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AI के जमाने में साइबर किडनैपिंग भी सम्भव, जानिए क्या है यह?

साइबर किडनैपिंग आज के टेक्नोलॉजी के युग की किडनैपिंग है। इस प्रकिर्या में किडनैपर पीड़ित को इस बात के लिए मनाते हैं कि वह खुद को कहीं छुपा ले फिर उसके साथ जुड़े हुए लोगों से फिरौती मांगते हैं।

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Rajveer Kaur
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Cyber Kidnapping (Freepik)

Cyber Kidnapping (Image Credit: Freepik)

What Is Cyber Kidnapping?: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में अपनी जगह बना रही है। आने वाले समय में हर चीज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निर्भर हो रही है। अब जो बात हम आपको बताने जा रहे हैं, यह सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि किडनैपिंग भी अब टेक्नोलॉजी के जरिए संभव हो जाएगी? जी हां, चीन से एक साइबर किडनैपिंग का मामला सामने आया है। जिसने पूरी दुनिया को टेक्नोलॉजी के बढ़ते हुए खतरों पर सोचने को मजबूर कर दिया है। आईए जानते हैं कि यह मामला क्या है? और साइबर किडनैपिंग क्या होती है?

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AI के जमाने में साइबर किडनैपिंग भी सम्भव, जानिए क्या है यह?

क्या है साइबर किडनैपिंग?

साइबर किडनैपिंग आज के टेक्नोलॉजी के युग की किडनैपिंग है। इस प्रकिर्या में किडनैपर पीड़ित को इस बात के लिए मनाते हैं कि वह खुद को कहीं छुपा ले फिर उसके साथ जुड़े हुए लोगों से फिरौती मांगते हैं। इसमें विक्टिम से कुछ तस्वीरें मंगवाई जाती है, जिसमें वह आइसोलेट और खुद को बांधा हुआ दिखाई देना चाहिए। यह तस्वीर उसके परिवार को भेजी जाती है। पीड़ित और उसके परिवार दोनों को यह धमकी दी जाती है कि अगर उनकी तरफ से किडनैपर की बात नहीं मानी गई तो किसी भी तरीके का नुकसान पहुँचाया जा सकता है। यह सब कुछ शारीरिक तौर पर नहीं बल्कि वीडियो कॉल प्लेटफॉर्म्स और इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ किया जाता है। 

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चीन से ऐसा ही एक मामला सामने आया 

जानकारी के मुताबिक, 17 साल का काई झुआंग नाम का लड़का कथित तौर पर 28 दिसंबर को लापता था। वह यूटा में साइबर किडनैपिंग का शिकार हुआ था। उसे छुड़वाने के लिए बच्चे के मां-बाप से 80,000 डॉलर यानि भारतीय 66.62 लाख रुपये की रकम मांगी गई थीं। यूटा के रिवरडेल में लड़के के माता-पिता ने स्कूल को बताया ऐसा लग रहा है कि हमारे बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। इसके बाद स्कूल की तरफ से पुलिस जानकारी दी गई। बच्चे ने किडनैपर की हिदायत पर खुद को आइसोलेट कर लिया था। वर्चुअल किडनैपर की तरफ से उसे पहाड़ों में रहने के लिए कहा गया था। वह ब्रिघम शहर से लगभग 40 किमी उत्तर में एक तंबू में पाया गया। 

बच्चों को किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए कांटेक्ट किया गया जिसमें उसे इस बात से डराया गया कि उसके पेरेंट्स की जान को खतरा है। अगर वह अपने मां-बाप को बचाना चाहता है तो उसे वैसा ही करना होगा जैसा उसे कहा जा रहा है। इसके आगे किडनैपर्स ने बच्चे से उसकी फोटो मांगी जिसमें उसके हाथ पैर बंधे हुए हो। उसके बाद इस तस्वीर को आगे मां-बाप को किडनैपर की तरफ से भेजा गया और फिर पैसों की मांग की गई। 

कैसे करे बचाव 

सबसे पहले किसी भी ऐसे व्यक्ति का फ़ोन मत उठाएं जिसे आप जानते नहीं है। सोशल मीडिया पर बच्चों की जानकारी शेयर करने से परहेज करें। मामले में कुछ भी गड़बड़ लगने पर तुरंत पुलिस से संपर्क करें। 

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