Why Do I Have dark Vagina: क्या आपने भी कभी विज्ञापन देखी है जिस में आपके सामने बेतरतीब ढंग से गोरा करने के लिए विभिन प्रोडक्ट्स का उपयोग करने अपने वजाइना की त्वचा को चमकदार बनाएं रखने की आइडिया दिखाते हैं। तब ऐसा महसूस होता है कि अन्य एरिया की त्वचा की तुलना में वजाइना की त्वचा अधिक गहरी क्यों होती है? क्या जननांगों की काली त्वचा स्वास्थ्यकर नहीं है? या इसे ठीक से साफ नहीं कर रहें है। या फिर आप सोच रहें हैं कि अगर मेरा पार्टनर इसे देखेगा तो वह क्या सोचेगा? उसे कितना अजीब लगेगा? आपको ब्लीच करने की आवश्यकता भी महसूस हो सकती है। वजाइना की त्वचा का काला होना बिल्कुल सामान्य बात हो सकती है। ऐसा कई कारणों से होता है जैसे कि घर्षण या पसीना, उम्र, हार्मोनल परिवर्तन। तो आइये जानते हैं कि इन कारणों से त्वचा का रंग काला कैसे पड़ सकता है।
इन कारणों से त्वचा का रंग काला कैसे पड़ सकता है?
1. घर्षण
तंग कपड़े पहनने से घर्षण पैदा हो सकता है। जिसके कारण उस एरिया में बार-बार रगड़न हो सकती है। जिससे आपकी त्वचा का रंग भी बदल सकता है। या फिर दैनिक गतिविधियों के कारण भी हो सकता है जैसे एक्सरसाइज करना, घूमना या यहाँ तक कि सेक्स करने से भी हो सकता है। इन गतिविधियों के कारण भी पसीना आ सकता है जो कि यह भी एक कारण बन सकतें हैं कि आपके शरीर के बाकी हिस्सों की तुलना में आपका अंतरंग क्षेत्र गहरा हो सकते है।
2. अपशिष्ट उत्पादों (waste products)
पसीने में पाए जाने वाले अपशिष्ट पदार्थ त्वचा की रंगत बदल देते हैं। समय के साथ रंग और बनावट दोनो में बदलाव आ जाते हैं। इसलिए यदि आपको बहुत अधिक पसीना आता है और बहुत बार वहाँ नीचे आये तो आप साफ़ कर सकते हैं। और स्वच्छ कपड़े से पोंछे और उसे एरिया को सूखा रखें।
3. शेविंग
शेविंग क्रीम और लोशन में कई तरह के केमिकल पाए जाते हैं। जिससे आपके प्राइवेट पार्ट की त्वचा भी काली पड़ने लगती है। रेजर से शेविंग करने से कभी-कभी जलन हो सकती है। शेविंग के कारण त्वचा की मेलेनिन सेल्स को एक्टिव करना और बदले में त्वचा का रंग काला पड़ सकता है। वास्तव में कुछ साबुन या वजाइन डिओडोरेंट यह भी प्राइवेट पार्ट की त्वचा के काले पड़ने का कारण हो सकते हैं।
4. आपके पहनने वाले कपड़े
आपके प्राइवेट पार्ट की त्वचा आपकी सबसे निजी चीज़ें हैं जो 24/7 उपलब्ध हैं। ऐसे कपड़ों से ढका हुआ होता जो अधिक हवा नहीं आने देते। वेंटिलेशन की कमी के कारण आपके शरीर के बाकी अंग भी त्वचा का रंग बदलने का कारण बनता है।
5. हार्मोनल परिवर्तन
महिलाएं कई हार्मोनल परिवर्तनों से गुजरती हैं। उनके जीवन के कुछ चरणों में जैसे पुबर्टी, गर्भावस्था या मेनोपॉज। यह परिवर्तन मेलेनिन और आपकी त्वचा के रंग पर प्रभाव डालते हैं। उदाहरण गर्भवती महिला के निपल्स और दिए गए जन्म की तुलना में बहुत अधिक गहरे हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भावस्था के दौरान मेलेनिन (color pigment) जमा हो जाता है। निपल जैसे टीश्यू के कारण शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है और इसलिए काला हो जाता है। ऐसे कई उदाहरण हैं।
6. उम्र
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हमारी त्वचा विभिन्न आक्रामकताओं (aggressions) से गुजरती है। इससे उस एरिया की त्वचा काली पड़ सकती है। सिर्फ त्वचा की ही नही बल्कि एलास्टिसिटी में भी परिवर्तन होता है और बनावट के साथ-साथ रंग में भी। इससे शरीर के कुछ हिस्से काले पड़ सकते हैं। इसलिए याद रखें कि काला होना पूरी तरह से सामान्य है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।