Why Kids Are Considered Priority After Marriage: नए नवेले कपल को शादी के दूसरे तीसरे दिन ही पोता-पोती का मुंह दिखाने के लिए प्रेशराइज़ किया जाता है। उन्हें एक-दूसरे को समझने का समय ही नहीं दिया जाता और तो और नई लड़की को घर के बाकी सदस्यों को समझने का टाइम भी नहीं मिलता।
क्यों हमारे समाज में शादी के बाद बच्चे होना ज़रूरी?
हमारे समाज में जैसे ही न्यू कपल की शादी होती है तो घर वाले तो घर वाले उनके साथ-साथ पड़ोसी, रिश्तेदार भी बच्चा करने के किए ज़ोर डालना शुरू कर देते हैं। यह प्रेशर ज़्यादातर बहू पर डाला जाता है जिससे कई बार न्यूली मैरिड अपनी नई हुई शादी का मज़ा भी नहीं ले पाती। आइए जानते हैं कि हमारे समाज में क्यों शादी के बिलकुल बाद बच्चा होने को इतनी त्वज्जों दी जाती हैं।
1. भगवान की देन
अक्सर हमारे समाज में यह कहा जाता है कि बच्चे तो भगवान की देन होते हैं। जब शादी के बाद जल्दी-जल्दी बच्चा हो जाए तो उसे अच्छे कर्मों की निशानी समझा जाता है और अगर बच्चा जल्दी न हो तो भगवान का शाप या बुरा समझा जाता है। उसके लिए कपल को दान-पुण्य करने की सलाह दी जाती है। कई बार तो औरत को इसके लिए ज़िम्मेदार समझा जाता है।
2. बच्चे वंश को बढ़ाते हैं
हमारे समाज में वंश बढ़ाने के बारे में बहुत सीरियसली सोचा जाता है। उन्हें लगता है कि बच्चे के होने से उनका वंश आगे बढ़ता है इसलिए समय रहते बच्चा करने पर ज़ोर डाला जाता है। अगर कुछ महीने गुज़र जाएँ तो यह बात बहुत ही सीरियस चिंता का विषय बन जाता है।
3. पहले पहल हो जाए तो चिंता नहीं
बड़े-बुज़ुर्ग शादी के जल्द बाद ही यह सोचते हैं कि अगर शादी होने के कुछ ही सालों बाद बच्चा हो जाए तो सही है नहीं तो बाद में प्रेगनेंसी में प्रॉब्लम होती है और इसी चक्कर में कपल पर बच्चा करने का प्रेशर डाला जाता है। कहा जाता है कि पहले बच्चा करलो बाकी चीज़ें तो बाद में होती रहेंगी।
4. हम तो कुछ दिन के मेहमान हैं
घर के बड़े-बूढ़े एक और कारण देते हैं जल्द से जल्द बच्चा करने का कि हम पता नहीं कितने दिन के मेहमान हैं, हमें भी कोई ख़ुशी का दिन दिखा दो। इसी चक्कर में शादी के बाद ही बच्चा करने का प्रेशर कपल पर डाला जाता है।
घर के बड़ों को यह बात समझनी चाहिये कि बच्चा एक बड़ी ज़िम्मेदारी है जिसे निभाने के लिए माँ और बाप दोनों को मेंटली और फ़िज़िकली तयार होना पड़ता है। इसके साथ ही बच्चे के आने से फ़ाइनेंशियल ज़िम्मेदारियाँ भी बढ़ जाती हैं। आजकल के कपल लॉजिकली सोच कर ही बच्चे का डिसिशन लेते हैं ।