कंगना रनौत की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'इमरजेंसी' आखिरकार रिलीज़ के लिए तैयार है। यह फिल्म भारत की सबसे प्रभावशाली महिला और देश के इतिहास को बदलने वाले पल को उजागर करती है। कंगना ने फिल्म का नया पोस्टर शेयर करते हुए 17 जनवरी 2025 की रिलीज़ डेट की घोषणा की।
जनवरी 2025 में रिलीज़ होगी 'इमरजेंसी'
सोशल मीडिया पर 18 नवंबर को कंगना ने फिल्म का नया पोस्टर शेयर किया। इसमें वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका में नजर आ रही हैं। फिल्म में विशाख नायर (संजय गांधी), अनुपम खेर (जयप्रकाश नारायण), श्रेयस तलपड़े (अटल बिहारी वाजपेयी), और मिलिंद सोमन (फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ) जैसे कलाकार भी शामिल हैं।
हाल ही में शुभंकर मिश्रा के साथ एक पॉडकास्ट में कंगना ने अपनी नाराज़गी जताते हुए कहा, "मेरी फिल्म पर भी इमरजेंसी लगा दी गई है। यह बहुत निराशाजनक स्थिति है। मुझे हमारे देश और वर्तमान परिस्थितियों से बहुत निराशा हो रही है।" उन्होंने कहा कि उन्होंने यह फिल्म पूरे सम्मान और ईमानदारी के साथ बनाई है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कई बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
कंगना ने दृढ़ता से कहा कि इस प्रकार की रुकावटें उन्हें अपने क्रिएटिव प्रयासों से पीछे नहीं हटा सकतीं। उन्होंने कहा, "हम अपनी कहानियाँ बताते रहेंगे, चाहे कितनी भी चुनौतियाँ आएं। लोग हमें डराने की कोशिश करेंगे, लेकिन हम डर के साये में नहीं जी सकते। मैंने इस फिल्म को बहुत सम्मान के साथ बनाया है, और भले ही CBFC ने इसकी सर्टिफिकेशन में देरी की हो, मैं इसे बिना किसी कट के रिलीज़ करने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मैं इस फिल्म में ऐतिहासिक घटनाओं के चित्रण में कोई समझौता नहीं करूँगी।"
सिख समुदाय ने कंगना रनौत को भेजा कानूनी नोटिस, 'इमरजेंसी' ट्रेलर पर उठे विवाद
कंगना रनौत की राजनीतिक ड्रामा फिल्म 'इमरजेंसी' के ट्रेलर को लेकर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इस फिल्म के ट्रेलर को लेकर सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने कंगना रनौत और फिल्म के निर्माता को कानूनी नोटिस भेजा है। यह नोटिस 27 अगस्त को जारी किया गया और इसमें ट्रेलर को हटाने की मांग की गई है।
SGPC का विरोध
SGPC के सचिव प्रताप सिंह ने फिल्म के ट्रेलर पर तीव्र आपत्ति जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रेलर में ऐसे दृश्य शामिल हैं जो सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करते हैं। प्रताप सिंह ने कहा, "फिल्म के ट्रेलर के रिलीज के बाद कई एंटी-सिख दृश्य सामने आए हैं।" इस कानूनी नोटिस के साथ-साथ, सूचना और प्रसारण मंत्री और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अध्यक्ष को अलग-अलग पत्र भेजकर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की गई है।
फिल्म पर प्रतिबंध की मांग
सिख समुदाय के प्रमुख संस्थानों ने फिल्म 'इमरजेंसी' पर तत्काल प्रतिबंध की मांग की है। SGPC और अकाल तख्त ने फिल्म पर आरोप लगाया है कि यह सिखों को नकारात्मक तरीके से प्रस्तुत कर उन्हें चरित्रहीन बनाने की कोशिश कर रही है। SGPC के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की और फिल्म पर सिख समुदाय को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया।
धामी ने कहा, "अतीत में भी सिख समुदाय की भावनाओं को फिल्मों के माध्यम से आहत किया गया है।" उन्होंने CBFC को पक्षपाती बताया और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बोर्ड में सिख सदस्यों को शामिल करने की मांग की।
जानबूझकर गलत चित्रण के आरोप
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी फिल्म की आलोचना की, और दावा किया कि फिल्म जानबूझकर सिखों को अलगाववादी के रूप में पेश कर रही है, जो एक गहरी साजिश का हिस्सा है। सिंह ने 1984 के anti-Sikh हिंसा का संदर्भ देते हुए कहा, "रनौत की फिल्म जर्नैल सिंह खालसा भिंडरावाले की चरित्र हत्या करने की कोशिश कर रही है, जिन्हें श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा क़ौमी शहीद घोषित किया गया है।"
'इमरजेंसी' के बारे में
कंगना रनौत ने 2021 में 'इमरजेंसी' की घोषणा की थी और स्पष्ट किया था कि यह एक राजनीतिक ड्रामा है, न कि इंदिरा गांधी की बायोपिक। कंगना फिल्म की न सिर्फ मुख्य भूमिका निभा रही हैं, बल्कि इसे निर्देशित भी कर रही हैं। फिल्म में अनुपम खेर, मिलिंद सोमन, महिमा चौधरी और श्रेयस तलपड़े जैसे कलाकार शामिल हैं।
फिल्म की रिलीज कई बार टल चुकी है और अब इसे 6 सितंबर 2024 को रिलीज किया जाने वाला है। फिल्म की निर्माण के दौरान ही इस पर राजनीतिक बहस शुरू हो गई थी।