What is it like being an Indian housewife: महिलाएं प्राचीन काल से ही भारत की संस्कृति और समाज का एक महत्वपूर्ण अंग रही हैं, भारत में महिलाओं को स्तिथि कई वर्षों से चिंता और बहस का विषय भी रही है। वर्तमान समय में कई महिलाएं चांद तक जा रहीं हैं, कई उद्योग जगत में अपना नाम कमा रही हैं और कुछ महिलाएं गृहिणी बनकर अपने परिवार का पालन पोषण करती हैं।
यह कहना बिल्कुल भी गलत नही होगा की भारतीय ग्रहणी एक सूरज की तरह है जिसके चारो तरफ घर के लोग ग्रहों की तरह चक्कर लगाते हैं। वह रिंगमास्टर की तरह है जिसे घर को चालू रखने की जरूरत है। जिस तरह हम अपने जीवन में संकटों का सामना करते हैं, उसी तरह महिलाएं भी करती हैं।
गृहिणी के जीवन में क्या-क्या चैलेंजेस आते हैं?
1. काम करने वालों को कमी
एक गृहिणी को कभी भी पर्याप्त मदद नहीं मिलती। कई लोग अपने घरों मे हेल्पर्स रखते हैं पर फिर भी एक गृहिणी का काम कभी खत्म नहीं होता। अगर हम भारत के गांव की बात करें तो वहां तो कोई नौकर या हेल्पर भी नही होता। एक अकेली औरत पूरे घर को संभालती है।
एक महिला को दस या शायद उससे भी अधिक लोगो के परिवार की सेवा करनी होती है और उन्हें खाना खिलाना होता है। सास काम चीनी की चाय पीती है, पति को ज्यादा नमक नहीं खाना है, बच्चो को आलू की सब्जी नही पसंद इन सारी चीज़ों का ध्यान भी उसे अकेले ही रखना है।
2. घर के सदस्यों का गलत रवैया
भारतीय घर में केवल एक ही सदस्य होता है जिसे हर चीज के लिए जिम्मेदार माना जाता है, वह के गृहिणी। खाने में नमक जायदा हो गया, एक मोजा नही मिल रहा, ससुर जी की दवाई कही गुम गई या फिर चिंटू रोता हुआ मैदान से वापस आए। 'इन सब कार्यों की जिम्मेदार गृहिणी है, उसकी लापरवाही से ही ऐसा होता है' घर के सदस्यों का यही मानना होता है।
3. खुद के लिए समय नहीं
अपने लिए समय न निकाल पाना हर भारतीय गृहिणी की समस्या है। जब आप गृहिणी बन जाती हैं तो आपको कोई छुट्टी नहीं मिलती आपको संडे की दिन भी काम करना पड़ता है। अगर एक गृहिणी ने किसी दिन अवकाश ले लिए तो उस दिन घर में सब भूखे रह जायेंगे।आप यह भी कह सकते हैं आप अपने शौक, अपने बचपन के दोस्तों सब को भूल जातें हैं।
4. पति से भरपूर प्यार ना मिलना
अक्सर आपने यह बात नोटिस करी होगी की भारतीय घरों में शादी के 5 साल बाद पति की अपनी पत्नी में दिलचस्पी खत्म सी हो जाती है। पति अपने काम में इस तरह से बिजी रहने लगता है कि उसे सिर्फ खाना खाते वक्त या फिर बटुआ या मोजे खोते वक्त अपनी बीवी की याद आती है। यह बेशक हो सकता है की आप काफी बिजी हो पर अपनी बीवी को थोड़ा समय देने का प्रयास जरूर करना चाहिए।अपनी बीवी को महसूस कराएं की आप उनके कितने शुक्रगुजार है परिवार और आपको संभालने के लिए।