What Is Problematic With Indian Daily Shows: डेली शोज भारतीय महिलाओं में अति प्रचलित हैं। हर घर में महिलाएं अपने सारे काम छोड़ छाड़ के टीवी के सामने अपना पसंदीदा सीरियल देखने के लिए बैठ जाती हैं। परंतु ऐसे में यह जानना भी जरूरी है कि सीरियल में दिखाए जाने वाला कंटेंट हमारे समाज पर कितना प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं कि इंडियन डेली शोज क्यों हैं इतने प्रोब्लेमैटिक-
जानिए इंडियन डेली शोज क्यों हैं इतने प्रोब्लेमैटिक
1. औरते इंडिपेंडेंट नहीं है
हमारे इंडियन डेली शोज में कई सालों से एक ही तरह का कंटेंट दिखाया जा रहा है। आज भी इनमें एक पुरुष प्रधान समाज दिखाया जाता है जहां पर औरतें इंडिपेंडेंट नहीं हैं। उनका स्थान केवल घरों में ही सीमित है। बड़े-बड़े फैसले वह नहीं लेती। उन्हें बहुत से सीरियल्स में फाइनेंशली इंडिपेंडेंट भी नहीं दिखाया है।
2. औरतें ही औरतों की दुश्मन
ज्यादातर डेली शोज में औरतों को ही औरतों का दुश्मन दिखाया जाता है। औरतों को अलग-अलग षड्यंत्र रचते और दूसरी औरतों को फसाते हुए दिखाया जाता है। कई डेली शोज में तो आज भी सास और बहू के झगड़े दिखाए जाते हैं। कुछ नया या इन्नोवेटिव कंटेंट हमें आज भी ज्यादातर शोज में देखने को नहीं मिलता।
3. औरतों का सैक्रिफाइस
आज भी कई डेली शोज में औरतों को खुद के लिए सैक्रिफाइस करने को बढ़ावा दिया गया है। उनमें यह दिखाया जाता है कि किस प्रकार एक औरत अपनी सारी ज़रूरतें छोड़कर दूसरों के लिए अपना जीवन जिए और ऐसी औरतों को ही एक आदर्श स्त्री माना जाता है।
4. मां, बेटी और वाइफ का रोल
ज्यादातर सीरियल्स में आज भी औरतों को सिर्फ किसी की मां, बहन, बेटी या वाइफ के रूप में दिखाया जाता है। केवल उनका इतना ही रोल होता है। वह घर तक ही सीमित होती हैं। उन्हें आपस में ही कलेश करते एवं पुरुषों की आज्ञा मानते दिखाया जाता है। आज भी कई सीरियल्स में केवल स्त्रियों की शादी को ही ज्यादा बढ़ावा दिया जाता है। और यदि ऐसे में कोई स्त्री बड़े पद पर है तो उसे रूड और करुणाहीन दिखाया जाता है।
5. लंबे प्लॉट्स
ज्यादातर टीवी सीरियल्स के प्लॉट इतने लंबे होते हैं कि वह कई सालों तक बेवजह ही खींचते चले जाते हैं। उनमें कोई कहानी भी नहीं होती और वह एक ही प्रकार की कहानियों को बार-बार दोहराते रहते हैं। ऐसे में जरूरत है कि इस प्रकार के डेली शोज को ज्यादा बढ़ावा ना दिया जाए।