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-प्यार सिर्फ एक बार नही होता
जब हम रिलेशनशिप्स के बारें में सोचते हैं तो ज़रूरी है कि हम 'कुछ-कुछ होता है' में जैसा शाहरुख़ खान ने कहा उस बात पर ध्यान न दें। प्यार दो बार भी हो सकता है, तान बार भी हो सकता है और अनगिनत बार भी हो सकता है। बहुत से ऐसे कपल्स भी है जो कई सालों तक साथ रहने के बाद एक-दूसरे को अच्छे से जान और समझ पाते हैं। तो ऐसा बिल्कुल नही है कि आपके लिए कोई बना नही हैं बस ज़रूरत हैं तो सही साथी तलाशने की, साथ समय बिताने की।
-बच्चों को चाहिए एक बेहतर घर, एक बेहतर माहौल
कई कपल्स को लगता है कि उनका साथ रहना ही बच्चों को एक अच्छी ज़िंदगी दे सकता है। लेकिन बच्चें ऐसा कभी नही चाहेंगें कि वो एक उदास और लड़ाई-झगड़े वालो माहौल में बड़ें हो। बच्चें दो अलग-अलग घरों में जाना, रहना पसंद करेंगे बजाय एक झगड़े वाले परिवार के। एक रिसर्च के अनुसार यह पता चला है कि बच्चों का एक टॉक्सिक परिवार में पालन-पोषण उनकी युवावस्था तक को अफेक्ट करता है। यहां तक की उन बच्चों का प्यार पर से विश्वास तक उठ जाता है।
-खुद का जीवन जीने के लिए
हम इस दुनिया में अकेले आएं है और अकेले जाना है। फिर भी हम किसी ना किसी को ढूंढते हैं हमारे साथ रहने के लिए, जीने के लिए। लेकिन ऐसा कही भी किसी भी किताब में नही लिखा कि आप अपनी ज़िंदगी अकेले और अपने दम पर नही जी सकती। वो आज़ादी ही तो है जिसकी भूख हम सबको है। तलाक के बाद आपको अपने पार्टनर के थोपे हुए डिसीज़न के बजाय अपने खुद के डिसीज़न ले सकती हैं और उन पर काम कर सकती हैं। आप जहां चाहें वहां घूम-फिर सकती हैं और अपने मन से अपनी ज़िंदगी जी सकती है।
-एक बोझ खत्म होने की खुशी
हां, कभी-कभी तलाक लेने का डिसीज़न काफी मुश्किल लग सकता है क्योंकि शायद आप सोच रही हो कि ये सब तो नॉर्मल ही है या इतना खराब भी नही लेकिन वो उतना ही खराब, सही क्यों नही है। आपको ज़रूरत है कि आप अपने मेंटल, इमोशनल और फिज़िकल सेहत का ख्याल रखें और अपने आप को ये सब सहने के लिए मना करें। एक बार आप खुद को इन चीज़ो और उस व्यक्ति से दूर करने का फैसला कर लेती है तब आपका किसी और के लिए जीने का बर्डन खुद-ब-खुद कम हो जाएगा। आपकी रातों की चैन की नींद वापिस आपकी आंखों में आ जाएगी।
-अपने लिए और अपनी बेहतर लाईफ के लिए कदम ऊठाएं
अगर आप अपने दोस्तों, साथियों और रिश्तेदारों से अपने रिश्ते की अनबन या तलाक लेने के फैसले के बारें में बताने से डर रहे हैं या सोच रहे हैं कि वो क्या सोचेंगे तो आपको ज़रूरत है कि ये सब सोचना छोड़कर आप अपने बारे में सोचें क्योंकि वो लोग आपकी ज़िंदगी नही जी रहे तो ज़ाहिर सी बात है कि आपके परेशानियों और दुख को भी नही समझ पाएंगें। आपको किसी को भी एक्सप्लेनेशन देने की ज़रूरत नही है। भले आपका पार्टनर कुछ भी सोचे या उसे आपसे अलग फील हो रहा हो लेकिन ये हमेशा आपका फैसला होना चाहिए कि आपको उनके साथ रहना है या नही। हमेशा याद रखें, किसी को खुश रखने से ज्यादा ज़रूरी है आपका खुद खुश रहना।
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