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इन तरीकों से करें 21st सेंचुरी की पेरेंटिंग

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Swati Bundela
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पेरेंटिंग कोई स्कूल कॉलेज का कोर्स नहीं होता है जो आप किताबें पढ़ कर सीख सकते हैं। बच्चे को पालना और सही संस्कार देना एक बहुत ही मुश्किल काम होता है। आपके और आपके बच्चे के बीच एक स्वाभाविक प्यार को ही पेरेंटिंग कहते हैं। इस युग के बच्चे काफी तेज और समझदार होते हैं पर इनको समझाना बहुत मुश्किल होता है।
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अगर आप भी एक पैरेंट हैं तो ऐसे करें 21st सेंचुरी की पेरेंटिंग -
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1. बच्चे को कम ना आंकें



बहुत बार ऐसा होता है कि हम अपने बच्चे की तुलना दूसरों के बच्चों से करते रह जाते हैं जिसके कारण आपका बच्चा आपसे काफी दूर हो जाता है। इसकी जगह आप कोशिश करें कि आप उनको अपनी बात अच्छे से समझाए और बैठकर उनसे बात करें। बच्चों को जो करने में रुचि है उनको वही करने दें और उनको उस में प्रोत्साहित करें ।
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2. स्कूल को लेकर - 21st सेंचुरी की पेरेंटिंग



शिक्षा हमारा जीवन नहीं होता बस शिक्षा हमारे जीवन का एक हिस्सा होता है। आप कोशिश करें की आप पहचाने कि आप के
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बच्चे को क्या पसंद है और वो किस चीज़ को बेहतर तरीके से करते हैं। उसके बाद जब वो किसी गलत दिशा में जाएं तो उनको समझाएं और गाइड करें।

एक चीज़ का हमेशा ध्यान रखें कि आपके बच्चे का जीवन उसका खुद का है आपका नहीं इसलिए उन्हें उस तरीके से तैयार करें।

3. साथ खाना खाएं - 21st सेंचुरी की पेरेंटिंग



21st सेंचुरी की पेरेंटिंग में सबसे मुश्किल हो सकता है एक दूसरे के लिए वक़्त निकालना। इस युग में सब यही चाहते हैं कि वो जो चाहते हैं वो करें और उन्हें कोई भी रोकने टोकने वाला ना हो। इस लिए कोशिश करें की कम से कम आधा घंटा आप आपके बच्चे के साथ अपना पेर्सनल टाइम बिताएं। इस वक़्त में आप एक दूसरे की लाइफ में क्या चल रहा है उसके बारे मैं बात करें और फ़ोन टीवी दूर रखें।
सोसाइटी पेरेंटिंग
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