बॉडी पॉजिटिविटी का अर्थ है अपने शरीर के संबंध में पॉजिटिव सोच रखना, और नेगेटिव ख्यालों को रिजेक्ट कर देना। चाहे आप मोटे हैं, पतले हैं, कम लम्बाई के हैं, बहुत लम्बे हैं, नाक टेड़ा है, दांत बड़े हैं, जो भी हो, उसमें खुश रहें।
हमारे समाज में बॉडी शमिंग और अपने शरीर को लेकर नकारात्मक सोच बहुत फैला हुआ है। इसके कारण लोग अपने रूप को लेकर अप्रसन्न हो जाते हैं। इसका मेंटल हेल्थ पर भी बुरा असर हो सकता है। इसलिए सबको कोशिश करनी चाहिए की वे अपने आप से प्यार करें और दुसरे के शरीर के बारे में भी बुरे कमेंट्स न दे।
बॉडी पॉजिटिविटी के लिए टिप्स:
1. आयने के सामने खुश रहें
लगभग हर व्यक्ति के लिए यह सच है की वे अपने आयने के सामने जा कर आपने शरीर की सबसे ज़्यादा बुराई करते हैं। चाहे वह किसी पिम्पल के बारे में हो, या झड़ते बालों की या फिर अपने शरीर के साइज़ की। इसे बदलें। आप अपने आयने के सामने जा कर बुराई मत ढूंढिए। अपने शरीर के बारे में अचे चीज़े ढोंढिये। जैसे की आपकी आंखें कितनी सुंदर हैं या आप जब मुस्कुराते हैं तो आपका चिन कितना अच्छा लगता है।
2. अगर आप यह बात अपने दोस्त से नहीं कहेंगे तो अपने आप से भी न कहे
जब भी आप अपने बारे में कुछ बुरा सोचते हैं, खुद से सवाल करें की “क्या मैं अपने दोस्त के बारे में ऐसा कहती/कहता?” अगर उत्तर ‘ना’ है तो अपने आप से भी यह न कहे। अपने आप के बारे में वह सोचना छोड़ने का प्रयास करें।
3. तारीफ एक्सेप्ट करना सीखिए
बहुत बार ऐसा होता है की हम अपने बारे में कुछ अच्छा सुनने का आदत खो देते हैं या खुद की इतनी बुराई करते हैं, इसलिए अगर कोई हमसे कहता है की हम सुंदर लग रहे हैं, या कोई ड्रेस हम पर जच रहा है, तो हम उसे स्वीकार नहीं कर पाते हैं। हम उस व्यक्ति से कहते हैं “शुक्रिया पर… (अपने बारे में कुछ बुरा)”। यह सही नहीं है।
अगर कोई आपकी तारीफ करें, आप उनका विश्वास करने का प्रयास करें। इस सोच से बचने की प्रयास करे की वे आपकी झूठी तारीफ कर रहे हैं। यह मुश्किल हो सकता है, लेकिन आपके लिए अच्छा है।
4. साइज़ पर नहीं सेहत पर ध्यान दें
अधिकांश लोग साइज़ पर ज़रूरत से ज़्यादा ध्यान देते हैं जबकि हमें सेहत पर ध्यान देना चाहिए। अगर आपको डाईबेटिस, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की समस्या आदि नहीं है, तो आपको अपने साइज़ की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। अपने कपड़ो की साइज़ कम करने के लिए डाइट न करें। अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए डाइट करें। हेल्थ नंबर नहीं एक लाइफस्टाइल होता है।
5. तुलना न करें
आपको खुदका किसी और से या अपने जवानी के दिनों से तुलना नहीं करना चाहिए। आपके दोस्त के जींस अलग है, क्योंकि उसके माता पिता अलग है। आप अपने जींस का कुछ नहीं कर सकते, इसलिए उसके बारे में दुखी होने का कोई लाभ नहीं।