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भारत में women's sexuality के बारे में सबके अपने -अपने ओपिनियन और एक्सपीरियंस है। women's sexuality के विषय पर अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने की शीदपीपल से बात, और किये अपने ओपिनियन और एक्सपेरिएंसेस शेयर।
बचपन में क्या थी स्वरा भास्कर की women's sexuality को लेकर समझ ?
इंडिया में ‘sexuality’ का कॉन्सेप्ट एक ऐसा कॉन्सेप्ट है जिसकी समझ हमे शुरुवात से नहीं होती। स्वरा भास्कर से हमने women's sexuality को लेकर उनकी अंडरस्टैंडिंग के बारे पूछा तो उन्होंने बताया "बचपन में मुझे women's sexuality के बारे में कुछ पता नहीं था , क्योंकि कोई इस बारे में बात ही नहीं करता था। मुझे नहीं लगता हमारा कल्चर हमे इस बारे में सोचने देता है। पर इस विषय पर मेरी थोड़ी अंडरस्टैंडिंग हिंदी फिल्मो ,और कुछ केबल टीवी शोज़ को देखने से बढ़ी। मुझे लगता था लड़का - लड़की का पेड़ों के आस-पास घूमना, गाने गाना ,शर्माना ही प्यार होता है।“
जैसे- जैसे स्वरा बड़ी होती गयी उनके मन में women 's sexuality का कॉन्सेप्ट क्लियर होता गया। जब स्वरा मिरांडा हाउस कॉलेज से अपनी BA की पढ़ाई कर रही थी तब उन्हें women's sexuality से रिलेटेड काफ़ी चीज़े समझने को मिली।
"ज्यादातर लोगों को लगता है sexuality का रिलेशन सिर्फ़ बॉडी से है"
स्वरा भास्कर ने कहा कि "ज्यादातर लोगों को लगता है sexuality का रिलेशन सिर्फ़ बॉडी से है, जबकि इसका रिलेशन बॉडी, दिल, दिमाग सबसे है। अगर आप दिल - दिमाग से खुश नहीं है तो वो रोमांस/सेक्स pleasurable नहीं होगा ,क्योंकि ये सभी चीज़े एक -दूसरे से जुड़ी हुई होती है। "
"औरतों को सिर्फ़ वही चीज़ करनी चाहिए जिससे उनको ख़ुशी मिलती है।“ - स्वरा भास्कर
स्वरा अपनी फिल्मों से women's sexuality को आगे लाने का करती है प्रयास
women's sexuality पर बात करना conservative- minded लोगों के मन में डर और चिंता पैदा करता है। Women 's Sexuality और प्लैजर को बढ़ावा देने वाली स्वरा की फिल्में Rasbhari और Veere Di Wedding को जितनी सराहना मिली उतनी ही आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा। लोगों का कहना था ये फिल्म वल्गर है , सॉफ्ट पोर्न है। "ऐसा कह के ये conservative- minded लोग women's sexuality को दबाना चाहते है।"- स्वरा भास्कर।