New Update
हमारे पेरेंटिंग सेक्शन में आपका स्वागत है। यहाँ हम बच्चों से रिलेटेड माँ बाप की क्वेरीज का जवाब देते है। आज हम जानने वाले है बछ्कों को स्टोरीटेलिंग के फायदे :
1 बच्चों के लिए नई वोकैबुलरी लाता है: कहानी सुनाने का एक बड़ा फायदा यह है कि कहानियों को सुनने से बच्चे की वोकैबुलरी
बढ़ती है। बच्चो को कहानी सुनते टाइम शब्दों के अर्थ भी बताये। क्यूंकि बच्चा बेहतर शब्दों को समझ पाएगा, इसलिए वे लंबे समय तक उसकी याद में बने भी रहेंगे ।
2 बच्चों के सुनने के एबिलिटी को बढ़ाता है: स्टडीज ने साबित किया है कि बचपन वो टाइम होता है जब बच्चे ज़्यादातर शब्दों को समाजः पाते हैं जो उनके फ्यूचर में काम आएंगे। इसलिए, छोटे बच्चो को भी कहानियाँ सुनाना माता-पिता के स्केडूल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। जब वे बड़े होते हैं, कहानी सुनाना बच्चों के लिसनिंग पावर को बढ़ता है। आमतौर पर, बच्चों को सुनने के बजाय अधिक बात करना पसंद है और यह व्यवहार ज़्यादातर स्कूल्ज में देखा जाता है - वे आमतौर पर अच्छे लिस्टनर्स नहीं होते हैं। लेकिन जब कहानियों को सुनने की आदत उनमें आ जाएगी, तो वे बेहतर लिस्टनर्स बनना सीख जाएंगे।
3 स्टोरीटेलिंग 'लर्निंग' की एक अच्छी एक्टिविटी है: स्टोरीटेलिंग बहुत ही इंटरैक्टिव होती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है और डेवेलोप होती है, बच्चे सवाल पूछने लगते हैं। यह लर्निंग के लिए अच्छी एक्टिविटी है। स्टोरीटेलर्स को बच्चे को क्यूरियस बनाने के तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए और उन्हें सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को सोचने की ताकत बढ़ती है। वे कहानी के साथ बुक में पिक्टुरेस को जोड़ना सीखते हैं और इससे उनकी विसुअलिसशन कैपेसिटी और इमेजिनेशन पावर बढ़ती है।
4 स्टोरीटेलिंग से बच्चे में फीलिंग्स को डेवेलोप कराया जा सकता है : ये मीडिया से भरी दुनिया, बच्चे के जन्म होते ही उसे अत्त्रक्ट करने लगती है। बच्चा बड़ा होते होते मोबाइल, लैपटॉप , टीवी , इंटरनेट के करीब हो जाता है । ये सारे मीडिया उसकी मेन्टल डेवलपमेंट को रोक देते हैं। अगर आप बच्चे को बुक से स्टोरी बताते है तो बच्चे की क्यूरोसिटी बढ़ेगी । इसकी वजह से वो सवाल भी पूछेंगे और इसलिए उनमें इमोशंस और फीलिंग्स भी डेवेलोप हो जाती है ।
- बच्चे को साउंड,वर्ड्स और लैंग्वेज को जानने में मदद करता है। इससे बच्चे में पढाई की स्किल्स डेवेलोप होती है।
- बुक्स और स्टोरीज को वैल्यू देना सीखते हैं।
- आपके बच्चे के ब्रेन, फोकस करने की एबिलिटी, कंसंट्रेशन, सोशल स्किल्स और कम्युनिकेशन स्किल्स को डेवेल करने में मदद करती है ।
याद रखे : अपने बच्चे के साथ कहानियाँ साझा करने का मतलब यह नहीं है कि आपको पुस्तक से पढ़ना है। स्टोरी टेलिंग का मतलब है आप बच्चे को अलग अलग अंदाज़ से स्टोरी सुनाये । ऐसे तरीके से उन्हें स्टोरी को समझाए की उन्हें सब समझ में आए।
बच्चों के साथ कहानियाँ पढ़ने से बड़ो को भी फायदा होता है । स्टोरीटेलिंग से बड़ो और बच्चो का बॉन्ड भी सुधर सकता है।
