/hindi/media/post_banners/uxNhMIFLY7yYNdwlbHhB.jpg)
हर मां चाहती है कि उसके बच्चे अच्छी परवरिश के साथ बड़े हों लेकिन कई बार मां सिर्फ अपनी बेटी पर ही एक अच्छी परवरिश का ठप्पा लगा देती हैं जिसके कारण बेटी और बेटे में अंतर दिखना शुरू हो जाता है। तो आइए जानतें हैं वो 5 सेक्सिस्ट एक्सपेक्टेशंस जो एक मां अपनी बेटी से करती है।
हर मां अपनी बेटी से चाहती है कि वह शांत रहे और हर बड़े इंसान की इज्जत करे, अब चाहें वो बड़ा कितना भी बदतमीज या बेशर्म क्यों न हों।
मां बेटी से उम्मीद करती है कि वह थोड़ा धीरे बोले, कम बोले , बेमतलब हंसे नहीं और ऐसी चीज़ों की लिस्ट बहुत बड़ी है।
हर मां यह कोशिश हमेशा करती है कि वह अपने बच्चों का फोन चेक करे, उसके दोस्तों के साथ उसकी बातों को बिन परमिशन के पढ़े और उनकी पर्सनल डायरीज को भी बिना परमिशन के छुप छुप के पढ़े।
मांओं को ये जानना जरूरी है कि उनके बच्चों की अपनी प्राइवेसी होती है और बेटियों के फोन को चेक कर वक्त बॉयफ्रेंड की एक्सपेक्टेशन ना करना बिल्कुल गलत है।
"बेटी को आरती आनी चाहिए, पूजा की सामग्री के बारे में सब पता होना चाहिए, भजन आने चाहिए।" ये बातें हर मां अपनी बेटी को बताती है।
अपनी बेटी को जानबूझ कर अपनी सहेलियों के बीच बिठा कर मां कोशिश करतीं हैं कि वह भी पूजा पाठ से जुड़ी चीजें जानें ताकि पराए घर जाकर मां का नाम न डुबो दे।
अरे! मां, अगर ये सब करने का मन नहीं है तो क्यों फोर्स करती हो और अगर करती हो तो मेरे विश्वासों को भी तो मानों।
ज्यादा तर घरों में बेटियों को कभी न कभी तो सेक्सुअल हैरेसमेंट या वायलेंस का शिकार होना पड़ा है और ये पता हॉट हुए भी कि ये गलत है, मां चाहती हैं कि उनकी बेटियां इन्हें चुप चाप s3h लें वरना दुनिया वाले क्या सोचेंगे और कहेंगे।
ये करना बेटी को अन्याय सहना सिखाना कहलाता है और ये बिलकुल भी सही नहीं है।
मां को लगता है कि लड़की का बॉयफ्रेंड होना उसे कैरेक्टरस्लेस बनाता है। जबकि ऐसा नहीं है। बॉयफ्रेंड होना या बॉय बेस्ट फ्रेंड होना लड़की को लड़कों को जानने में मदद करते हैं जिससे कि वो अपने फ्यूचर में अपने पार्टनर के साथ अच्छे से कॉपरेट कर सके।
तो ये थी 5 सेक्सिस्ट एक्सपेक्टेशंस जो हर मां अपनी बेटी से करती है।
मां की अपनी बेटी से सेक्सिस्ट एक्सपेक्टेशंस
1. शांत रहना सीखे
हर मां अपनी बेटी से चाहती है कि वह शांत रहे और हर बड़े इंसान की इज्जत करे, अब चाहें वो बड़ा कितना भी बदतमीज या बेशर्म क्यों न हों।
मां बेटी से उम्मीद करती है कि वह थोड़ा धीरे बोले, कम बोले , बेमतलब हंसे नहीं और ऐसी चीज़ों की लिस्ट बहुत बड़ी है।
2. प्राइवेसी को ना कहना
हर मां यह कोशिश हमेशा करती है कि वह अपने बच्चों का फोन चेक करे, उसके दोस्तों के साथ उसकी बातों को बिन परमिशन के पढ़े और उनकी पर्सनल डायरीज को भी बिना परमिशन के छुप छुप के पढ़े।
मांओं को ये जानना जरूरी है कि उनके बच्चों की अपनी प्राइवेसी होती है और बेटियों के फोन को चेक कर वक्त बॉयफ्रेंड की एक्सपेक्टेशन ना करना बिल्कुल गलत है।
3. संस्कारी होना और पूजा पाठ वाली होना
"बेटी को आरती आनी चाहिए, पूजा की सामग्री के बारे में सब पता होना चाहिए, भजन आने चाहिए।" ये बातें हर मां अपनी बेटी को बताती है।
अपनी बेटी को जानबूझ कर अपनी सहेलियों के बीच बिठा कर मां कोशिश करतीं हैं कि वह भी पूजा पाठ से जुड़ी चीजें जानें ताकि पराए घर जाकर मां का नाम न डुबो दे।
अरे! मां, अगर ये सब करने का मन नहीं है तो क्यों फोर्स करती हो और अगर करती हो तो मेरे विश्वासों को भी तो मानों।
4. गलत बात के खिलाफ आवाज न उठाने वाली
ज्यादा तर घरों में बेटियों को कभी न कभी तो सेक्सुअल हैरेसमेंट या वायलेंस का शिकार होना पड़ा है और ये पता हॉट हुए भी कि ये गलत है, मां चाहती हैं कि उनकी बेटियां इन्हें चुप चाप s3h लें वरना दुनिया वाले क्या सोचेंगे और कहेंगे।
ये करना बेटी को अन्याय सहना सिखाना कहलाता है और ये बिलकुल भी सही नहीं है।
5. शादी से पहले सेक्स या बॉयफ्रेंड न होना
मां को लगता है कि लड़की का बॉयफ्रेंड होना उसे कैरेक्टरस्लेस बनाता है। जबकि ऐसा नहीं है। बॉयफ्रेंड होना या बॉय बेस्ट फ्रेंड होना लड़की को लड़कों को जानने में मदद करते हैं जिससे कि वो अपने फ्यूचर में अपने पार्टनर के साथ अच्छे से कॉपरेट कर सके।
तो ये थी 5 सेक्सिस्ट एक्सपेक्टेशंस जो हर मां अपनी बेटी से करती है।