Laapataa Ladies: नेटफ्लिक्स पर किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म "लापता लेडीज" एक कॉमेडी-ड्रामा है, जो दर्शकों का मनोरंजन करती है। कहानी दो युवतियों के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक ही ट्रेन में खो जाती हैं, जिससे गलत पहचान और हंगामे की स्थिति बन जाती है। फिल्म में मिताली वत्स और राधिका मदान मुख्य भूमिकाओं में हैं, जो दोनों ही शानदार अभिनय करती हैं। फिल्म हंसी-मजाक के साथ-साथ समाज में महिलाओं पर लगे ठप्पों पर भी एक गंभीर चोट करती है। फिल्म को अप्रैल 26, 2024 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ किया गया था और तब से इसे काफी पसंद किया जा रहा है।
आइए आपको बताते हैं कि लापता लेडीज क्यों आपके वीकएंड को खास बना सकती है
1. अनोखी
बॉलीवुड की फिल्मी दुनिया में अक्सर ही कुछ कहानियां बार-बार देखने को मिल जाती हैं. लेकिन "लापता लेडीज" कुछ अलग ही पेश करती है. दो दुल्हनों की गलत पहचान से शुरू हुआ ये मामला एक हास्य और रोमांचक सफर पर ले जाता है. कहानी में ट्रेन में सो जाने वाली एक दुल्हन और दूसरी दुल्हन को गलत स्टेशन पर उतार ले जाने जैसी गलतियां दर्शकों को शुरुआत से ही बांध लेती हैं. फूल और पुष्पा नाम की ये दोनों महिलाएं पूरी तरह अजनबी हैं, जो अचानक से एक-दूसरे की जिंदगी में उलझ जाती हैं. ये कहानी आपको हंसाएगी, रोमांचित करेगी और ये जानने की उत्सुकता बनाए रखेगी कि आखिरकार सब कुछ कैसे सुलझता है.
2. मजबूत संदेश
लापता लेडीज सिर्फ मनोरंजन ही नहीं करती बल्कि ये महिला सशक्तिकरण का एक सुंदर संदेश भी देती है। फूल और पुष्पा दोनों अलग-अलग पृष्ठभूमि और स्वभाव की महिलाएं हैं. फूल शांत और परंपरावादी है जबकि पुष्पा स्वतंत्र और महत्वाकांक्षी है. लेकिन रास्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए उन्हें एक-दूसरे का सहारा लेना पड़ता है। इस दौरान वो न सिर्फ परिस्थितियों से लड़ना सीखती हैं बल्कि खुद के बारे में भी बहुत कुछ जान पाती हैं. ये किरदार आपको ताकत और हौसला देंगे और ये सोचने पर मजबूर कर देंगे कि महिलाएं समाज में कितना कुछ कर सकती हैं.
3. शानदार परफॉर्मेंसेज
नये कलाकारों को मौका देना और उनसे शानदार अभिनय करवा लेना कमाल की बात है. "लापता लेडीज" में यही खासियत देखने को मिलती है। प्रतीक्षा रंता और नितांशी गोयल ने फूल और पुष्पा के किरदारों में जान डाल दी है. उनकी शानदार स्क्रीन प्रजेंस और दमदार अभिनय आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. रवि किशन का पुलिस इंस्पेक्टर का किरदार भी कमाल का है। उनकी कॉमिक टाइमिंग और किरदार को निभाने का अंदाज आपको हंसाने के साथ-साथ फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाता है.
4. दिल को छू लेने वाला पक्ष
कहानी सिर्फ हंसी-मजाक ही नहीं बल्कि आपको भावुक भी कर देती है। दोनों महिलाओं का अपने सपनों को पाने का संघर्ष और रास्ते में मिलने वाली चुनौतियों को आप बड़े पर्दे पर महसूस कर पाएंगे। फूल अपने पति के प्यार को पाना चाहती है वहीं पुष्पा अपने सपनों को उड़ान देना चाहती है. ये फिल्म आपको हंसते-हंसते सोचने पर मजबूर कर देगी कि कभी-कभी गलतियां भी जिंदगी में नया मोड़ ला सकती हैं.
5. छोटे शहर का शानदार चित्रण
फिल्म की कहानी 2001 के ग्रामीण भारत में स्थापित है। आपको छोटे शहर का माहौल, वहां के लोग और उनकी सादगी देखने को मिलेगी। पुरानी ट्रेनें, सड़क किनारे चाय की दुकानें, इंटरनेट कैफे की शुरुआत जैसी चीजें आपको पुरानी यादों में भी ले जाएंगी.