जानिए कौन हैं जेपी सिंह? जिनसे 'The Diplomat' में जॉन अब्राहम का किरदार है प्रेरित

हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई जॉन अब्राहम की फिल्म द डिप्लोमैट एक ट्रेंडिंग मूवी बन चुकी है। इस फिल्म में जॉन अब्राहम ने जेपी सिंह का किरदार निभाया है, जिसने दर्शकों के बीच उनके बारे में जानने की जिज्ञासा पैदा की है।

author-image
Rajveer Kaur
New Update
Meet JP Singh Real Inspiration Behind Role Of John Abraham in The Diplomat

Photograph: (IMDb)

Meet JP Singh Real Inspiration Behind Role Of John Abraham in The Diplomat: हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई जॉन अब्राहम की फिल्म 'द डिप्लोमैट' एक ट्रेंडिंग मूवी बन चुकी है। इस फिल्म में जॉन अब्राहम ने जेपी सिंह का किरदार निभाया है, जिसने दर्शकों के बीच उनके बारे में जानने की जिज्ञासा पैदा की है। उन्होंने पाकिस्तान में फंसी भारतीय नागरिक उज्मा अहमद की सुरक्षित वापसी में अहम भूमिका निभाई। आपको बता दें कि द डिप्लोमैट में जॉन अब्राहम का किरदार “जेपी सिंह” वास्तविक जीवन के भारतीय राजनयिक जितेंद्र पाल सिंह (जेपी सिंह) से प्रेरित है।

Advertisment

जानिए कौन हैं जेपी सिंह? जिनसे 'द डिप्लोमैट' में जॉन अब्राहम का किरदार है प्रेरित

14 मार्च 2025 को द डिप्लोमैट सिनेमाघरों में रिलीज हुई और 9 मई 2025 से नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर टॉप ट्रेंडिंग फिल्मों में शामिल है, जिसकी IMDb रेटिंग 7.3 है। यह मूवी जॉन अब्राहम के किरदार की वजह से भी चर्चा में बनी हुई है। दरअसल, लोग इस किरदार के पीछे की असली प्रेरणा जेपी सिंह के बारे में जानना चाहते हैं कि आखिर वह कौन हैं।

Advertisment

जेपी सिंह के बारे में जानिए

जेपी सिंह भारतीय विदेश सेवा (IFS) के 2002 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है जैसे 2004 से 2006 तक मॉस्को, रूस में भारतीय दूतावास में सेकंड और थर्ड सेक्रेटरी के रूप में कार्य किया। 2008 से 2012 तक अफगानिस्तान के काबुल में भारतीय दूतावास में प्रथम सचिव के रूप में नियुक्त रहे। इसके बाद 2014 से 2019 तक पाकिस्तान में डिप्टी हाई कमिश्नर रहे और 2019-2020 तक तुर्की के इस्तांबुल में भारत के महावाणिज्यदूत रहे। 2020 में विदेश मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी (PAI) और 2024-2025 तक विदेश मंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ रहे।

2017 में उज्मा अहमद के मामले में उनका नाम सुर्खियों में आया, जब उन्होंने सूझबूझ और कूटनीतिक कौशल से इस मामले को सुलझाया। उस समय वह इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग में डिप्टी हाई कमिश्नर के पद पर तैनात थे। 

Advertisment

उज्मा अहमद का मामला

2017 में दिल्ली की रहने वाली उज्मा अहमद पाकिस्तान पहुंची। उसे ऑनलाइन एक व्यक्ति से प्यार हो गया था, जिसने उसे पाकिस्तान बुलाया। वहां पहुंचने पर उसे पता चला कि वह व्यक्ति शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं। इसके बावजूद, उसे शादी के लिए मजबूर किया गया और शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। 

जेपी सिंह की भूमिका

Advertisment

जेपी सिंह उज्मा की मदद के लिए आगे आए और उनकी भारत वापसी में सहायता की। उस समय तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी हस्तक्षेप किया और पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाया। 25 मई 2017 को उज्मा वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत वापस आईं।

The Diplomat John Abraham JP Singh