Period को लेकर हमारे समाज में आज भी शर्म, जानें इसको ख़त्म करने के तरीके?

हमारे समाज में आज भी पीरियड्स को लेकर बहुत शर्म और चुप्पी है। लोग इसे कुछ गलत या गंदा मानते हैं, इसलिए इस पर खुलकर बात नहीं की जाती। लड़कियों और महिलाओं को इसे छुपाने को कहा जाता है-

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Rajveer Kaur
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Photograph: (Freepik)

Ways to Eliminate the Stigma and Shame around Periods: हमारे समाज में आज भी पीरियड्स को लेकर बहुत शर्म और चुप्पी है। लोग इसे कुछ गलत या गंदा मानते हैं, इसलिए इस पर खुलकर बात नहीं की जाती। लड़कियों और महिलाओं को इसे छुपाने को कहा जाता है, और कई बार उन्हें शर्मिंदा भी किया जाता है। यह सब बातें आज भी होती हैं, जबकि हम 21वीं सदी में हैं। पीरियड्स एक सामान्य Biological Process है, जिस पर खुलकर बात होनी चाहिए। इसके बारे में किसी को भी डर या शर्म नहीं होनी चाहिए। इसलिए आज हम बात करेंगे कि कैसे पीरियड्स से जुड़ी शर्म को कम किया जा सकता है-

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Period को लेकर हमारे समाज में आज भी शर्म, जानें इसको ख़त्म करने के तरीके?

सबसे पहले बात शुरू करें

यह ज़िम्मेदारी सिर्फ महिलाओं की नहीं होनी चाहिए। पीरियड को लेकर सभी लोगों को खुलकर बातचीत करनी चाहिए। यह ज़िम्मेदारी ज़्यादातर पुरुषों की बनती है क्योंकि वही इससे जुड़ी बातचीत को अनकंफ़र्टेबल और मुश्किल बनाते हैं। अगर किसी लड़की के पीरियड चल रहे हैं या उसे किसी मदद की ज़रूरत है तो उसके आसपास ऐसा माहौल होना चाहिए जहाँ वह इसके बारे में खुलकर बात कर सके। इसके लिए हमें Period को अपनी डेली लाइफ़ की बातचीत का हिस्सा बनाना पड़ेगा। 

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पीरियड प्रोडक्ट्स में कोई छुपाने वाली बात नहीं है 

पीरियड प्रोडक्ट्स का खुलकर इस्तेमाल होना चाहिए। आज भी जब कोई सेनेटरी प्रोडक्ट खरीदने जाता है, तो उसे हमेशा काली पॉलिथीन में दिया जाता है, जो कि सेनेटरी प्रोडक्ट्स को छुपाने के लिए किया जाता है। इसे लेकर हमें किसी भी तरह की शर्म महसूस करने की ज़रूरत नहीं है। यह हमारी ज़िंदगी का बिल्कुल सामान्य हिस्सा है, फिर भी बहुत-सी महिलाएँ पीरियड प्रोडक्ट दुकान से माँगने में शर्म महसूस करती हैं।

पीरियड से जुड़ी सही जानकारी तक पहुंच

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आज भी बहुत सारी महिलाओं के पास पीरियड से जुड़ी सही जानकारी नहीं है। बहुत सारे स्कूलों में इससे जुड़ी जानकारी को स्किप कर दिया जाता है, और खास तौर पर लड़कों को तो इसके बारे में बताया ही नहीं जाता। जब तक किसी लड़की को पहली बार पीरियड आता है, तब तक भी कई बार उसे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती। पीरियड आने के बाद भी उसे इमोशनल और मेंटल सपोर्ट नहीं मिलता है। बहुत सारी महिलाओं को आज भी पीरियड प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी नहीं होती जिसकी वजह से उन्हें गंदा कपड़ा या फिर राख जैसी चीज़ों का इस्तेमाल करना पड़ता है।

पीरियड से जुड़े टैबू को ख़त्म करना 

पीरियड एक टैबू टॉपिक है, और यह कोई नई बात नहीं है। अगर हम पीरियड से जुड़ी शर्म और चुप्पी को खत्म करना चाहते हैं, तो हमें उन बातों पर खुलकर चर्चा करनी होगी जो महिलाओं को चुप कर देती हैं और उन्हें शर्मिंदगी महसूस कराती हैं। पीरियड के दिनों में उन्हें किचन में जाने से रोका जाता है। उन्हें अलग कमरे में सोने के लिए कहा जाता है या घर के अन्य सदस्यों से दूरी बनाने को मजबूर किया जाता है। कई बार ये बातें अंधविश्वास पर आधारित होती हैं जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है लेकिन फिर भी समाज में आज तक मान्यता पाई जाती हैं।

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