Why You Shouldn't Let Young Children Get Addicted to Mobile Phones: अब के दौर में मोबाइल फोन हमारे जिंदगी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है बिना मोबाइल फोन के हमारा कोई भी काम संभव नहीं होता। चाहे वह संवाद करने का काम हो, ऑफिस का काम हो या स्कूल का काम क्यों ही ना हो। छोटे से लेकर बड़े उम्र के लोग सभी मोबाइल फोन पर निर्भर रहने लगे हैं। हम जानते हैं कि बिना मोबाइल फोन के हमारा काम होना संभव नहीं है पर कभी-कभी यह हमारे लिए एक चुनौती भी बन जाता है। अक्सर ऐसा होता है की माता-पिता अपने बच्चों को चुप कराने, उनका मनोरंजन करने या उन्हें व्यस्त रखने के लिए मोबाइल फोन का सहारा लेते हैं। यह एक फायदेमंद उपाय तो है पर साथ ही यह बच्चों को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से नेगेटिव प्रभाव डालता है। तो आईए जानते हैं छोटे बच्चों को मोबाइल फोन की आदत क्यों नहीं लगानी चाहिए।
छोटे बच्चों को मोबाइल की आदत न लगाने के 5 कारण
1. शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य
बच्चों को व्यस्त करने के लिए माता-पिता मोबाइल का सहारा लेते हैं पर उन्हें यह समझना चाहिए कि मोबाइल फोन उनके बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव डालता है। मोबाइल स्क्रीन की वजह से उनके आंखों में समस्या, नींद की कमी और आलस जैसी दिक्कतें आ सकती हैं। मोबाइल फोन की वजह से बच्चे वास्तविक दुनिया से दूर रहने लगते हैं जो उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।
2. सामाजिक
अगर बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन दे दिया जाए तो वह दिन भर उसमें ही व्यस्त रहते हैं उन्हें नहीं पता रहता की बाहर की दुनिया में क्या चल रहा है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेलकूद और संवाद बहुत महत्वपूर्ण है। इसकी वजह से शरीर की गतिविधियां बनी रहती है पर मोबाइल फोन के कारण बच्चे वर्चुअल दुनिया में ही बिजी रह जाते हैं और अपने परिवार जनों के साथ समय नहीं बिता पाते।
3. शिक्षा पर असर
आजकल की बढ़ती दुनिया में शिक्षा भी मोबाइल फोन के द्वारा हो सकती है पर हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चों का मन बहुत ही चुलबुला होता है वह अनावश्यक वस्तु की तरफ बहुत जल्दी आकर्षित हो सकते हैं। पढ़ाई ना कर गेम्स और अन्य चीजों में अपना ध्यान भटका सकते हैं। मोबाइल फोन से शिक्षा पर कोई असर न पड़े इसलिए बच्चों को कम से कम मोबाइल की आदत लगवानी चाहिए।
4. सिक्योरिटी
हम जानते हैं बच्चे वही सीखते हैं जो वह सुनते और देखते हैं। कभी-कभी इंटरनेट पर ऐसी चीज आ सकती है जो बच्चों के मन और व्यवहार पर गहरा असर डालते हैं। यह केवल मन और व्यवहार पर ही नहीं बल्कि उनके शारीरिक स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। इंटरनेट पर साइबर बुलिंग और ऑनलाइन प्रीडेटर्स के कारण बच्चों के सुरक्षा पर खतरा हो सकता है।
5. आदत
अब के समय में बच्चे क्या बड़े भी मोबाइल फोन की आदत लगा बैठे हैं। बच्चों को मोबाइल फोन की आदत लगने के बाद उसे दूर करना बहुत मुश्किल हो जाता है। वह पूरी तरीके से मोबाइल फोन पर निर्भर हो जाते हैं। इसके कारण उनके स्वतंत्रता, रचनात्मक और समस्याओं को हल करने की क्षमता कम हो जाती है और वह हर छोटी से छोटी चीज के लिए मोबाइल फोन पर निर्भर रहने लगते हैं।