Why Being A Wife Is Understood As Degraded: हमारे समाज में पत्नी एक ऐसी महिला है जिसे ज्यादा सेलिब्रेट नहीं किया जाता है। उसकी पहचान पति के पीछे ही कहीं छुप जाती है। पत्नी के हकों की ज्यादा बात भी नहीं होती है। उसकी जिंदगी सारी पति के आसपास ही बीत जाती है और इस बीच उसकी खुद की आइडेंटिटी कहीं खो जाती है। ऐसा जरूरी नहीं है कि पत्नी होना कोई छोटी या बुरी बात है। यह हर महिला की चॉइस है और जो महिलाएं पत्नी बनकर खुश है उन्हें हमें सेलिब्रेट करना चाहिए। सवाल यह है फिर क्यों समाज में यह कह दिया जाता है हो कि तुम सिर्फ एक बीवी हो। ऐसा माइंडसेट क्यों है? आज इसके बारे में बात करेंगे-
क्यों वाइफ होने को 'Degrade' समझा जाता है?
अगर एक औरत अपनी मर्जी से घर छोड़कर शादी कर करके किसी मर्द के साथ रह रही है और उसे उसकी पत्नी कहे जाने पर कोई आपत्ति नहीं है तो किसी अन्य व्यक्ति को इस बात पर जज करने की कोई भी जरूरत नहीं है। किसी की पत्नी होना बिल्कुल भी बुरी बात नहीं है। जब एक औरत किसी मर्द से शादी करती है तो उसके ऊपर पुरुष से ज्यादा जिम्मेदारियां का बोझ होता है। वह बलिदान भी ज्यादा करती है तो ऐसी स्थिति में औरतों की इज्जत और भी ज्यादा बढ़ जानी चाहिए लेकिन होता उल्टा है।
हमारे समाज में बीवियों की इज्जत नहीं की जाती हैं। पुरुष दोस्तों में बैठकर पत्नियों के ऊपर जोक मारते हैं उन्हें कम दिमाग वाली समझते हैं। उन्हें फैसला नहीं लेने देते हैं। पत्तियों से हर चीज के लिए उन्हें इजाजत लेनी पड़ती है। सास ससुर उन्हें दबा कर रखना चाहते हैं। ऐसी स्थिति में बहुत सारी औरतें शादी करने से पीछे हट जाती हैं क्योंकि उनकी इंडिविजुअल आइडेंटिटी पर सवाल खड़े होने लग जाते हैं। शादी में दो लोगों की इंडिविजुअल लाइफ खत्म हो जाती है। खासकर औरतों की क्योंकि उन्हें किसी की पत्नी किसी की बहू या किसी की माँ के रूप से ज्यादा जाना जाता है बजाएं कि वह खुद क्या है?
इसलिए महिलाओं को चाहिए कि अब वह अगर शादी भी कर रही हैं तो अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट को सबसे ऊपर रखें। उन्हें हर चीज के लिए पति की इजाजत न लेनी पड़े। पार्टनर्स के भीतर एक अंडरस्टैंडिंग होनी चाहिए। उन दोनों के रिश्ते में बाउंड्री होना बहुत जरूरी है। इससे उनका रिश्ता खुशहाल बना रहेगा।
अंत में पत्नी होना कोई डिग्रेडेड बात नहीं है। इसके लिए बहुत सारे एफर्ट्स की जरूरत पड़ती है जो हर व्यक्ति में नहीं होते हैं। अगर एक महिला पत्नी बनने की चॉइस ले रही है तो वह बहुत सारे सैक्रिफिस और सुख सुविधा छोड़ रही है। अपना कंफर्ट जोन छोड़कर किसी ऐसे घर में जा रही है जहां उसे कोई नहीं जानता है और बिल्कुल नए लोग हैं। उनके साथ एडजस्ट करना और वहां पर अकेले सरवाइव करना यह एक खुद में बड़ी बात है। इस महिला दिवस पर हम ऐसी औरतों को सलाम करते हैं।