1 बच्चों के लिए नई वोकैबुलरी लाता है: कहानी सुनाने का एक बड़ा फायदा यह है कि कहानियों को सुनने से बच्चे की वोकैबुलरी
बढ़ती है। बच्चो को कहानी सुनते टाइम शब्दों के अर्थ भी बताये। क्यूंकि बच्चा बेहतर शब्दों को समझ पाएगा, इसलिए वे लंबे समय तक उसकी याद में बने भी रहेंगे ।
2 बच्चों के सुनने के एबिलिटी को बढ़ाता है: स्टडीज ने साबित किया है कि बचपन वो टाइम होता है जब बच्चे ज़्यादातर शब्दों को समाजः पाते हैं जो उनके फ्यूचर में काम आएंगे। इसलिए, छोटे बच्चो को भी कहानियाँ सुनाना माता-पिता के स्केडूल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए। जब वे बड़े होते हैं, कहानी सुनाना बच्चों के लिसनिंग पावर को बढ़ता है। आमतौर पर, बच्चों को सुनने के बजाय अधिक बात करना पसंद है और यह व्यवहार ज़्यादातर स्कूल्ज में देखा जाता है - वे आमतौर पर अच्छे लिस्टनर्स नहीं होते हैं। लेकिन जब कहानियों को सुनने की आदत उनमें आ जाएगी, तो वे बेहतर लिस्टनर्स बनना सीख जाएंगे।
और पढ़िए : प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए 7 Winter Tips
3 स्टोरीटेलिंग 'लर्निंग' की एक अच्छी एक्टिविटी है: स्टोरीटेलिंग बहुत ही इंटरैक्टिव होती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है और डेवेलोप होती है, बच्चे सवाल पूछने लगते हैं। यह लर्निंग के लिए अच्छी एक्टिविटी है। स्टोरीटेलर्स को बच्चे को क्यूरियस बनाने के तरीकों का इस्तेमाल करना चाहिए और उन्हें सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए क्योंकि इससे बच्चे को सोचने की ताकत बढ़ती है। वे कहानी के साथ बुक में पिक्टुरेस को जोड़ना सीखते हैं और इससे उनकी विसुअलिसशन कैपेसिटी और इमेजिनेशन पावर बढ़ती है।
4 स्टोरीटेलिंग से बच्चे में फीलिंग्स को डेवेलोप कराया जा सकता है : ये मीडिया से भरी दुनिया, बच्चे के जन्म होते ही उसे अत्त्रक्ट करने लगती है। बच्चा बड़ा होते होते मोबाइल, लैपटॉप , टीवी , इंटरनेट के करीब हो जाता है । ये सारे मीडिया उसकी मेन्टल डेवलपमेंट को रोक देते हैं। अगर आप बच्चे को बुक से स्टोरी बताते है तो बच्चे की क्यूरोसिटी बढ़ेगी । इसकी वजह से वो सवाल भी पूछेंगे और इसलिए उनमें इमोशंस और फीलिंग्स भी डेवेलोप हो जाती है ।
इसके कुछ और फायदे :
- बच्चे को साउंड,वर्ड्स और लैंग्वेज को जानने में मदद करता है। इससे बच्चे में पढाई की स्किल्स डेवेलोप होती है।
- बुक्स और स्टोरीज को वैल्यू देना सीखते हैं।
- आपके बच्चे के ब्रेन, फोकस करने की एबिलिटी, कंसंट्रेशन, सोशल स्किल्स और कम्युनिकेशन स्किल्स को डेवेल करने में मदद करती है ।
याद रखे : अपने बच्चे के साथ कहानियाँ साझा करने का मतलब यह नहीं है कि आपको पुस्तक से पढ़ना है। स्टोरी टेलिंग का मतलब है आप बच्चे को अलग अलग अंदाज़ से स्टोरी सुनाये । ऐसे तरीके से उन्हें स्टोरी को समझाए की उन्हें सब समझ में आए।
बच्चों के साथ कहानियाँ पढ़ने से बड़ो को भी फायदा होता है । स्टोरीटेलिंग से बड़ो और बच्चो का बॉन्ड भी सुधर सकता है।