Pregnancy
प्रेगनेंसी के कारण भी आपके पीरियड की अवधि मैं कमी आ सकती है। ऐसा इंप्लांटेशन ब्लीडिंग के कारण होता है जब एक फर्टिलाइजर एग यूट्रस की परत से जुड़ जाता है। ऐसा हर महिला में नहीं होता है।
Birth Control
जब महिलाएं बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करती है, उसके कारण भी ब्लीडिंग हो जाती है, जिसे शॉर्टन पीरियड के तौर पर लिया जाता है। ऐसा बर्थ कंट्रोल पिल के उपयोग से एक महीने के अंदर दिखाई दे सकता है। महिलाओं के साथ इसलिए भी हो सकता है क्योंकि वह बर्थ कंट्रोल पिल को लगातार नहीं ले रही हैं और स्मोकिंग या अल्कोहल भी कारण हो सकता है।
Anovulatory Cycle
यह भी शॉर्टेनेड पीरियड का एक कारण हो सकता है। ऐसा तब होता है जब ओवरी में एग रिलीज नहीं होता है। यह उन महिलाओं में ज्यादा होता है जिन्हें अभी पीरियड आने शुरू हुए हैं या फिर वह मेनोपॉज के करीब है। यह इरेगुलर इंटरवल में होता है।
PCOS
महिलाओं में यह समस्या बहुत आम है। इसे पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से जाना जाता है। इसमें महिलाओं के मेल हारमोंस फीमेल हार्मोस से ज्यादा बनते हैं, जिसके कारण महिलाओं को पीरियड अनियमित भी हो जाते हैं क्यों और आपके पीरियड साइकिल की लेंथ में भी छोटी हो जाती है।
Hormonal Imbalance
हॉरमोन इंबैलेंस के कारण आपके पीरियड की साइकिल पर भी असर पड़ता है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे स्ट्रेस। लाइफस्टाइल और डाइट। इन सब चीजों का असर आपके हारमोंस पर पड़ता है जिसके कारण आपको यह समस्या दिखाई दे सकती है।