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जानें कैसे एक छोटे शहर से शुरू हुआ प्रियंका चोपड़ा का सफर पहुंचा हॉलिवुड तक

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Swati Bundela
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बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अपने बेहतरीन एक्टिंग स्किल्स से नाम कमाने वाली प्रियंका चोपड़ा सक्सेफुल महिलाओं में से एक है। शहर जमशेदपुर से निकल कर आने वाली इस लड़की ने अपना नाम बड़े-बड़े सुपरस्टार्स की लिस्ट में दर्ज़ कराया है। इस सक्सेस की शुरूआत ब्यूटी का ताज़ पहनने से हुई और फिर देश-दुनिया के लाखों-करोड़ों दिलों की धड़कन बन गई। Priyanka Chopra ने केवल 38 साल की उम्र में इतने बड़े और इतने सारे काम किए कि जो एक आर्टिकल में लिख पाना थोड़ा चैलेंजिंग काम होगा।

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आइये एक नज़र डालते है प्रियंका चोपड़ा  की उपलब्धियों और कामों पर - 

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1.प्रियंका को TIME और फोर्ब्स (Forbes ) ने दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों / महिलाओं में चुना गया



इसके साथ ही, उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार और पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया है। एक अभिनेत्री और प्रोड्यूसर  होने के अलावा प्रियंका UNICEF एम्बेसडर (ambassador ) भी है। वह महिलाओं के अधिकारों, जेंडर पेय इनिक्वालिटी (Gender pay inequality), चाईल्ड राइट्स (Child rights)  और पर्यावरण के टॉपिक्स पर भी खुल कर बोलती है और अपने विचार साझा करती है। वह महिलाओं और लोगो के रंग पर आधारित एक प्रोजेक्ट "विविध कहानीकारों" (“Diverse Storytellers”) का भी हिस्सा है।

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लेकिन, प्रियंका का ये सब हासिल कर पाना इतना आसान भी नही था। आइये,जानते है कैसे प्रियंका ने एक छोटे शहर से हॉलीवुड तक का सफर तय किया।



2.एक छोटे शहर की लड़की बड़े सपनो के साथ

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प्रियंका का जन्म जमशेदपुर, बिहार में हुआ था। उनके माता-पिता भारतीय सेना के डॉक्टर थे इसीलिए बचपन में देश के अलग-अलग राज्यों में पोस्टिंग होने के कारण प्रियंका किसी एक राज्य में नही रहती थी। जब 13 साल की उम्र में प्रियंका अपनी आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका गई  तब उन्हें वहां अपने रंग और रूप के कारण चिढ़ाया और परेशान किया जाता था। प्रियंका ने बताया कि उन्हें ‘Brownie’, ‘Curry’ तक कहा जाता था। आज प्रियंका रंगभेद (racism )के खिलाफ बोलने वालों में से एक है और अक्सर इस मुद्दे पर खुल कर अपना गुस्सा ज़ाहिर करती है। एक इंटरव्यू में उन्होने कहा कि वो अपने बच्चों को ऐसा माहोल नही देना चाहती जहां लोगों को उनके रंग के लिए चिढ़ाया जाए।



साल 2000 में, मिस वर्ल्ड का ताज पहनते ही प्रियंका को ग्लोबली पहचाना जाने लगा। उन्होने बताया की मिस वर्ल्ड में हिस्सा लेने का आइडिया उनका नहीं पर उनकी माँ का था। उस समय प्रियंका को बिल्कुल भी आइडिया नही था कि यहां से उनके लिए बॉलीवुड दरवाज़े खुलेंगे और वह सुपरस्टार बन जाएंगी।
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3.हिंदी सिनेमा में सफलता



सबको लगता है कि प्रियंका ने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत बॉलीवुड से की, लेकिन ऐसा नही है। 2002 में, वह पहली बार तमिल फिल्म 'थमिज़ान' में दिखाई दीं और फिर 2003 में 'द हीरो: लव स्टोरी ऑफ़ अ स्पाई' में नज़र आई। इसके लिए उन्हे फ़िल्मफेयर अवार्ड भी मिला। प्रियंका ने हर तरह के रोल्स किये जो आज उन्हे इस मकाम पर लाये है। 'दिल धड़कने दो' में वह आयशा मेहरा का किरदार निभाती और इसी चार्म (charm) के साथ वह 'बर्फी' में एक प्यारी, ऑटिस्टिक झिलमिल बन जाती है।
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2012 और 2013 के बीच, प्रियंका ने फेमस अमेरिकी सिंगर्स के मदद से दो गाने, 'इन माई सिटी' और 'एक्सोटिक' रिलीज़ किए। देखा जाए तो वर्सेटिलिटी (versatility ) की मूरत है प्रियंका।

