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सेक्स पार्टनर से बात - भारत में सेक्स से जुड़ी बातें करना किसी अपराध से कम नहीं है। अगर लोगों के सामने सिर्फ सेक्स भी बोल दिया जाएं तो वह जज करने से पीछे नहीं हटते हैं। भारत में सेक्स एजुकेशन मिलना तो बहुत दूर की बात है, 9-10 के बायोलॉजी विषय तक में युटेरस, एलिफेंट ट्यूब,कंडोम से ज्यादा नहीं पढ़ाया जाता है। हमें इंटिमेसी, कंसेंट, संचार, प्लेजर बारे में नहीं बताते जो कि बताना काफी जरूरी हैं।
वही ज्यादातर लोग सेक्स से जुड़ी बातें पोर्न या फिल्मों के जरिए ही जानते हैं। लेकिन उसमें भी सेक्स से जुड़ी जरूरी बातें नहीं की जाती बस सेक्स कैसे हो रहा है दिखाया जाता है। क्या आपने कभी किसी ऑनस्क्रीन कपल को सेक्स करने से पहले उसके बारे में बात करते सुना है? जाहिर है कि नहीं। हालांकि यह जरूरी है, हर व्यक्ति की सेक्स से जुड़ी अलग-अलग फैंटेसी होती हैं। लेकिन कोई जज ना कर ले इस डर के कारण अपनी फैंटेसी के बारे में बात नहीं करतें। इसी कारण हमारा सेक्स लाइफ भी बोरिंग हो जाती है।
बेल्जियम साइकदरेपिस्ट (Belgian psychotherapist) एसथर पैरेलल के अनुसार सेक्स के जरिए हमें कई चीजों का अनुभव मिलता है। जैसे कि कोमलता, क्लोज़नेस, तीव्रता, एग्रेसन, अतिक्रमण, आध्यात्मिक संबंध, विद्रोह, सरेंडर, डोमिनेंस, परित्याग, स्वतंत्रता, जिम्मेदारी से स्वतंत्रता। उन्हीं चीजों की कल्पना करें।
हम ऐसी कई चीज़ अच्छी लगती हैं जो हम उत्तेजित कर देती है। जैसे कि कमर छूते वक्त आपको अच्छा लगता है, आपके गले पर किस करते हैं तब अच्छा लगता है।
आप कल्पना करें कि आप एरोटिक फिल्म में किस तरह के करैक्टर, कपड़े, इंटीमेट सींस को रखेंगे। फिल्म के ज़रिए अपनी फेंटेसी कितने दूर तक लें जा सकती हैं।
कल्पना करें कि अगर आपको ऐसा मौका मिलेगा तो आप उस वक्त क्या करती हैं। जीवित और मरे व्यक्ति में से चुनकर उसके साथ क्या करेंगी।
सेक्स करते वक्त या अपने आप को उत्तेजित करने के लिए यह कल्पना करें।
हम अपने पार्टनर के साथ सेक्स इसलिए करते हैं ताकि हम भी उनके साथ इंटीमेसी, कनेक्शन, वह फीलिंग मिल सकें। वरना सेक्स टॉयज की मदद से भी उत्तेजित हो सकतें है।
हालांकि अपने पार्टनर से फेंटेसी साझा करना जरूरी है, ऐसा करने से पार्टनर एक दूसरे को संतुष्ट कर पाएंगे और आपकी इच्छा को भी समझेंगे।
वही ज्यादातर लोग सेक्स से जुड़ी बातें पोर्न या फिल्मों के जरिए ही जानते हैं। लेकिन उसमें भी सेक्स से जुड़ी जरूरी बातें नहीं की जाती बस सेक्स कैसे हो रहा है दिखाया जाता है। क्या आपने कभी किसी ऑनस्क्रीन कपल को सेक्स करने से पहले उसके बारे में बात करते सुना है? जाहिर है कि नहीं। हालांकि यह जरूरी है, हर व्यक्ति की सेक्स से जुड़ी अलग-अलग फैंटेसी होती हैं। लेकिन कोई जज ना कर ले इस डर के कारण अपनी फैंटेसी के बारे में बात नहीं करतें। इसी कारण हमारा सेक्स लाइफ भी बोरिंग हो जाती है।
बिना अपने पार्टनर से जज हुएं अपनी फेंटेसी को पूरे करने के लिए यह कल्पना कर खुद को और अपने पार्टनर को संतुष्ट करें
1. सेक्स में सबसे ज्यादा क्या पसंद है ?
बेल्जियम साइकदरेपिस्ट (Belgian psychotherapist) एसथर पैरेलल के अनुसार सेक्स के जरिए हमें कई चीजों का अनुभव मिलता है। जैसे कि कोमलता, क्लोज़नेस, तीव्रता, एग्रेसन, अतिक्रमण, आध्यात्मिक संबंध, विद्रोह, सरेंडर, डोमिनेंस, परित्याग, स्वतंत्रता, जिम्मेदारी से स्वतंत्रता। उन्हीं चीजों की कल्पना करें।
2. ऐसी क्या सेक्सुअल चीजें है जो आपको उत्तेजित कर देती हैं ?
हम ऐसी कई चीज़ अच्छी लगती हैं जो हम उत्तेजित कर देती है। जैसे कि कमर छूते वक्त आपको अच्छा लगता है, आपके गले पर किस करते हैं तब अच्छा लगता है।
3. अगर आप एरोटिक फिल्म निर्देशक होंगी तो कैसे निर्देशित करेंगी
आप कल्पना करें कि आप एरोटिक फिल्म में किस तरह के करैक्टर, कपड़े, इंटीमेट सींस को रखेंगे। फिल्म के ज़रिए अपनी फेंटेसी कितने दूर तक लें जा सकती हैं।
4. अगर आपको जीवित या मरे हुएं व्यक्ति में से किसी के साथ सेक्स करने का मौका मिलेगा तो आप किसके साथ करेंगी
कल्पना करें कि अगर आपको ऐसा मौका मिलेगा तो आप उस वक्त क्या करती हैं। जीवित और मरे व्यक्ति में से चुनकर उसके साथ क्या करेंगी।
5. आप क्या सोचती हैं जब आप मास्टरबेट करतीं हैं
सेक्स करते वक्त या अपने आप को उत्तेजित करने के लिए यह कल्पना करें।
हम अपने पार्टनर के साथ सेक्स इसलिए करते हैं ताकि हम भी उनके साथ इंटीमेसी, कनेक्शन, वह फीलिंग मिल सकें। वरना सेक्स टॉयज की मदद से भी उत्तेजित हो सकतें है।
हालांकि अपने पार्टनर से फेंटेसी साझा करना जरूरी है, ऐसा करने से पार्टनर एक दूसरे को संतुष्ट कर पाएंगे और आपकी इच्छा को भी समझेंगे।