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हमने ध्यान के शारीरिक, मानसिक और स्पिरिचूअल फ़ायदे कई सालों से पुस्तकों में पढ़े है. कई महान वैज्ञानिकों, योगियों, गुरुओं व साधुओं ने दुनिया को ध्यान के अनेक फ़ायदे बताए. और ध्यान की प्रक्रिया के बारे में कई बातें बताई. उनके अनुसार ये- ध्यान, ख़ुद को जानना, रिफ़्लेक्टिव, माइंडफुल प्रक्रिया या प्रार्थना होता है.
ध्यान करने से स्ट्रेस रिलीज़ होता है और आप अपने विचारों को स्पष्ट रूप से परख पाते है. ध्यान का मक़सद, बाहरी दुनिया से अलग कर, अपने अंदर की दुनिया और ख़ुद से रूबरू होना है. ध्यान करने के और भी कई उद्देश्य होते है, जैसे मानसिक शांति, एकाग्रता, दृढ़ मनोबल, ईश्वर की खोज, मन को विचार मुक्त करना, मन पर क़ाबू पाना, आदि.
चलिए ध्यान के कुछ फ़ायदों को विस्तार में समझते है:
रोज़ाना ध्यान करने से आप अपने ऊपर काफ़ी प्रभाव महसूस करेंगी. हालाँकि, यह बिलकुल हल्का और आतंरिक होता है. आपके विचार, निर्णय, व्यवहार, मन और गतिविधियों में ख़ास बदलाव आएगा. ध्यान करना दिखावा नहीं, बल्कि ख़ुद की ही उपलब्धि है.
ध्यान करने व करते रहने से, विचारों में स्पष्ठता व पोज़िटिविटी आती है. माँ व दिमाग़ शांत रहता है. समय के साथ, आप की बाहरी दुनिया व लोगों से बेहतर वार्ता होती है. आप में गहराई आती है और चीज़ों के प्रति आपका परस्पेक्टिव बदलता है.
हर तरह के ध्यान के अलग-अलग लाभ व फ़ायदे है. कुछ प्रक्रिया मन को एकाग्र करते है, कुछ विचारों को शांत, तो कुछ आपको रिलैक्स करते है और कुछ आपको हील. कई हज़ार वर्षों की रीसर्च के बाद ये पता चला की ध्यान करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. ऐंज़ाइयटी, स्ट्रेस, डिप्रेशन, अनिद्रा व दर्द के इलाज के लिए ध्यान काफ़ी फ़ायदेमंद है.
ध्यान सिर्फ़ विचारों तक सीमित नहीं. बल्कि यह आपके मस्तिष्क के हर मर्ज़ की दवा है. ध्यान करने से आपके भय और चिंता सब दूर हो जाते है. स्ट्रेस रीलीविंग के लिए बेस्ट है, ध्यान करना.
कलाकार और रचनात्मक लोगों के लिए ध्यान एक अहम प्रक्रिया है. हम जितने शांत और अलर्ट होते है, उतने ही सृजनात्मक भी होता है. अपने विचारों व मन पर क़ाबू कर, हम ख़ुद को क्रियेटिव बनाते है.
ध्यान करने से हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर होता है. यानी रोगों से लड़ने में शरीर सशक्त बनता है. ध्यान मेडिकल ट्रीटमेंट तो नहीं, पर यह हीलिंग ज़रूर है.
अच्छे विचार, शांत मन, बेहतर इम्यूनिटी और निरोग जीवन से भला आपकी उम्र लंबी व जीवन ख़ुशहाल क्यूँ नहीं होगा?
दरअसल, ध्यान योग के आठ अंगों में से एक है. लेकिन यह बेहद प्रभावशाली है. हम सभी को रोज़ ध्यान करना चाहिए.
ध्यान करने से स्ट्रेस रिलीज़ होता है और आप अपने विचारों को स्पष्ट रूप से परख पाते है. ध्यान का मक़सद, बाहरी दुनिया से अलग कर, अपने अंदर की दुनिया और ख़ुद से रूबरू होना है. ध्यान करने के और भी कई उद्देश्य होते है, जैसे मानसिक शांति, एकाग्रता, दृढ़ मनोबल, ईश्वर की खोज, मन को विचार मुक्त करना, मन पर क़ाबू पाना, आदि.
चलिए ध्यान के कुछ फ़ायदों को विस्तार में समझते है:
1. मन, शरीर और आत्मा- तीनों पर प्रभाव
रोज़ाना ध्यान करने से आप अपने ऊपर काफ़ी प्रभाव महसूस करेंगी. हालाँकि, यह बिलकुल हल्का और आतंरिक होता है. आपके विचार, निर्णय, व्यवहार, मन और गतिविधियों में ख़ास बदलाव आएगा. ध्यान करना दिखावा नहीं, बल्कि ख़ुद की ही उपलब्धि है.
2. शांत मन, शांत दिमाग़ और सकारात्मक विचार
ध्यान करने व करते रहने से, विचारों में स्पष्ठता व पोज़िटिविटी आती है. माँ व दिमाग़ शांत रहता है. समय के साथ, आप की बाहरी दुनिया व लोगों से बेहतर वार्ता होती है. आप में गहराई आती है और चीज़ों के प्रति आपका परस्पेक्टिव बदलता है.
3. मस्तिष्क का विकास - वैज्ञानिक रीसर्च
हर तरह के ध्यान के अलग-अलग लाभ व फ़ायदे है. कुछ प्रक्रिया मन को एकाग्र करते है, कुछ विचारों को शांत, तो कुछ आपको रिलैक्स करते है और कुछ आपको हील. कई हज़ार वर्षों की रीसर्च के बाद ये पता चला की ध्यान करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. ऐंज़ाइयटी, स्ट्रेस, डिप्रेशन, अनिद्रा व दर्द के इलाज के लिए ध्यान काफ़ी फ़ायदेमंद है.
4. डर का इलाज करता है ध्यान
ध्यान सिर्फ़ विचारों तक सीमित नहीं. बल्कि यह आपके मस्तिष्क के हर मर्ज़ की दवा है. ध्यान करने से आपके भय और चिंता सब दूर हो जाते है. स्ट्रेस रीलीविंग के लिए बेस्ट है, ध्यान करना.
5. ध्यान आपको रचनात्मक और इंट्यूटिव बनाता है
कलाकार और रचनात्मक लोगों के लिए ध्यान एक अहम प्रक्रिया है. हम जितने शांत और अलर्ट होते है, उतने ही सृजनात्मक भी होता है. अपने विचारों व मन पर क़ाबू कर, हम ख़ुद को क्रियेटिव बनाते है.
6. ध्यान इम्यूनिटी को बेहतर करता है
ध्यान करने से हमारा इम्यून सिस्टम बेहतर होता है. यानी रोगों से लड़ने में शरीर सशक्त बनता है. ध्यान मेडिकल ट्रीटमेंट तो नहीं, पर यह हीलिंग ज़रूर है.
7. ध्यान से उम्र लम्बी होती है और जीवन स्वस्थ रहता है
अच्छे विचार, शांत मन, बेहतर इम्यूनिटी और निरोग जीवन से भला आपकी उम्र लंबी व जीवन ख़ुशहाल क्यूँ नहीं होगा?
दरअसल, ध्यान योग के आठ अंगों में से एक है. लेकिन यह बेहद प्रभावशाली है. हम सभी को रोज़ ध्यान करना चाहिए.