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4.स्टाईल, फिलानथ्रॉपी और महिलाओं के अधिकार (Style, Philanthropy, And Women’s Rights )



प्रियंका एक ग्लोबल फैशन आइकॉन है । डिजाइनर फाल्गुनी और शेन पीकॉक ने कहा कि “She is comfortable in her own skin and looks ravishing in whatever she wears, be it a bikini, short or long dress or even a sari.” मतलब, जैसा कि हम सब ने देखा भी है कि प्रियेका पर हर तरह के कपड़े खूब खिलते है।



2017 में प्रियंका PM मोदी के साथ एक मीटिंग में घुटने की लंबाई तक वाली ड्रेस पहनें दिखाई दी थी। इसे सबने 'बोल्ड' मूव कहा। इसके साथ ही, राष्ट्रीय नेता के सामने अपने पैरों को दिखाने के कारण उन्हे एक "इंडीसेंट " महिला बुलाया गया और काफी ट्रोल किया गया। तभी प्रियंका ने अपनी माँ के साथ इंस्टाग्राम पर एक तस्वीर पोस्ट की जिसमे दोनों ने स्किन रिवीलिंग स्कर्ट पहन रखी थी, इसे एक दमदार जवाब की तरह देखा गया था।



प्रियंका 2006 से UNICEF की Peace और Goodwill Ambassador रही है। उन्होने 'गर्ल अप' और 'दीपशिखा' जैसे अभियानों में भी अपना योगदान दिया है। वह अपने ट्रस्ट, प्रियंका चोपड़ा फाउंडेशन फॉर हेल्थ एंड एजुकेशन जो बच्चों, विशेष रूप से लड़कियों के डेवलपमेंट पर फोकस्ड है, से काफी लोगो को मदद कर रही है। 2012 में, प्रियंका ने कन्या भ्रूण हत्या ( female foeticide) के खिलाफ आवाज उठाते हुए 'सेव गर्ल चाइल्ड ’अभियान शुरू किया था।



प्रियंका अपने सोशल मीडिया पर हर हफ्ते  महिलाओं, अचीवर्स, वॉलेंटियर्स और बच्चों के बारे में कुछ कहानियों को फ्लैग करती है जिससे वो सब स्पॉटलाइट होते है।



पढ़िएप्रियंका चोपड़ा की जिंदगी हमें क्या सिखाती हैं ?

5.एक बॉस की तरह ट्रोल का जवाब



प्रियंका ने अपनी अमेरिकी फिल्म 'बेवॉच' और 'क्वांटिको' के बाद अमेरिकी बैंड 'जोनस ब्रदर्स' के सिंगर निक जोनस के साथ 2018 में हाई-प्रोफाइल शादी कर ली। उसके बाद वो लॉस एंजिल्स के अपने घर में और चोपड़ा से जोनस सरनेम को अपनाकर, अपने पति के साथ रहने लगी। यह बात काफी लोगो को जैसे जंची भी नही। प्रियंका को अलग-अलग तरह से ट्रोल किया गया, उन्हे 'कूगर'(cougar) और 'ग्लोबल स्कैम आर्टिस्ट' का टैग दिया गया। इससके जवाब में प्रियंका ने लिखा था कि वो इस करह के कमेंट्स पर ध्यान नही देती और वो जहां है वहां काफी खुश है।

6.क्रॉस-कल्चरल प्रोडक्शंस



प्रियंका ने कई प्रोडक्शंस किये है। उनका अपना लेबल है - 'पर्पल पेबल पिक्चर्स' (PPP) जो उन्होने 2015 में शुरू किया था । PPP ने कई भाषाओं - नेपाली, मराठी, पंजाबी, भोजपुरी, और असमिया भाषा की फिल्में बनाई है। BIPOC (Black, Indigenous and people of colour) प्रियंका का लेटेस्ट कोलेबोरेशन है ViacomCBS Entertainment & Youth ग्रुप के साथ। जिसमें "विविध कहानीकारों" को 50 फिल्में बनाने का मौका दिया जाएगा ।



प्रियंका की बायोग्राफी ' अनफिनीश्ड ' (Unfinished ) रिलीज़ होनी बाकी है । लेकिन एक किताब के बिना भी, प्रियंका के सफर पर एक नज़र जाना स्वाभाविक है। प्रियंका के पंख फैले हुए हैं। उन्होंने एक बड़ी उड़ान भरकर अपने सफर को जारी रखा है ।



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