Things Every Parent Should Know About: माता-पिता के द्वारा दिए गए संस्कार ही बच्चों को उनके भविष्य को सुधारने में मदद करते हैं ताकि उनका बच्चा जीवन में तरक्की करें और आगे चलकर खूब नाम कमाएI हर माता- पिता को अपने बच्चों के प्रति और उनकी गतिविधियों के प्रति काफी सजग रहना चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में बच्चे कभी-कभी गलत संगती पकड़ कर अपना भविष्य खराब कर लेते हैंI ऐसे में अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित बनाने के लिए मां-बाप को भी अपने बच्चों के प्रति थोड़ा फ्रेंडली एवं अंडरस्टैंडिंग होना पड़ता है ताकि वह अपने बच्चों के और करीब हो सकेI आइए, जानते है पेरेंटिंग करते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए।
पेरेंटिंग से जुड़ी यह बाते हर माता - पिता को पता होनी चाहिए
1. भावनात्मक सहयोग देना
आजकल के माता - पिता को यह ध्यान जरूर देना चाहिए कि वे अपने और अपने बच्चों के बीच एक अच्छा भावनात्मक रिश्ता बनाए ताकि उनके बच्चें उनसे निजी जीवन की सारी बाते बिना किसी झिझक के बता सके। इससे आगे चलकर उनके संबंध और भी मजबूत होगा और उन्हें विश्वास रहेगा कि जरूरत के वक्त उनके माता-पिता उनका सहारा बनेंगेI
2. अनुशासन का पाठ पढ़ाना
बच्चों को अनुशासन में रखना हर माता पिता की प्रमुख जिम्मेदारी होती हैं, उनको सही वक्त पर व्यायाम करवाना, पढ़ाई करवाना, भोजन करवाना इत्यादि चीजे, आगे चलकर उनके जीवन में काफ़ी अच्छा बदलाव ला पाएगी।
3. भेद - भाव रहित पेरेंटिंग
पुराने समय में लड़का और लड़की में भेद-भाव किया जाता था परंतु अब माता - पिता अपने बच्चों को समान समझकर उनकी परवरिश करते हैं, इससे बच्चों के बीच कोई भी जलन की भावना नही रहती है।
4. बच्चों की संगति पर रखे ध्यान
पेरेंटिंग मे यह बात भी मुख्य रूप से ध्यान रखनी चाहिए कि बच्चों की संगति किस प्रकार की हैI आजकल के बदलते समय में बच्चे अक्सर गलत संगती में पड़कर अपना जीवन बर्बाद कर लेते है। इसलिए वह किन से मिलते-जुलते हैं, उनकी फ्रेंड-सर्कल कैसी है? इस बात का ध्यान रखेI
5. बच्चो की पढ़ाई पर भी दे ध्यान
माता-पिता को यह जरूर ध्यान देना चाहिए कि उनके बच्चों ने अपनी पढ़ाई का कितना हिस्सा कवर किया है और इसी के साथ उन्हें बच्चों को उनके होमवर्क में भी मदद करनी चाहिए अगर बच्चे को मदद की जरूरत पड़े तो।
माता - पिता को पेरेंटिंग में यह बात भी विशेष ध्यान रखनी चाहिए कि उनके बच्चे पूरी तरह से खेल- कूद जैसी गतिविधियों में भी भाग ले ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास भी अच्छे से हो सके। इसी के साथ साथ माता- पिता को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि उनका अपने बच्चें पर किसी भी तरह का कोई भावनात्मक दबाव न बने क्योंकि इससे बच्चे अधिक चिड़चिड़े हो सकते है और उनका मानसिक स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है।