New Update
मेरा मानना है कि स्मार्ट लड़कियां अपने पार्टनर पर निर्भर रहने के बजाय अपना कंडोम साथ लेकर चलती हैं। सेफ सेक्स के लिए कंडोम कैरी करना बहुत ज़रूरी है.
मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल की सीनियर Obstetrician एंड गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. वैशाली जोशी कहती हैं, '' हम कोसेंनसुअल सेक्सुअल रिलेशनशिप (consensual sexual relationship) के दौर में हैं, जिसमें आज के माडर्न समय में विवाह से पहले सेक्स हो सकता है, इसलिए कंडोम ले जाना लुस केरेक्टर (loose character) का सिंबल नहीं होना चाहिए।
कई बार, पुरुष कंडोम पहनने से इनकार करते हैं और unprotected sex बनाने के लिए आपसे मीठी-मीठी बातें करते हैं। अक्सर मेरे साथ भी ऐसा होता है लेकिन कोंडम हम दोनों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करता हैं।
सेफ सेक्स दोनों पार्टनर्स की जिम्मेदारी है
महिलाओं को कंडोम ले जाने में शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। “हम सभी सेक्स के सटिगमास को तोड़ने में योगदान दे सकते हैं और अगर आप सैक्सुअली ऐक्टिव हैं , तो प्रोटेक्शन हमेशा साथ रखें "।
हम कोसेंनसुअल सेक्सुअल रिलेशनशिप (consensual sexual relationship) के दौर में हैं, जिसमें आज के माडर्न समय में विवाह से पहले सेक्स हो सकता है , इसलिए कंडोम ले जाना लुस केरेक्टर (loose character) का सिंबल नहीं होना चाहिए। - सीनियर Obstetrician एंड गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. वैशाली जोशी
कुछ लोगों के लिए, यह एक उचित तर्क है कि कंडोम, मोटे तौर पर एक पुरुष आर्टिफैक्ट है, वो इसलिए उसे खरीदने की ज़िम्मेदारी भी एक पुरुष की होनी चाहिए। लेकिन दूसरी साइड देखे तो जब एक महिला कंडोम लेती है, तो यह केवल प्रोटेक्टिव गियर नहीं होता है - यह उसकी सेक्सुअल एजेंसी का एक टूल है। वह सेक्सुअल हेल्थ और सुरक्षा के आधार पर किसी पार्टनर को सेक्स की अनुमति दे सकती है या इनकार भी कर सकती है। इसके अलावा, यदि उसको किसी इंसान से STD होने का खतरा हो सकता है, तो क्या किसी महिला को आवश्यक सावधानी बरतने के लिए ज़िम्मेदार नहीं होना चाहिए?
स्टिग्मा
समाज लड़कियों को सेक्सुअल इमोशन को दबाने और उन्हें शर्मिंदा करता है, जब वह अपने इमोशन को एक्सप्रेस करने की कोशिश करती हैं। मेरा मानना है कि जब आप अपने पार्टनर, दोस्त, या परिचित से सेक्स के बारे में कुछ पूछना चाहते हैं, तो एक स्ट्रेटफॉरवर्ड कन्वर्सेशन करना ठीक है। मैं sexual wellbeing और सेफ सेक्स के बारे में चर्चा करने से कभी नहीं कतराती।
डॉ. वैशाली जोशी कहती हैं, इस मुद्दे को हल करने के लिए सेक्स एजुकेशन देना और contraceptive methods के बारे में जागरूकता फैलाना जरूरी है। एक महिला को नियमित गर्भनिरोधक (contraceptive) के साथ एक कंडोम का भी उपयोग करना चाहिए , जिसे हम डबल डच मेथड कहते हैं। कंडोम न केवल अनियोजित गर्भावस्था (unplanned pregnancy) को रोकता है, बल्कि एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी, आदि जैसे कई सैक्सुअल ट्रांसमीटिड इंफेक्शन से भी बचाता है।
हमें विशेष रूप से कंडोम खरीदने और ले जाने से जुड़े खतरनाक stigma को दूर करने की जरूरत है, और अपने सैक्सुअल हेल्थ को टॉप पर रखने के बारे में अवश्य सोचना चाहिए।