Who Should Not Drink Tea? Know Everything: चाय दुनिया में सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है। भारत में तो चाय पीना एक संस्कृति है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों को चाय नहीं पीनी चाहिए? यहाँ हम आपको बताएँगे कि किन लोगों को चाय नहीं पीनी चाहिए।
जाने किन लोगों को चाय नहीं पीनी चाहिए?
1.गर्भवती महिलाएँ
गर्भावस्था के दौरान चाय पीने से कुछ समस्याएँ हो सकती हैं। चाय में कैफीन होता है, जो गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है। इसके अलावा, चाय में टैनिन होता है, जो आयरन के अवशोषण को रोक सकता है। गर्भवती महिलाओं को दिन में 200 मिलीग्राम से कम कैफीन का सेवन करने की सलाह दी जाती है। एक कप चाय में लगभग 47 मिलीग्राम कैफीन होता है। इसलिए, गर्भवती महिलाओं को दिन में 2 कप से अधिक चाय नहीं पीनी चाहिए।
2.स्तनपान कराने वाली महिलाएँ
स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी चाय पीने से बचना चाहिए। चाय में कैफीन स्तन के दूध में चला जाता है, जिससे बच्चे में चिड़चिड़ापन, नींद की समस्या और वजन कम होना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। स्तनपान कराने वाली महिलाओं को दिन में 200 मिलीग्राम से कम कैफीन का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
3.हाई ब्लड प्रेशर वाले लोग
चाय में कैफीन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। इसलिए, हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को चाय पीने से बचना चाहिए।
4.हार्ट की समस्या वाले लोग
चाय में कैफीन हार्ट रेट को बढ़ा सकता है। इसलिए, हार्ट की समस्या वाले लोगों को चाय नहीं पीनी चाहिए।
5.अनिद्रा से पीड़ित लोग
चाय में कैफीन नींद को रोक सकता है। इसलिए, अनिद्रा से पीड़ित लोगों को चाय पीने से बचना चाहिए।
6.ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोग
चाय में टैनिन कैल्शियम के अवशोषण को रोक सकता है। इसलिए, ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित लोगों को चाय पीने से बचना चाहिए।
7.आयरन की कमी वाले लोग
चाय में टैनिन आयरन के अवशोषण को रोक सकता है। इसलिए, आयरन की कमी वाले लोगों को ज्यादा चाय का सेवन नहीं करना चाहिए।
8.कुछ दवाओं का सेवन करने वाले लोग
कुछ दवाओं का सेवन करने पर चाय पीने से साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसलिए, ऐसी दवाओं का सेवन करने वाले लोगों को चाय पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
चाय पीने के नुकसान
चाय में कैफीन के अलावा टैनिन, फ्लेवोनॉइड्स और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे अन्य रसायन भी होते हैं। इन रसायनों के कारण चाय पीने के कुछ नुकसान हो सकते हैं, जैसे:
- कैफीन के कारण थकान, चिड़चिड़ापन, नींद की समस्या और पेट में ऐंठन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
- टैनिन के कारण आयरन के अवशोषण में बाधा आ सकती है।
- फ्लेवोनॉइड्स के कारण कुछ दवाओं के अवशोषण में बाधा आ सकती है।
- क्लोरोजेनिक एसिड के कारण ब्लड शुगर लेवल को कम करने
- वाली दवाओं के प्रभाव में कमी आ सकती है।