महिलाओं की सेल्फ आइडेंटिटी क्यों है ज़रूरी?

सेल्फ आइडेंटिटी का मतलब सिर्फ़ नाम या काम नहीं, बल्कि यह जानना है कि आप कौन हैं, क्या चाहती हैं और किस चीज़ से आपकी खुशी और संतुष्टि जुड़ी है।

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Dimpy Bhatt
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Why self-identity important for women

Photograph: (freepik)

आज की महिलाएँ कई roles निभाती हैं—बेटी, पत्नी, माँ, प्रोफेशनल, caregiver। लेकिन इन सभी roles के बीच अक्सर उनकी खुद की पहचान कहीं पीछे छूट जाती है। सेल्फ आइडेंटिटी का मतलब सिर्फ़ नाम या काम नहीं, बल्कि यह जानना है कि आप कौन हैं, क्या चाहती हैं और किस चीज़ से आपकी खुशी और संतुष्टि जुड़ी है। एक मजबूत सेल्फ आइडेंटिटी ही महिला को इमोशनली और मेंटली स्ट्रांग बनाती है।

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महिलाओं की सेल्फआइडेंटिटी क्यों है ज़रूरी?

1. सेल्फ आइडेंटिटी से आता है कॉन्फिडेंस 

जब एक महिला अपनी पहचान समझती है तो उसका कॉन्फिडेंस नैचुरली रूप से बढ़ जाता है। उसे दूसरों से approval की आवश्यकता कम महसूस होती है और वह अपने फैसलों पर भरोसा करना सीखती है। सेल्फ आइडेंटिटी clarity देती है - आप क्या accept करेंगे और क्या नहीं। यह clarity रिश्तों और करियर दोनों में सही balance बनाने में मदद करती है।

2. खुद को खोने से बचाव

महिलाओं को अक्सर उनके रिश्तों से पहचाना जाता है, जैसे कि माँ, पत्नी या बेटी होना। हालाँकि, एक महिला अपनी आइडेंटिटी से जुड़ी रहती है, तो वह roles निभाते हुए भी खुद को खोती नहीं है। वह समझती है कि roles temporary हो सकते हैं, लेकिन उसकी इंडिविडुअलिटी हमेशा उसके साथ रहती है।

3. हेल्दी बाउंड्रीज

सेल्फ आइडेंटिटी समझ होने पर बॉउंड्रीज़तय करना आसान हो जाता है, जिससे एक महिला अपने समझौते खुद चुन पाती है। वह guilt से ज़्यादा सेल्फ-रेस्पेक्ट को अहमियत देती है और अपनी इमोशनली maturity की वजह से टॉक्सिक एक्सपेकटेशन्स से सुरक्षित रहती है।

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4. फैसले लेने के लिए

अपनी पहचान जानने वाली महिलाएँ इम्पल्सिव डिसिश़न नहीं लेतीं। वे अपने values और goals के हिसाब से सोच-समझकर choices करती हैं, जिससे रिलेशनशिप , career और पर्सनल ग्रोथ में regret कम होता है और लॉंगटर्म  सटिस्फैक्शन रहता है।

5. भावनाओं की आजादी

इमोशनल इंडिपेंडेंस सेल्फ आइडेंटिटी पर आधारित होती है। ये महिलाएं खुश रहने के लिए पूरी तरह से दूसरे लोगों पर depend नहीं होतीं। वे रिलेशनशिप को एक choice के तौर पर देखती हैं, न कि need के तौर पर, और अकेले रहने में भी कॉम्फोर्ताब्ले होती हैं ।सेल्फ आइडेंटिटी

मेंटली स्ट्रांग Healthy Boundaries