Ananya Panday ने बॉलीवुड के अवास्तविक सौंदर्य मानकों पर की खुलकर बात

अनन्या पांडे ने लिली सिंह के साथ बातचीत में बॉडी शेमिंग और बॉलीवुड की अवास्तविक सौंदर्य मानकों पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि कैसे महिलाएं हमेशा आलोचना का सामना करती हैं ।

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Priya Singh
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Ananya Panday

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Ananya Panday Opens Up About Bollywood's Unrealistic Beauty Standards: हाल ही में एक पॉडकास्ट बातचीत में अभिनेत्री अनन्या पांडे ने अपने शरीर को लेकर की गई टिप्पणियों और बॉलीवुड में प्रचलित अवास्तविक सौंदर्य मानकों पर बेबाकी से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि कैसे करियर की शुरुआत में उनके दुबले शरीर को लेकर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा और अब शरीर में बदलाव आने पर भी लोगों की आलोचनाएं बंद नहीं हुईं। उन्होंने महिलाओं को लेकर समाज के दोहरे मापदंडों की भी आलोचना की।

Ananya Panday ने बॉलीवुड के अवास्तविक सौंदर्य मानकों पर की खुलकर बात

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खबरों के अनुसार, बॉलीवुड अभिनेत्री अनन्या पांडे ने लिली सिंह के पॉडकास्ट में एक स्पष्ट और भावनात्मक बातचीत के दौरान बताया कि करियर की शुरुआत में उन्हें अपने पतले शरीर को लेकर बार-बार शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने 2019 में स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर 2 से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, तब वह सिर्फ 18-19 वर्ष की थीं। उस समय लोग उन्हें "चिकन लेग्स" और "माचिस की तीली" कहकर मजाक उड़ाते थे।

अनन्या ने कहा, "लोग कहते थे कि मेरे ब्रेस्ट नहीं हैं, बट्स नहीं है और मेरा शरीर पूरी तरह से अविकसित है।" लेकिन जैसे-जैसे उनका शरीर स्वाभाविक रूप से विकसित हुआ, लोगों ने नई आलोचनाएं शुरू कर दीं, जैसे कि उन्होंने प्लास्टिक सर्जरी करवाई है।

महिलाओं को लेकर समाज की आलोचनात्मक दृष्टि

अनन्या ने इस बातचीत में एक और गंभीर पहलू उठाया, समाज महिलाओं के शरीर पर हमेशा टिप्पणी करता है, लेकिन पुरुषों को इस नजरिए से नहीं देखा जाता। उन्होंने कहा, “लोगों के पास हमेशा कुछ न कुछ कहने को होता है, खासकर महिलाओं के बारे में। मैं नहीं मानती कि पुरुषों के साथ ऐसा होता है।”

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उनका मानना है कि यह समस्या केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक मानसिकता का हिस्सा है, जिसे बदलना जरूरी है।

बॉलीवुड में अवास्तविक सौंदर्य मानकों की स्वीकारोक्ति

अनन्या ने यह भी स्वीकार किया कि बॉलीवुड खुद इस स्थिति के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, "हमने फिल्मों और गानों के माध्यम से यह संदेश दिया है कि सुबह उठते ही महिलाएं खूबसूरत दिखती हैं, उनके बाल हमेशा सेट रहते हैं, जबकि असलियत इससे बहुत अलग है।”

उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद एक अभिनेत्री के तौर पर कहीं न कहीं इस संस्कृति को बढ़ावा देती रही हैं, लेकिन अब वह इसे संतुलित करने की कोशिश कर रही हैं।

संतुलन बनाने की कोशिश

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अनन्या का मानना है कि इस असमानता से निपटने का एकमात्र तरीका है, बातचीत। उन्होंने कहा, "हमें इसके बारे में बात करनी होगी। हमें लोगों को बताना होगा कि हम भी कैमरे से बाहर वैसे नहीं दिखते हैं, जैसे फिल्मों में दिखते हैं।”

वह चाहती हैं कि दर्शक यह समझें कि पर्दे पर दिखाई जाने वाली सुंदरता पूरी तरह से वास्तविक नहीं होती और इसके पीछे एक अलग दुनिया काम करती है।

करियर की झलक

करियर की बात करें तो अनन्या पांडे को आखिरी बार अक्षय कुमार और आर. माधवन के साथ केसरी चैप्टर 2 में देखा गया था। फिलहाल वह अपनी अगली फिल्म चांद मेरा दिल की शूटिंग कर रही हैं।

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