हमारे समाज अगर किसी लड़की के साथ बलात्कार या रेप हो जाए तो समाज उसका साथ देने की जगह उसे ही दोषी मानती है और बुरा बोलती है जैसे तुम्हें रात को बाहर जाना ही नहीं चाहिए था, इतने छोटे कपड़ों पहनोगी तो यह सब ही होगा। पुलिस के पास जाने की क्या ज़रूरत है।समय पर शादी की होती तो यह ना होता।ऐसी और भी बहुत सी बातें है जो हमारे समाज में प्रचलित है।
आज हम बात करेंगे ऐसे कारणों के बारे में जो असल में रेप के कारण होते नहीं है लेकिन समाज के अनुसार बलात्कार के कारण होते है
बलात्कार के कारण
1. शराब
अगर किसी लड़की ने शराब पी हुई थी और उसके साथ रेप हो गया इसका मतलब है गलती लड़की की है क्योंकि उसने शराब पी हुई थी जिसके कारण लड़के ने उसके साथ रेप किया।लड़की का शराब लड़के को यह पर्मिशन नहीं देता कि वह उसके साथ रेप करें। समाज की नज़रो में वह लड़की ग़लत है जो शराब पीती है लेकिन वह लड़का ग़लत नहीं है जो लड़की के साथ ज़बर्दस्ती कर रहा है।
2. छोटे कपड़े पहनना
अक्सर जब लड़की का रेप होता है यह चेक किया जाता है कि लड़की ने कपड़े कैसे पहने है अगर छोटे पहने है इसका मतलब इसके साथ तों रेप होना ही था क्योंकि इसने छोटे कपड़े पहने है। अब छोटे कपड़े पहने है तो लड़कों का तो मन करेगा ही। लड़की ने कपड़े छोटें पहने हो या पूरे पर फिर भी किसी को अधिकार नहीं है ऐसे किसी के साथ रेप करें। लड़की की पानी मर्ज़ी हैं उसने क्या पहनना है।
3. लड़कों के साथ रहना
एक लाइन जो हमें हमेशा सुनने को मिलती है कि लड़कों के साथ रहोगी तो ऐसा ही होगा।क्या लड़कों के साथ रहना ग़लत बात है? लड़कों के साथ रहने से रेप हो जाता है? नहीं, रेप इन सब बातों से नहीं होता है। रेप होता है उस बलात्कारी की वजह से जिसके दिमाग़ में यह गंद भरा हुआ है।
4. देर रात तक बाहर रहना
देर रात तक बाहर रहूँगी तो रेप हो होगा। टाइम से घर आया करो। यह सब बातें लड़कियों को सुननी पड़ती है रेप के बाद।क्या लड़कियों को आज़ादी नहीं है कि वे आज़ादी से बाहर घूम सकें?आज भी हम लड़कियों को ग़लत ठहराते है जब भी उनके साथ कुछ ग़लत होता है।
बलात्कार के कारण कोई नहीं है। यह सिर्फ़ रेपिस्ट और उसकी सोच है लेकिन दोष सारा लड़की पे आता है कि तुम्हारी वजह से यह सब होता है। उस बलात्कारी को कोई कुछ नहीं कहता जिसने इतना बड़ा अपराध किया है लेकिन उसको लड़की को सब बोलते है जिसने इतना सब कुछ सहन किया है।इतना बड़ा अपराध करने के बाद भी रेपिस्ट पर कोई बंदिशें नहीं लगती है। बंदिशें तों उस लड़की पर लगती जिसकी कोई गलती भी नहीं होती है।