रोज करें ये 5 योगासन, नहीं होगी प्रेग्नेंसी कंसीव करने में दिक्क़त

ब्लॉग: प्रजनन क्षमता को मजबूत रखने के लिए योगासन भी एक बेहतर उपाय है। जिसकी मदद से कपल्स में इनफर्टिलिटी की समस्याएं दूर होती हैं, क्योंकि यह प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है।

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Ruma Singh
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Yoga Asanas For Fertility Problems: शादी के बाद मां बनना हर महिला का सपना होता है। यह खुशी एक महिला को एक मां के रूप में जन्म देता है। जिसे एहसास करना किसी भी महिला के लिए आनंदमय पल से भरा होता है, लेकिन आजकल कई ऐसी महिलाएं अपने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण नेचुरली कंसीव नहीं कर पा रही हैं। महिलाओं में इनफर्टिलिटी की सबसे बड़ी वजह प्रदूषण और लाइफस्टाइल का खराब होना है। ऐसे में अगर आप कंसीव करना चाहती हैं, तो सबसे पहले अपने लाइफस्टाइल, खान-पान पर ध्यान देना शुरू करें और एक हेल्थी डाइट के साथ एक्टिव लाइफस्टाइल को रखें।

योगासान कैसे करता है मदद प्रेग्नेंसी कंसीव करने में?

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कई सोध के मुताबिक प्रजनन क्षमता को मजबूत रखने के लिए योगासन भी एक बेहतर उपाय है। जिसकी मदद से कपल्स में इनफर्टिलिटी की समस्याएं दूर होती हैं, क्योंकि यह प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है। ऐसे कई योगासन हैं, जो गर्भधारण करने की स्थिति को बेहतर बनाता है इसलिए यदि आपको प्रेग्नेंसी कंसीव करने में दिक्क़तें आ रही हैं तो इन कुछ योगासन को आप ज़रूर ट्राई करें।

1. बुद्ध कोणासन 

महिलाओं को बुद्ध कोणासन करने से कई फायदे मिलते हैं। इसे नियमित रूप से करने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती है। साथ ही हार्मोनल असंतुलन में भी सुधार आता है। बुद्ह कोणासन का अभ्यास महिलाओं के गर्भाशय को स्वस्थ रखने में मदद करता है। प्रतिदिन इस करने से तनाव भी खत्म होता है, क्योंकि कई बार डिप्रेशन के कारण भी इनफर्टिलिटी की समस्या आती है। ऐसे में इसका अभ्यास करना मन को शांत रखता है।

2. मलासन 

यह अभ्यास करने से महिलाओं के निचले हिस्से मजबूत होते हैं। साथ ही इसे प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याएं भी कम होती है। जिस कारण प्रेग्नेंसी कंसीव करने में मदद मिलती है। इसे करने से पेट और जांघ के बीच खिंचाव आता है, जिससे इन हिस्सों की मसल्स मजबूत हो जाती हैं।

3. पश्चिमोत्तानासन  

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यह अभ्यास पीठ के निचले हिस्से, हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को स्ट्रेट करता है। इससे महिलाओं की फर्टिलिटी में सुधार आता है साथ ही तनाव भी कम होता है और ओवरी को भी स्वस्थ रखता है।

4. अर्ध हलासन 

अर्ध हलासन करने से रिप्रोडक्टिव हेल्थ बेहतर रहता है और वहीं यह ओव्यूलेशन को आसान बनाने में भी मदद करता है। प्रतिदिन इसे 2 मिनट तक करें ताकि प्रेग्नेंसी कंसीव करने में आसानी हो।

5. उपविष्ट कोणासन 

जिन महिलाओं को पीसीओएस, पीसीओडी रहता है। उन्हें यह अभ्यास करना चाहिए क्योंकि इस अभ्यास से ये सारी समस्याएं खत्म होती हैं। यह हार्मोनल संतुलन को भी ठीक बनाए रखता है, इसलिए इसे प्रतिदिन 2 मिनट करें ताकि प्रजनन क्षमता स्वस्थ बना रहें।

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