Advertisment

दोस्तों के पास रहने से महिलाओं का स्ट्रेस लेवल कम होता है

author-image
Swati Bundela
New Update
महिलाओं का स्ट्रेस लेवल - रिसर्च के हिसाब से ऐसा देखा गया है कि लड़कियों के पास फीमेल फ्रेंड्स होने से उनको टेंशन काफी कम होती है। फीमेल फ्रेंड्स हमेशा से एक दूसरे से बात करना चाहती है और उनको अपनी बातें शेयर करती हैं जिस से उन्हें बेटर फील होता है।

Advertisment

लड़कियों का मूड क्यों अच्छा रहता है ?



कोर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो मूड, प्रेरणा और भय को नियंत्रित करता है। यह शरीर का मुख्य तनाव हार्मोन है और इसे प्रकृति के अंतर्निहित अलार्म सिस्टम के रूप में जाना जाता है। इस हार्मोन में वृद्धि से रक्त शर्करा असंतुलन, उच्च रक्तचाप, कम प्रतिरक्षा और कई अन्य नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।
Advertisment




हालांकि, "दोस्त किस लिए हैं?" शीर्षक से एक अध्ययन में। युवा और वृद्ध महिलाओं के बीच सहयोगात्मक समस्या समाधान के दौरान संचार दक्षता और कोर्टिसोल प्रतिक्रिया पर दोस्ती का प्रभाव, "इस साल मई में जर्नल ऑफ वीमेन एंड एजिंग में प्रकाशित, यह पाया गया है कि महिला मित्रों के साथ बात करने से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर कम रहता है।

ऐसा देखा गया है कि फीमेल पार्टनर्स लड़कियों से ज्यादा अच्छे से बात कर पाती हैं और लड़को से बात करने में काफी शाय फील करती हैं।



  • बूढ़ी महिलाएं भी आपको हमेशा इतना कम्फ़र्टेबल कर कर देती हैं कि आप आसानी से उनसे अपनी बात शेयर कर लेते हैं।


  • बड़ी महिलाएं हमेशा से उन लोगों के साथ ज्यादा टाइम बिताती हैं जो उन्हें पसंद होती हैं और जिन्हें वो जानती हैं। महिलाएं जिनको नहीं भी जानती हैं उनसे काफी अच्छे तरीके से बात कर लेती हैं।


  • महिलाओं में जो जान पहचान के लोगों के साथ काम करती हैं उनके साथ इनके कोर्टिसोल लेवल कम रहते हैं। महिलाएं चाहें शॉपिंग हो या वर्क फीमेल के साथ करना ज्यादा एन्जॉय करती हैं। उनके साथ वो मन से और बिना किसी जजमेंट के काम करती रहती हैं।


सेहत
Advertisment