5 सेक्सिस्ट रिमार्क्स जिसे आज भी कॉम्पलिमेंट समझा जाता है

author-image
Swati Bundela
New Update

1. ब्यूटी विथ ब्रेन्स


ये एक बहुत ही ख़राब कॉम्पलिमेंट है। इस कॉम्पलिमेंट के ज़रिए लोग एक लड़की को ये एहसास दिलाते हैं की वो सोसाइटी के स्टैंडर्ड्स के हिसाब से खूबसूरत है और अनएक्सपेक्टेडली उसके पास दिमाग भी है जो सोसाइटी के मुताबिक ज़्यादातर लड़कियों के पास नहीं होता है। ये कॉम्पलिमेंट हर उस महिला को डाउनग्रेड करता है जो इस सोसाइटी के बनाए हुए कुछ पर्टिकुलर क्राइटेरिया में फिट नहीं बैठती है।

2. तुम्हारे बॉडी फीचर्स बहुत अच्छे है बस थोड़ी वेट रिड्यूस कर लो


ये एक अल्टरनेटिव तरीका है महिलाओं को ये कहने का की तुम मोटी हो और तुम्हे वेट रिड्यूस करना चाहिए क्योंकि खूबसूरत महिलाएं मोटी नहीं होती है। ये रिमार्क एक तरह का बॉडी शेमिंग है और आपको इसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। अगर कोई आपको ऐसा कहे तो उसे उसी वक़्त जवाब दें की आपकी बॉडी की साइज से भी ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट आपकी लाइफ में बहुत कुछ है। आपके वेट से सोसाइटी अनकम्फर्टेबल है तो वो आपकी प्रॉब्लम नहीं है।

3. एक महिला होने के बावजूद तुम अच्छा ड्राइव कर लेती हो


जब एक महिला ड्राइविंग सीख लेती है उसमें एडेड इंडिपेंडेंस आ जाता है और ये सोसाइटी को बर्दाश्त नहीं। इसलिए सेक्सिस्म को बढ़ावा देने के लिए ये बात फैलाई गयी है की महिलाएं अच्छी ड्राइविंग नहीं कर सकती। ड्राइविंग स्किल्स एबिलिटी से आती है ना ही जेंडर से। इसलिए अगर अगली बार कोई आपसे ऐसा कहे तो खुश होने के बजाए उस इंसान को मुँह-तोड़ जवाब ज़रूर दीजिएगा।

4. तुम डार्क स्किनड होने के बावजूद सुन्दर हो


सोसाइटी की इस धारणा में आज भी कोई बदलाव नहीं आया है की फेयर-स्किनड लड़कियां ही ख़ूबसूरत होती है। आज भी हम रंग के बेसिस पर लोगों को जज करते हैं और विशेष कर लड़कियों को। सोसाइटी की इस सोच से ना जाने आज तक कितनी ही लड़कियों के सेल्फ-कॉन्फिडेंस पर असर पड़ा है। इसलिए अगली बार अगर आपको कोई ऐसा सेक्सिस्ट रिमार्क कॉम्पलिमेंट के तौर पर पास करें तो उस इंसान को उसकी गलती का एहसास ज़रूर करवाएं।

5. तुम बाकी लड़कियों की तरह नहीं हो


ये सबसे कॉमन सेक्सिस्ट रिमार्क है जिसे कॉम्पलिमेंट की तरह यूज़ किया जाता है। इस बात के ज़रिए मेन इस बात के लिए शुक्रिया अदा करते हैं की उन्हें एक ऐसी लड़की मिली है जो उनके सारे रिक्वायरमेंट्स के हिसाब की है और उन्हें उसके साथ रहने के लिए अपनी मर्दानगी के साथ कोई कोम्प्रोमाईज़ नहीं करना पड़ेगा। इसलिए अगर आपको कभी ये सुनने को मिले तो चुप मत बैठिएगा।
#फेमिनिज्म सोसाइटी